शिक्षा राज्य मंत्राी ने शिक्षकों से किया सहयोग का आग्रह, कहा- सरकार आपके साथ, आप भी मनोयोग से जुटें शिक्षा के कायाकल्प में
शिक्षा मंत्राी ने की शैक्षिक अधिवेशनों में शिरकत
अजमेर 05 अक्टूबर। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले एक साल में प्रदेश में शिक्षा एवं शिक्षकों की उन्नति के लिए पूरी गम्भीरता से प्रयास किए है। शिक्षकों को पदोन्नति, रिक्त पदों को भरना और विद्यालय क्रमोन्नयन सहित शिक्षकों की अधिकांश समस्याओं का समाधान किया गया है।
राजस्थान शिक्षा के क्षेत्रा में नई क्रांति की ओर अग्रसर है । अब शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण की जिम्मेदारी और चुनौती को स्वीकारें और प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्रा में अग्रणी स्थान पर खड़ा करने में सहयोग करें।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने आज नसीराबाद के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय एवं अजमेर के तोपदड़ा स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में राजस्थान शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ के शैक्षिक अधिवेशन में शिरकत की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए हर संभव प्रयास किए है। यह प्रयास निरन्तर जारी है। आगामी दिनों में होने वाली संभाग स्तरीय बैठकों में स्टाफ पैटर्न लागू करने पर चर्चा की जाएगी।
प्रो. देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार एवं शिक्षकों के प्रयासों से इस साल पूरे प्रदेश के स्कूलों में 9 लाख नामांकन वृद्धि हुई है। विद्यार्थियों को उनके घर के पास ही 12 वीं कक्षा तक की शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए पिछले एक वर्ष में करीब 5 हजार स्कूलों को उच्च माध्यमिक स्तर पर क्रमोन्नत किया है। प्रदेश का एक भी ऐसा विद्यालय नहीं है जहां संस्था प्रधान नियुक्त नही किया गया हो। प्रदेश में जिला शिक्षा अधिकारियों के लगभग सभी पदों पर नियुक्ति कर दी गई है। विद्यालयों में शिक्षक भी पर्याप्त मात्रा में लगाए जा रहे हैं। जहां रिक्त पद है वहां करीब 13 हजार सेवानिवृत शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है।
प्रो. देवनानी ने कहा कि पाते वेतन पर नियुक्त शिक्षकों को उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक बनाने का विकल्प दिया जा रहा है। जो भी योग्यताधारी शिक्षक चाहें वे इस विकल्प को अपना सकते है। उन्होंने कहा कि राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा शारीरिक शिक्षक भर्ती का परिणाम भी शीघ्र जारी कर दिया जाएगा। नए शारीरिक शिक्षक मिलने के पश्चात प्रदेश का एक भी उच्च माध्यमिक विद्यालय बिना पीटीआई के नहीं रहेगा।
उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश के स्कूलों में खेलों का बढ़ावा देने के लिए खिलाड़ियों का भत्ता 70 रूपए से बढ़ाकर 100 रूपए प्रतिदिन किया जा रहा है। मिडिल स्कूलों में भी भत्ता बढ़ाने के लिए बजट में मुद्दा रखा जाएगा। शिक्षा विभाग का कम्प्यूटराइजेशन का कार्य भी प्रगति पर है।
प्रो. देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार नये शिक्षकों की भर्ती भी शीघ्र करने जा रही है। शीघ्र ही रीट के माध्यम से 15 हजार तृतीय श्रेणी एवं राजस्थान लोक सेवा आयोग के माध्यम से 13 हजार व्याख्याताओं की भर्ती की जाएगी। बड़ी संख्या में हजारों शिक्षकों को पदोन्नति दी गई है। शिक्षकों से जुड़ी समस्याओं का भी प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जा रहा है। अब शिक्षकांे की जिम्मेदारी है कि वे सरकार के इन प्रयासों में पूरा साथ दें एवं शिक्षा के क्षेत्रा में नये कीर्तिमान एवं आदर्श स्थापित करें।
उन्हांेने कहा कि शिक्षा मंे गुणवत्ता लाना बहुत जरूरी है । इसके लिए शीघ्र ही मिनिस्टर आॅन व्हील कार्यक्रम शुरू होगा। इसमें शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी स्वयं अपने यात्रा मार्गों पर पड़ने वाले स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण करेंगे। अधिकारियों को भी इस कार्यक्रम के तहत आकस्मिक निरीक्षण करना होगा। लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
प्रो. देवनानी ने कहा कि किसी भी स्कूल की उन्नति वहां के संस्था प्रधान पर निर्भर करती है। संस्था प्रधान स्कूलों को अपना परिवार मानकर कार्य करें तो निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। संस्था प्रधान स्कूल समय के अतिरिक्त समय देकर अपने विद्यालय की उन्नति कर मिसाल पेश करें। शिक्षकांे एवं विद्यार्थियों से परिवार की तरह व्यवहार करें तो शानदार परिणाम मिल सकते है।
दोनों शैक्षिक अधिवेशनों में प्रो. देवनानी का अभूतपूर्व स्वागत किया गया। शिक्षक संगठनों ने विश्वास दिलाया कि शिक्षक वर्ग प्रदेश में शिक्षा की इस नई क्रान्ति में सरकार के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर सहयोग करेगा एवं प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्रा में नए सोपानों पर ले जाएगा। इस अवसर पर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ. बी.एल.चैधरी सहित विभिन्न शिक्षक नेता एवं अधिकारी उपस्थित थे।
