जिस प्रभात में ईश्वर का स्मरण हेा जाय वो सुप्रभात हो जाती है

ग्रो ग्रास एवं प्रभात फेरी जैसी लुप्त हो रही परम्परा पुनजीर्वित होनी चाहिए
मन की दीवारों को गिराये, इंसानीयत की स्थापना करो
यह हमारे देश की खुदकिस्मती है कि हम सभी भगवानों को एक मानते है पर यह हमारे देश की बदकिस्मती है कि हम भगवान की एक भी नहीं मानते ।।
राष्ट्रसंत पुलक सागर जी महाराज

aaअजमेर/23 जुलाई 2015 गुरूवार । सन्यास आश्रम के अधिष्ठाता स्वामी शिवजयोतिषानन्द महाराज की सद्पे्ररणा एवं पावन सानिध्य में गत साढे पाँच वर्ष से चल रही प्रभात फेरी आज प्रातः 5.45 बजे हरी संकीर्तन करते हुये नसियां पहूँच कर राष्ट्रसंत पुलक सागर जी महाराज को श्रीफल भंेट किया एवं सन्यास आश्रम के वेद पाठी बालकों ने स्वस्ती मंत्र का उच्चारण किया उमेश गर्ग ने बताया कि इस अवसर पर परम श्रेद्धय पुलक सागर जी महाराज ने अपने आर्शीवचन में कहा कि ‘‘ जिस प्रभात में ईश्वर का स्मरण हो जाय वो सुप्रभात हो जाती है इसे जन जन तक पहुंचाना एवं जन मानस को प्रभात फेरी की अनूठी लुप्त होती परम्परा को हृदय से स्वीकार कर पुर्नजीवित करना चाहिए। गो ग्रास की परम्परा भी लुप्त हो रही है यदि घर परिवार में हमें संस्कार चाहिये तो गौ ग्रास प्रभात फेरी जैसी परम्पराओं को पुनः अपनाना होगा।
गौ माता के लिए प्रत्येक घर से दो रोटी अवश्य निकलनी चाहिये और उसका गऊशाला में जाकर या गऊमाता तक पहुंचाकर समूचित एवं सार्थक उपयोग होना चाहिये। राष्ट्र संत ने कहा कि मन की दीवारों को गिराकर इंसानियत की स्थापना होनी चाहिये हमारे देश की खुश किस्मती है कि हम सभी भगवानों को एक मानते है और हमारे देश की बदकिस्मती है कि हम भगवान की एक भी नहीं मानते इश्वर के बताये मार्ग पर चलना सर्वश्रेष्ठ भक्ति है। सदैव सत्य, प्रेम एवं अंहिसा के मार्ग पर चलना चाहिये और यही सत्य एवं सनातन है। आज प्रभात फेरी में विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्तीय अध्यक्ष श्री आनंद प्रकाश जी अरोड़ा, सीता गऊ शाला एवं तुलसी सेवा संस्थान के अध्यक्ष्ज्ञ ओमप्रकाश मंगल, प्रभात फेरी एवं श्री पुष्कर गौआदि पशुशाला के लक्ष्मीनारायण हटुका अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के अजमेर युवा शाखा के अध्यक्ष्ज्ञ उमेश गर्ग, वैष्णव भक्त श्री रमेश मित्तल, श्री अशोक अग्रवाल, श्री आलोक माहेश्वरी, महेश शर्मा, श्री रामरतन जी छापरवाल, सत्यनारायण नारियल वाले, कैलाश, शान्तिलाल, ब्रिजेश शर्मा के अतिरिक्त सन्यास आश्रम के वेदपाठी बालक आचार्य एवं अनेक वैष्णव भक्त उपस्थित थे।

(उमेश गर्ग)
मो. 9829793705

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