अजमेर 27 अक्टूबर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अगले सत्र से परीक्षा परिणामों के आधार पर जारी होने वाली योग्यता सूची के फार्मूंले मे बदलाव की तैयारी कर रहा है। मंगलवार को हुई परीक्षा समिति की बैठक में इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गयी।
बोर्ड अध्यक्ष प्रो. बी.एल. चौधरी ने बताया कि पिछले कुछ वर्षांे से लगातार बोर्ड परीक्षाओं की योग्यता सूची को लेकर विवाद उठते रहे है। समिति के सदस्यों ने योग्यता सूची में अपना नाम दर्ज कराने के लिए निजी विद्यालयों में मची होड़, मेरिट को लेकर विद्यार्थियों को भ्रमित किये जाने वाले लोक-लुभावने विज्ञापन और इस संबंध में किये जाने वाले तथाकथित प्रयासों पर अंकुश लगाने की दृष्टि से बोर्ड द्वारा योग्यता सूची जारी करने अथवा नहीं करने के बिन्दु पर अपने विचार रखें।
एक सदस्य का मत था कि बोर्ड में माध्यमिक स्तर की परीक्षाओं में श्रेणी के स्थान पर परीक्षार्थी को ग्रेडिंग दी जाये। कुछ सदस्यों ने अपना मत प्रकट किया कि योग्यता सूची में प्रायोगिक परीक्षाओं और सत्रांकों के माध्यम से अर्जित अंकों को छोड़ते हुए मात्र सैद्धांतिक परीक्षाओं के प्राप्तांकों को आधार बनाया जाये। देश के अन्य शिक्षा बोर्डों द्वारा जारी की जाने वाली योग्यता सूची के फार्मूंले का अध्ययन करने पर भी सहमति बनी। सदस्यों का मत था कि योग्यता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए विद्यार्थियों में भी एक मानसिक दबाव बना रहता है। इस दबाव को भी दूर किये जाने की आवश्यकता है। बोर्ड अध्यक्ष प्रो. चौधरी ने बताया कि बोर्ड वर्ष 2016 की माध्यमिक परीक्षाओं के लिए विशेष उत्तरपुस्तिकाओं का निर्माण कराकर बार कोडिंग व्यवस्था लागू करने जा रहा है। यह व्यवस्था लागू होने के पश्चात् परीक्षक अथवा बोर्ड कार्मिक किसी भी परीक्षार्थी का वास्तविक रोल नम्बर ज्ञात नहीं कर पायेंगे।
परीक्षा समिति ने अनुशंसा की कि राजस्थान बोर्ड की वर्ष 2016 की परीक्षाओं में परीक्षा की दृष्टि से संवेदनशील जिलों में उडनदस्तों की संख्या में पर्याप्त वृद्धि की जाये। वर्ष 2015 की परीक्षाओं में जिन चुनिन्दा संवेदनशील परीक्षा केन्द्रों पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाये गये उन केन्द्रों पर परीक्षा आयोजन व्यवस्था सुचारू व्यवस्थित रही इसलिए परीक्षा समिति ने अनुशंसा की कि वर्ष 2016 की परीक्षाओं के लिए ऐसे केन्द्रों की संख्या गत वर्ष की तुलना में दुगनी कर दी जाये जहाँ सी.सी.टी.वी. कैमरें लगाये जाने है। समिति ने वर्ष 2016 की परीक्षाओं के लिए परीक्षा केन्द्रों पर नजर रखने के लिए टेबलेट के प्रयोग की भी अनुशंसा की गयी।
परीक्षा समिति ने राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर विद्यार्थी सेवा केन्द्र खोलने की अनुशंसा भी की ताकि विद्यार्थी को अपने गृहजिले में ही बोर्ड संबंधी दस्तावेजों की प्रतिलिपि सहज-सुलभ उपलब्ध हो सके। बोर्ड अध्यक्ष प्रो. चौधरी ने समिति को अवगत कराया कि आगामी दो नम्बर को श्रीगंगानगर में बोर्ड द्वारा नवस्थापित विद्यार्थी सेवा केन्द्र का उद्घाटन होगा। परीक्षा समिति की बैठक में डॉ. आशीष सिसोदिया, डॉ. नारायण लाल गुप्ता, देवलाल गोचर, महेश चन्द्र आमेटा, उमराव लाल वर्मा, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा के प्रतिनिधि बापूलाल जोशी बोर्ड सचिव श्रीमती मेघना चौधरी और विशेषाधिकारी-परीक्षा श्रीमती प्रिया भार्गव भी उपस्थित थी।
-राजेन्द्र गुप्ता, उप निदेषक (जनसम्पर्क)