पुष्कर के प्रसिद मालपुए गरीबो की पहुंच से हुए दूर

mजी हा आप सुनकर और जानकर आश्चर्य होगा की पुष्कर के प्रसिध्द रबड़ी के मालपुए अब गरीबो से काफी दूर हो गए हे हालाँकि तीर्थनगरी गरीब लोगो के लिए हर चीज दूर हो चुकी हे महंगाई के साथ साथ मालपुए के भाव बढ़ते गए लेकिन महंगाई घट जाने के बाद भी भाव ज्यो के त्यों ही बने हे आज मालपुए 300 रूपये किलो हो गए अगर आपको मालपुए टेस्ट करने हे तो भी 20 रूपये खर्च करने पड़ेंगे स्थानीय लोगो का कहना हे की मालपुए और मिठाइयो की दर कब बढ जाती हे पता ही नही चलता हे अब शक्कर और घी के भाव वापस कम हो जाने के बाद भी मालपुए के भाव कम नही हुए यही हाल नमकीन का जो 160 रूपये किलो के भाव से बिक रही हे ।रसद विभाग की लापरवाही के चलते पुष्कर में जब चाहे तब दरे बढ़ा देते हे। यात्रियों की पहली पसंद ही पुष्कर के प्रसिध्द मालपुए हे जो भी यात्री पुष्कर आएगा मालपुए जरुर खाकर जायेगा ।यात्रियों की मांग के चलते आये दिन इनकी दरे बढने से इसका खामियाजा स्थानीय लोग और गरीब तबके के यात्रियों को भुगतना पड रहा हे ।
अनिल पाराशर संपादक बदलता पुष्कर।

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