तीर्थनगरी पुष्कर में इन दिनों पूण्य के नाम पर चारा बेचने वालो ने माहोल बना रखा हे इनको जंहा जगह मिली चारा बेचने लग जाते हे आश्चर्य की बात तो यह हे की इन्होंने पुष्कर सरोवर तक को नही बख्शा जंहा देखो जिधर भी देखो चारा बेचने वाले नजर आ रहे हे आएंगे क्यो नही हमारे कुछ जनप्रतिनिधियो का आशीर्वाद जो इनको प्राप्त हो रखा हे इनको हटाने की किसी की हिम्मत नही चाहे गन्दगी फेलो या फिर आवारा जानवरो का शिकार इंसान हो इसमें इंसान की कोई कीमत नही हे क्योंकि यह पूण्य का कार्य जो कर् रहे हे यह शब्द हे हमारे कुछ जनप्रतिनिधियो में इन जनप्रतिनिधियो से पूछना चाहता हु फिर घाटो पर खाद्य सामग्री बेचने और आवारा जानवरो को हटाने की क्या जरूरत यह भी तो पूण्य का कार्य कर रहे हे एक तरफ तो नगरपालिका और प्रशासन पुष्कर की साफ सफाई में लाखो रूपये खर्च कर रही हे तो दूसरी तरफ चारा बेचने वाले जगह जगह गंदगी फेला रहे हे।चारा बेचने पर कोई एतराज नही हे अच्छा हे बेचे और पूण्य का कार्य करे परन्तु इनका कोई निचित स्थान होना चाहिए जिससे किसी को कोई परेशानी न हो और गंदगी भी न फैले।आज ही देखलो नगरपालिका के कर्मचारी इनको हटाने गए तो हमारे जनप्रतिनिधियो ने इनको हटाने से रोक दिया।आखिर इनको क्या स्वार्थ हे अगर इनको इतना ही दर्द आ रहा हे तो इन जनप्रतिनिधियो को अपने घर और दुकान के आगे क्यो नही इनको बिठा देते हे।
अनिल पाराशर संपादक बदलता पुष्कर
