नेहरू युवा केन्द्र संगठन के पुनर्जागरण अभियान का राज्य स्तरीय समापन समारोह आयोजित
अजमेर, 16 सितम्बर। नेहरू युवा केन्द्र संगठन के महानिदेशक मेजर जनरल श्री दिलावर सिंह ने कहा कि भारतीय संस्कृति वसुधैव कुटुम्बकम व सर्वधर्म समभाव के मूल्यों से ओतप्रोत रही है लेकिन देश सैंकडों वर्षों तक गुलाम रहा है, जिससे आर्थिक व सांस्कृतिक जीवन प्रभावित हुआ है इस नकारात्मक स्थिति को दूर कर संस्कृति व मूल्यों की रक्षा करने में देश का युवा समर्थ है।
श्री सिंह आज नेहरू युवा केन्द्र संगठन के पुनर्जागरण अभियान के जवाहर रंगमंच पर आयोजित राज्य स्तरीय समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सैंकडों वर्षो की गुलामी के दौर में देश की संस्कृति, अर्थव्यवस्था व जीवन प्रभावित हुआ है इसी कारण समाज में नकारात्मक स्थिति बनी हुई है, जिसे दूर करने की आवश्यकता है। देश की आजादी के बाद जितनी प्रगति होनी चाहिए उतनी नही हो पाई है जबकि हमारे साथ ही आजाद होने वाले जापान, चीन जैसे देश आर्थिक, सामाजिक व सांस्कृतिक प्रगति कर विकसित देश बन गए हंै।
उन्होंने कहा कि देश की 125 करोड की आबादी में से 73 करोड युवा है जा मिलकर देश को प्रगति के पथ पर श्रेष्ठ भारत बनाने की क्षमता रखते हंैं, आवश्यकता सिर्फ उसे सही मार्गदर्शन देने की है। उन्होंने कहा कि आज के युवा के सबसे बडी समस्या रोजगार है जिससे वह भरण-पोषण कर सके, इसके लिए आवश्यक है कि उन्हें हुनरमंद बनाकर मार्केटिंग, एच.आर, सेल्स व अन्य तकनीकी कौशल से परिपूर्ण किया जाएगा तो वे परिवार, समाज व राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकेंगे।
श्री सिंह ने कहा कि भविष्य में नेहरू युवा केन्द्र के माध्यम से कई नये कार्यक्रम चलाये जाएंगे जिससे युवाओं का सर्वांगीण विकास होगा साथ ही समाज व राष्ट्र भी प्रगति पथ पर आगे बढेगा। उन्होंने कहा कि नेहरू युवा केन्द्र संगठन द्वारा देश में गत 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी जयन्ति के अवसर पर पुनर्जागरण यात्राएं प्रारम्भ की गई, जिसमें युवाओं ने देश के 100 जिलों की विभिन्न ग्राम पंचायतों में आमजन को केन्द्र व राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के साथ ही अधिकारों व कत्र्तव्य के प्रति जागरूक किया। राजस्थान में भी पुनर्जागरण यात्रा कार्यक्रम से आमजन को काफी लाभ हुआ है भविष्य में इस प्रकार के कार्यक्रम को बढावा दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जब तक गांव का विकास नही होगा तब तक देश का विकास संभव नही है, नेहरू युवा केन्द्र की पुर्नजागरण यात्राओं के माध्यम से युवाओं ने केन्द्र व प्रदेश सरकार के स्वच्छ भारत मिशन, कौशल विकास, डिजिटल इंडिया, प्रधानमंत्राी बीमा योजना, बेटी बचाओं-बेटी पढाओं जैसे जनकल्याणकारी कार्यक्रमों के बारे में गांव-गांव में आमजन को जागरूक किया है। इस अवसर पर उन्होंने देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वाले शहीद भगतसिहं, रानी लक्ष्मीबाई, स्वामी विवेकानन्द समेत कई महान विभूतियों को स्मरण करते हुए युवाओं को प्रेरित किया।
जिला युवा समन्वयक नेहरू युवा केन्द्र श्री एस.एस. जोशी ने कहा कि भारतीय संस्कृति सर्वधर्म सद्भाव की प्रतीक रही है, अजमेर भी सूफी संत ख्वाजा साहब की दरगाह व पुष्कर में ब्रह्माजी का मन्दिर इसी गंगा-जमनी संस्कृति के उदाहरण है। उन्होंने मेजर जनरल श्री दिलावर सिंह का अजमेर की पवित्रा भूमि पर आगमन व युवाओं को प्रेरित करने के लिए आभार भी जताया।
इससे पूर्व समारोह का शुभारंभ स्वामी विवेकानन्द व पंडित दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। इसके बाद नेहरू युवा केन्द्र संगठन के महानिदेशक मेजर जनरल श्री दिलावर सिंह का पगडी व मालाएं पहनाकर स्वागत व अभिनन्दन किया गया। समारोह में प्रदेश के विभिन्न जिले से आएं नेहरू युवा केन्द्र के प्रतिनिधियों सुरेन्द्र कुमार पण्ड्या-उदयपुर, धीरज जोशी-डूंगरपुर, राजेन्द्र सेन-जयपुर एवं अंजु-राजसमन्द ने पुनर्जागरण यात्रा की उपलब्धियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
समारोह में अजमेर, डूंगरपुर, उदयपुर, राजसमन्द, जयपुर, भरतपुर, धौलपुर व दौसा के नेहरू युवा दल के सदस्यों के उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रशस्ति पत्रा व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर पुनर्जागरण यात्रा के दौरान सहयोग करने वाले सरपंच सर्व श्री आलम अली, मगन कंवर, लखपतराम, पन्नालाल गैना, भगवानदास को भी स्मृति चिह्न व माल्र्यापण से अभिनन्दन किया गया। समारोह में शबाना व पार्टी ने कालबेलिया नृत्य, पूनम व दल ने राजस्थानी नृत्य, बिंदिया एवं दौसा से आए दल ने भी रंगारंग प्रस्तुतियां दी। अन्त में आभार नेहरू युवा केन्द्र के मण्डल निदेशक श्री ए.आर. पाण्डेय ने ज्ञापित किया।
इस अवसर पर ब्लाॅक पीसांगन प्रमुख श्री दिनेश पचार, निदेशक राज्य संदर्भ केन्द्र डाॅ. जमील काजमी, श्री सुभाष ओझा, प्रदेश के विभिन्न जिलों के नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा समन्वयक, युवा दल एवं कई गणमान्य नागरिक भी मौजूद थे।
