जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश कुमार चौहान ने बताया कि नो जिलों के 104 तकनिकी अधिकारियों को सात गु्रप में बांटकर कर बांदनवाड़ा ग्राम पंचायत के रामेश्वरपुरा, भगवानपुरा, सूरजपुरा, बगराई, हाथीपुरा गांव की फिल्ड विजिट करवाकर पायलट सर्वे करवाया गया। अधिशाषी अभियंता, मनरेगा एनके टांक ने बताया कि महात्मा गंाधी नरेगा योजनान्तर्गत जन सहभागी बढ़ाने हेतु निस्सहाय वर्गों के लिए परिवार स्तर का नियोजन, ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं की पहचान कर कौशल्य विकास के लिए तत्पर करने, अभी की सूचियों में प्रतिबिंबित नहीं हो रही ग्रामीण आवास की जरूरत का आंकलन करते हुए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी कानून के तहत वंचित परिवारों की मांग का आंकलन और सहभागी नियोजन एवं श्रम बजट के साथ ग्राम पंचायत कार्यों की सूची, दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौषल योजना के तहत महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारन्टी कानून श्रमिकों के लिए कौषल विकास अवसरों पर सूचना एवं सभी घरों के कौषल विकास पर प्राथमिकता, इन्दिरा आवास योजना के तहत उपलब्ध लाभार्थी सूची का प्रमाणीकरण और ग्रामपंचायतवार वंचित योग्य लाभार्थी सूची का सर्वे कार्य, एनआरएलएम योजना के तहत एसईसीसी सूची को संकेतक के तौर पर प्रयोग करते हुए प्रत्येक घरवार वंचित परिवारों के लिए आजीविका योजना का पायलट सर्वे किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में अधिशाषी अभियंता पंचायती राज विभाग के अरविंद सक्सेना, महानरेगा एनके टांक, लेखाधिकारी महानरेगा जेपी ख्ंिाची, सहायक अभियंता संजय जैन ने प्रशिक्षण दिया।
(विकास जादम)
जिला समन्वयक, आईईसी
जिला परिषद अजमेर
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