समाज के विकास के लिए एकता जरूरी-स्वामी हंसराम जी महाराज
अजमेर, 24 जुलाई। सिन्धी समाज महासमिति की ओर से प्रकाशित पुस्तक ’’सिन्धी @ अजमेर’’ का विमोचन समारोह शुक्रवार को स्वामी कॉम्पलैक्स की चौथी मंजिल पर स्थित बैंक्वेट हॉल में सिन्धी समाज के सभी संत-महात्माओं के साथ अध्यक्ष अखिल भारतीय सिंधु संत समाज व हरी शेवाधाम, भीलवाड़ा के महन्त स्वामी श्री हंसराम जी महाराज ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कोई समाज तभी विकास कर सकता है, जबकि उसमें एकता हो और साधन संपन्न वर्ग जरूरतमंद की सेवा की योजनाएं चलाए।
उन्होने कहा कि समाज में जागृति और एकता की दिशा में यह पुस्तक एक अनुठा प्रयास है। उन्होने कहा कि समाज को एकजुट होकर अपने लिये सभी जरूरी अधिकार सरकार से हासिल करने चाहिए। इसके लिये राज्य स्तर पर समाज की पंचायत बनाना बहतर रहेगा।
मनोहर उदासिन आश्रम अजयनगर के महंत स्वामी श्री स्वरूपदास जी ने कहा कि भावी पीढ़ी को सिंधु संस्कृति की जानकारी देने की दिशा में यह एक अच्छा कदम है।
स्वामी बसंतराम दरबार के संाई ओमलाल ने कहा कि यह अच्छी बात है कि पुस्तक हिन्दु भाषा में प्रकाशित की गयी है जिसका भावी पीढ़ी लाभ उठा सकेगी।
इस अवसर पर स्वागत भाषण देते हुए महासमिति के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया कि अजमेर के सभी सिंधियों को एक सूत्र में पिरोने के मकसद से यह एक प्रयास पुस्तकाकार रूप में प्रस्तुत किया गया है। इसमें सिंध से यहां आ कर सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने वाले हमारे तकरीबन सवा सौ पूर्वजों, विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत सामाजिक व स्वयंसेवी संस्थाओं और व्यापारिक संगठनों तथा दो सौ से अधिक महत्वपूर्ण व्यक्तियों के परिचय मय फोटो दिए गए हैं। तकरीबन आठ हजार से अधिक समाज बंधुओं के नाम, पते व फोन नंबर आदि भी दिए गए हैं। अपने प्रकार का यह समाजोपयोगी पहला संकलन है।
पुस्तक के संपादक वरिष्ठ पत्रकार गिरधर तेजवानी ने बताया कि पुस्तक की उपयोगिता को ध्यान में रख कर इसे हिंदी और अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित किया गया है। उन्होंने बताया कि महासमिति की ओर से सिंधु संस्कृति को जेहन में कायम रखने के लिए एक अन्य प्रयास के तहत शीघ्र ही एक और पुस्तक भी प्रकाशित की जाएगी। उसमें हमारी महान व प्राचीन संस्कृति का विराट दिग्दर्शन कराने के साथ आजादी से लेकर अब तक के उतार-चढ़ाव का शब्द चित्र प्रस्तुत करने का प्रयास रहेगा। ये प्रयास न केवल मौजूदा पीढ़ी, अपितु भावी पीढिय़ों के लिए उपयोगी और संग्रहणीय रहेगा। इस अवसर पर अजमेर की शक्सियत- नवलराय बच्चानी का अभिनन्दन किया गया।
कार्यक्रम जी शुरुआत झूलेलाल व स्वामी हिरदाराम साहिब की मूर्ति के आगे दीप प्रज्ज्वलित व माल्यार्पण कर की गई। इस मौके पर स्वामी श्री हंसराम जी महाराज सहित महंत श्री स्वरूपदास मनोहरदास उदासी, संत श्यामदास जी, स्वामी श्री रामदास उदासीन, साईं श्री ओमलाल, संत सुश्री मोहिनी देवी खेमानी, स्वामी श्री अद्वैतानन्द सागर, ट्रस्टी श्री नारायणदास गागनदास रतनानी आदि संत-महात्माओं का माला व शॉल पहना कर स्वागत किया गया व सभी संत महात्माओं व सदर कोतवाली सी.आई जितेन्द्र गंगवानी, जिला रसद अधिकारी सुरेश सिंधी, अतिरिक्त चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. लक्ष्मण हरचन्दानी व महेश तेजवानी द्वारा विमोचन समारोह किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में देवीदास दीवाना द्वारा ‘आंधीयों में ज्योत जलायण वारा’ सिंधी गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन अनीता शिवनानी ने किया।
इस मौके पर हरिश झामनानी, अजीत पमनानी, राधाकिशन आहुजा, ईसर भम्भानी, गुलशन मेघानी, हरीश केवलरामानी, उत्तम गुरबक्षानी, राजकुमार तुलसियानी, किशोर बदलानी, नरेश बागानी, भवानी शंकर थदानी, मनोहर सच्चदेवानी, दिलीप कुमार थदानी, प्रकाश हिंगोरानी, दीपक साधवानी, कमल लालवानी, गोप मीरानी, श्याम रीझवानी, पुरुषोत्तम कोरानी, दिलीप भूरानी, मनोहर खबरानी, महेन्द्र तीर्थानी, भगवान कलवानी, जगदीश अबीचन्दानी, रमेश टिलवानी, हरिश हिगोंरानी, मनीश किशनानी, अशोक मटाई, खेमचन्द नारवानी, देवीदास दीवाना, राम गीता मटाई, नारायणदास हरवाणी, विजय साहनी, लक्ष्मण कोटवानी, के.जी. ज्ञानी, किशोर मंगलानी आदि मौजूद थे। अंत में धन्यवाद अजीत पमनानी ने दिया।
कंवल प्रकाश किशनानी
अध्यक्ष