14 लाख 77 हजार का राजस्व निर्धारण
अजमेर, 18 अगस्त। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के सतर्कता दलों द्वारा बिजली चोरी रोकने के लिए की गई प्रभावी कार्यवाही के तहत मंगलवार को विभिन्न वृत्तांे में की गई छापामार कार्यवाही के तहत 90 स्थानों पर बिजली चोरी की जांच कर 88 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़कर कुल 14 लाख 77 हजार 500 रूपए का राजस्व वसूली का निर्धारण किया गया।
निगम के उप पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) एवं अभियान प्रभारी श्री सुरेन्द्र कुमार भाटी ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए 18 अगस्त को की गई कार्यवाही के तहत बिजली चोरी के सामने आए मामलों में अजमेर वृत्त में 3 स्थानों पर बिजली चोरी की जांच कर सभी स्थानों पर चोरी पकड़कर 36 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। भीलवाड़ा वृत्त में 4 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़कर 35 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। नागौर वृत्त में 25 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़कर एक लाख 49 हजार 500 रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। झुंझुनूं वृत्त में 11 स्थानों पर जांच कर 10 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़कर 90 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। सीकर वृत्त में 20 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़कर 6 लाख 61 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। चित्तौड़गढ़ वृत्त में 8 स्थानों पर जांच कर 7 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़कर 60 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। प्रतापगढ़ वृत्त में 18 स्थानों पर जांच कर सभी स्थानों पर बिजली चोरी पकड़कर 96 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया। इसी प्रकार राजसमंद वृत्त में एक स्थान पर बिजली चोरी पकड़कर 3 लाख 50 हजार रूपए का राजस्व निर्धारण किया गया।
विद्युत थानों द्वारा की गई कार्यवाही:-
उप पुलिस अधीक्षक (सतर्कता) एवं अभियान प्रभारी श्री सुरेन्द्र कुमार भाटी ने बताया कि मंगलवार को विद्युत चोरी निरोधक पुलिस थानों में विद्युत चोरांे के खिलाफ कार्यवाही कर 16 प्रकरण दर्ज कर कुल 10 प्रकरणों का निस्तारण कर एक लाख 19 हजार 990 रूपए की वसूली की गई।
उन्होंने बताया कि अजमेर में 3 प्रकरणों का निस्तारण कर 15 हजार 794 रूपए की वसूली की गई जबकि नागौर में एक प्रकरण का निस्तारण कर 4 हजार 264 रूपए की वसूली की गई। इसी प्रकार मकराना में एक प्रकरण में 26 हजार 519 रूपए, चित्तौड़गढ़ में एक प्रकरण में 14 हजार 447 रूपए, प्रतापगढ़ में एक प्रकरण में 15 हजार 884 रूपए, डूंगरपुर में एक प्रकरण में 2 हजार 282 रूपए तथा उदयपुर में 2 प्रकरणों में 40 हजार 800 रूपए की वसूली की गई।
