अजमेर में इंडियन सोसायटी आॅफ कार्डियोलाॅजी की दसवीं वार्षिक सेमीनार का शुभारम्भ
अजमेर 25 सितम्बर। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि वर्तमान में असंतुलित खानपान और अनियमित जीवनशैली के कारण व्यक्ति रोगी और कमजोर होते जा रहे हैं। भारतीय संस्कृति का मूलमंत्रा संतुलित आहार और नियमित व्यायाम ही स्वस्थ जीवन का आधार है। लेकिन इस मूलमंत्रा को आत्मसात कर चलने वालों की कमी है। हृदय से संबंधित रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में हृदय रोग से संबंधित चिकित्सकों की जिम्मेदारी बढ़ती जा रही है। चिकित्सक इसे समाज सेवा की तरह ले तो निश्चित रूप से परिस्थितियों में बदलाव आएगा।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने आज अजमेर में इंडियन सोसायटी आॅफ कार्डियोलाॅजी की दसवीं वार्षिक सेमीनार का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अनियमित जीवनशैली समाज में रोगों, खासकर हृदय से जुड़ी बीमारियों को बढ़ावा दे रही है। बड़ी संख्या में जवान लोग भी इन बीमारियों की चपेट में आ रहे है। जिस तरह स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ हृदय की आवश्यकता होती है। उसी तरह हृदय रोग के विशेषज्ञ चिकित्सक भी समाज की धड़कन की तरह है।
प्रो. देवनानी ने कहा कि सदियों से संतुलित आहार और नियमित व्यायाम भारतीय संस्कृति का मूलमंत्रा रहा है। लेकिन अब अनियमित जीवनशैली और आजीविका की आपाधापी में आहार और व्यायाम का अभ्यास आमजन से छूटता जा रहा है। पहले 60 या 70 वर्ष की आयु के बाद हृदय रोग के लक्षण दिखायी देते थे। लेकिन अब 18-20 साल के युवा भी इन रोगों से पीडि़त हो रहे है। चिकित्सक अपनी गहन शोध से इन कारणों का पता लगाए और चिकित्सा के क्षेत्रा में नए आयाम स्थापित करेें।
शिक्षा राज्य मंत्राी ने कहा कि चिकित्सक अपनी पेशेवर योग्यता के साथ ही समाजसेवी के रूप में भी आगे आएं। चिकित्सक लोगों को इन बीमारियों के खतरों से आगाह करते हुए स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं को विकसित करने के लिए पूरी गम्भीरता से प्रयास कर रही है। अजमेर में भी अस्पताल के विकास के लिए करोड़ों रूपए खर्च किए गए है। चिकित्सकों की भी कमी दूर करने के प्रयास किए जा रहे है। जल्द ही इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
कार्यक्रम में महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, विख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ. समीन शर्मा, मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. एस.के.अग्रवाल, डाॅ. आर.के.गोखरू, डाॅ. कमला गोखरू एवं डाॅ. संजीव माहेश्वरी सहित कई प्रख्यात चिकित्सक उपस्थित थे।