प्रदेश में अजमेर जिला शौचालय निर्माण में प्रथम

स्वच्छ भारत मिशनः जिले की 15 ग्राम पंचायते खुले में शौच से मुक्त

जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक का श्रीनगर पंचायत समिति की ग्राम पंचायम घूघरा की भोपा बस्ती में उगमा देवी आभार प्रकट करते हुए शौचालय का उपयोग कर स्वच्छता का भरोसा दिलाते हुए।
जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक का श्रीनगर पंचायत समिति की ग्राम पंचायम घूघरा की भोपा बस्ती में उगमा देवी आभार प्रकट करते हुए शौचालय का उपयोग कर स्वच्छता का भरोसा दिलाते हुए।
पीसांगन पंचायत समिति की ग्राम पंचायत मकरेडा के आज खुले में शौच से मुक्त होने पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार एवं उपस्थित जनप्रतिनिधि।
पीसांगन पंचायत समिति की ग्राम पंचायत मकरेडा के आज खुले में शौच से मुक्त होने पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार एवं उपस्थित जनप्रतिनिधि।
पीसांगन पंचायत समिति की ग्राम पंचायत मकरेडा के आज खुले में शौच से मुक्त होने पर गौरव यात्रा को झण्डी दिखाकर रवाना करती जिला प्रमुख श्रीमती वन्दना नोगिया, पूर्व जिला प्रमुख सरिता गैना, अतिरिक्त कलक्टर श्री किशोर कुमार व अन्य।
पीसांगन पंचायत समिति की ग्राम पंचायत मकरेडा के आज खुले में शौच से मुक्त होने पर गौरव यात्रा को झण्डी दिखाकर रवाना करती जिला प्रमुख श्रीमती वन्दना नोगिया, पूर्व जिला प्रमुख सरिता गैना, अतिरिक्त कलक्टर श्री किशोर कुमार व अन्य।
अजमेर, 11 सितम्बर। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे के प्रदेश के सर्वांगीण विकास के विजन में स्वच्छता व स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी गई है, उन्होंने प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी की वर्ष 2018 तक सम्पूर्ण भारत को खुले में शौच से मुक्त करने के लक्ष्य को स्वीकार करते हुए प्रदेश को वर्ष 2017 तक खुले में शौच से मुक्त करने का संकल्प लिया है। प्रदेश में नारी की गरिमा, स्वच्छता व स्वास्थ्य के उच्च मापदंडों को स्थापित करते हुए विभिन्न जिलों में स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है। अजमेर जिले में भी स्वच्छ भारत अभियान के तहत अभूतपूर्व कार्य हुआ है, जिसके चलते शौचालय निर्माण के वार्षिक लक्ष्य को समयावधि से पूर्व ही प्राप्त करते हुए 15 ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त कर दिया गया है।
जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने बताया कि नारी की गरिमा व सम्मान से जुडे स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों के निर्माण कर स्वच्छता व स्वास्थ्य के उच्च मापदंड स्थापित करते हुए प्रदेश को खुले में शोच से मुक्त करने के अभियान में अजमेर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत अजमेर जिला प्रदेश में शौचालय निर्माण में प्रथम स्थान पर बना हुआ है, शौचालय निर्माण के वार्षिक लक्ष्य के तहत अजमेर को मार्च 2016 तक 52 हजार शौचालयों का निर्माण करना था लेकिन जिले ने निश्चित समयावधि से पूर्व ही लक्ष्य को हासिल करते हुए अब तक 55 हजार 508 शौचालय का निर्माण कर लिया है। इस प्रकार अजमेर जिला शौचालय निर्माण के वार्षिक लक्ष्यों की प्राप्ति के 106.75 प्रतिशत लक्ष्य को हासिल कर प्रंथम स्थान पर बना हुआ है जबकि सिरोही 104.74 एवं पाली 100.55 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर क्रमशः द्वितीय व तृतीय स्थान पर बने हुए है।
उन्होंने बताया कि जिले को खुले में शौच से मुक्त करने के अभियान में प्रेरक कार्यकत्र्ताओं, प्रबुद्धजनों स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिले मेें विभिन्न ग्राम पंचायतों के अटल सेवा केन्द्रों पर बैठकें आयोजित कर ग्रामवासियों को स्वच्छता व स्वास्थ्य के महत्व से अवगत कराते हुए घरों में शौचालय निर्माण हेतु प्रेरित किया गया है।

जिले की 15 ग्राम पंचायतें खुले में शौच से मुक्त
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद श्री राजेश कुमार चैहान ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत अजमेर जिले की सभी 9 पंचायत समितियों में मिशन के तहत कार्य किया जा रहा है जिसके तहत आमजन को शौचालय निर्माण के प्रति जागरूक करते हुए स्वच्छता व स्वास्थ्य के महत्व से अवगत कराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 15 ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त कर दिया गया है आगामी 2 अक्टूबर तक कई और ग्राम पंचायतों को भी खुले में शौच से मुक्त कर जिले को स्वच्छ व स्वस्थ बनाने की दिशा में कदम बढाया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि आज अजमेर जिले की पंचायत समिति मसूदा की ग्राम पंचायत बरल द्वितीय व पंचायत समिति पीसांगन की ग्राम पंचायत मकरेडा को खुले में शौच से मुक्त करते हुए ग्रामवासियों के साथ विशाल गौरव यात्राएं निकाली गई है।

श्रीनगर व पीसांगन में सर्वाधिक ग्राम पंचायतें खुले में शौच से मुक्त
जिले में श्रीनगर व पीसांगन पंचायत समितियों में अब तक सर्वाधिक ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त किया गया है। श्रीनगर पंचायत समिति की 5 ग्राम पंचायत कायड, कानाखेडी, सेंदरिया, गगवाना एवं घूघरा को खुले में शौच से मुक्त कर दिया गया है। इसी प्रकार पीसांगन की भी 5 ग्राम पंचायत सराधना, कालेसरा, नांद, तबीजी एवं मकरेडा को खुले में शौच से मुक्त कर दिया गया है। पंचायत समिति अरांई की ग्राम पंचायत दादिया, पंचायत समिति देलवाडा की ग्राम पंचायत जवाजा, पंचायत समिति केकडी की ग्राम पंचायत कालेडा कृष्ण गोपाल, पंचायत ससिति किशनगढ की सलेमाबाद एवं मसूदा की ग्राम पंचायत बरल द्वितीय को भी खुले में शौच से मुक्त कर दिया गया है। इन सभी ग्राम पंचायतों के खुले में शौच से मुक्त हो जाने पर ग्राम पंचायतों में विशाल गौरव यात्राएं निकाली गई जिसमें बडी संख्या में ग्रामवासी, जनप्रतिनिधि, प्रेरक कार्यकत्र्ता, छात्रा-छात्राएं एवं अधिकारीगण भी शामिल हुए।

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