सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकारों ने दर्शकों का मन मोह लिया

beawar samacharब्यावर,24 सितम्बर। राजस्थान की बहुरंगी संस्कृति के परिचायक ब्यावर का तीन दिवस वीर तेजा मेला जलझूलनी एकादशी को रात्रि में आयोजित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन के साथ सम्पन्न होगया।इस सांस्कृतिक आयोजन में मुख्य अतिथि विधायक शंकर सिंह रावत थे ,अध्यक्षता पूर्व सीमएचओ डॉ0 एस0सी0जैन ने की, वहीं विशिष्ट अतिथि के रूपमें उद्योगपति व सांस्कृतिक कार्यक्रम के प्रायोजक आशीष हेड़ा, चैन सुख हेडा, वरिष्ठ पत्राकार एवं दैनिक निरन्तर के सम्पादक रामप्रसाद कुमावत, महेन्द्र्र सिंह रावत, रामवतार लाटा, राजेन्द्र काबरा, मेघराज बोहरा, दीप सिंह काठात, बद्र्री सामरिया, दिनेश शर्मा इत्यादि थे। सांस्कृतिक संध्या दौरान उपस्थित हुए अतिथियों का नगर परिषद की ओर से भावभीना स्वागत पुष्पाहार, साफा व शॅाल के साथ किया। कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि कार्यक्रमाध्यक्ष डॉ0एस0सी0जैन ने मैजबान एवं सभापति नगरपरिषद श्रीमती बबीता चौहान को साफा पहनाकर एक नई परम्परा महिला अभिनन्दन की इस नगर में शुरू करदी। तेेेजा मेला आयोजन को सफल बनाने हेतु परिषद के स्वास्थ्य अधिकारी विजय सिंह चौधरी, लेखाधिकारी श्री अरोड़ा, मेला संयोजक विनोद खाटवा, सहायक मेलाधिकारी बैंकट शर्मा व दुर्गा प्रसाद जाग्रत इत्यादि का तथा पत्राकार बन्धुओं, समाजसेवी नरेन्द्र चौहान का स्वागत/अभिनन्दन किया गया। स्वागत कार्यक्रम का संचालन प्रतिपक्ष नेता एवं पार्षद विजेन्द्र प्रजापति जॉली ने किया। श्री जॉली का भी स्वागत व अभिन्नदन किया गया। ऐतिहासिक मेला के समापन समारोहाध्यक्ष डॉ0 एस0सी0जैन ने तेजा मेला आयोजन को सफल बनाने में विधायक श्री राव नगरपरिषद सभापति बबीता चौहान व नगर पार्षदों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। मुख्य अतिथि विधायक श्री रावत ने कहा कि तेजा मेला आयोजन आमजनता से जुड़ा आयोजन होता है जिसे सफल बनाने में सामूहिक सहयोग व बगैर किसी भेदभाव के साथ जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों को यथेष्ट सहयोग देना चाहिए।क्षेत्रा का विकास सभी को मिलजुलकर मापदण्ड व कार्यक्रम बनाने चाहिए।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में पायल म्युजिकल इवेन्टस ग्रुप के कलारों द्वारा रंगारंग एवं मनभावन कार्यक्रमों की प्रस्तृति देकर उपस्थित समस्त दर्शकों व श्रोताओं पर अमिट छाप छोड़ी। इसमें कलाकरों ने अरूण सिंह चौहान ने मंच संचालन ने किया। कलाकारों ने गणपति वन्दना, ,हैलो म्हारो सुनोजी रामसा पीर, आई लव माई इण्डिया, सहित अनेक गायन/नृत्य के साथही हैरत अंगेेज कारनामों व भवाई नृत्य आदि अनेक मनभावन पस्तुतियों से मेलार्थी व सांस्कृतिक संध्या के श्रोताओं का बेहतरीन मनोरंजन किया।

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