स्नेह और समझाइश से ही नशा मुक्ति संभव

जिला परिषद में नया सवेरा योजना के तहत डोडा पोस्त के परमिटधारी व्यसनियों को नशा मुक्त करने संबंधी कार्यशाला का आयोजन
vandana nogiyaअजमेर, 14 जुलाई। जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया ने कहा कि डोडा पोस्त का व्यसन एक घातक नशा है। इसके व्यसनियों को नशा मुक्त करने के लिए हम सभी को समन्वित प्रयास करने होंगे। व्यसनियों को समझाइश और स्नेह से इस नशे से छुटकारा दिलाया जा सकता है।
जिला प्रमुख सुश्री नोगिया ने यह बात मंगलवार को जिला परिषद के सभागार में नया सवेरा योजना के तहत परमिटधारी व्यसनियों को नशा मुक्त करने संबंधी कार्यशाला में कही। उन्होंने कहा कि डोडा पोस्त का व्यसन और इसकी लत पड़ जाने पर यह नशा आसानी से छूटता नहीं है। डोडा पोस्त के व्यसनी को इस खतरनाक नशे से मुक्त कराने के लिए हमें गम्भीरता से प्रयत्न करने होंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार डोडा पोस्त के व्यसनियों को नशा छुडवाने के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है। व्यसनियों को नशा छुडवाने के लिए जिले में कई जगह चिकित्सा शिविर लगाए गए है। इन शिविरों में व्यसनी को भर्ती कर उसका ईलाज किया जा रहा है। व्यसनी को दवाओं के साथ मानसिक तौर पर भी इस नशे के घातक परिणामों की जानकारी दी जा रही है।
जिला प्रमुख ने कहा कि अजमेर जिले को डोडा पोस्त के व्यसनियों से मुक्त घोषित करने के लिए हम सभी को समन्वित प्रयास करने होंगे। हम ऐसे व्यसनियों को चिन्हित कर उन्हें स्नेह पूर्वक समझाए एवं चिकित्सा स्थल तक पहुंचाए। मानवता के आधार पर गम्भीरता से प्रयास किए जाए तो हम अपने उद्देश्य में सफल हो सकते है।
कार्यक्रम में जिला आबकारी अधिकारी श्री दाताराम ने विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नशामुक्ति के लिए गम्भीरता से सामूहिक प्रयास करने चाहिए। उप जिला प्रमुख श्री टीकमचन्द चैधरी ने कहा कि डोडा पोस्त व्यसन मुक्ति के लिए साझे प्रयासों में जनप्रतिनिधि सदैव उपलब्ध रहेंगे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.के.खत्राी ने नया सवेरा योजना एवं इसके तहत किए जा रहे विभागीय प्रयासों तथा चिकित्सकीय शिविरों के माध्यम से हुई प्रगति के बारे में बताया। जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के चिकित्सकों ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से डोडा पोस्त नशे के घातक प्रभाव एवं इससे छुटकारा दिलाने में आने वाली कठिनाइयों व समाधान के बारे में जानकारी दी।
कार्यशाला में विभिन्न पंचायत समितियों के प्रधान, जिला परिषद सदस्य, चिकित्सा विभाग के अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

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