अजमेर 28 अक्टूबर। प्रभारी मंत्राी एवं शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने बुधवार को स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत लक्ष्य निर्धारित करके जिले को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए जिला परिषद सभागार में उपस्थित अधिकारियों का आव्हान किया।
प्रो. देवनानी ने जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया की उपस्थिति में जिले को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए प्रत्येक पंचायत समिति के विकास अधिकारी को लक्ष्य तय करने के लिए कहा उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत अजमेर जिला राजस्थान में सर्वेश्रेष्ठ कार्य करें इसके लिए आवश्यक हैं कि समयबद्ध योजना बनाकर कार्य किया जाए। प्रत्येक परिवार में शौचालय हो यह आवश्यक है साथ ही यह भी आवश्यक है कि शौचालय क्रियाशील हो और उसका सभी सदस्य नियमित उपयोग करें। प्रशासन को समय-समय पर खुले में शौच से मुक्त ग्राम पंचायतों में जाकर ग्राम वासियों की आदतों में आए स्वच्छ बदलाव का अवलोकन करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन शौचालयों की गुणवत्ता बेहतर हो जिससे वे लम्बे समय तक परिवार द्वारा उपयोग में लाए जा सके। निर्मित शौचालयों का भौतिक सत्यापन आवश्यक रूप से किया जाए और कम से कम 10 प्रतिशत शौचालयों का सत्यापन विकास अधिकारी व्यक्तिगत स्तर पर रैण्डेमली करेंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रा के जनप्रतिनिधियों का उपयोग शौचालय निर्माण के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए किया जाए और उनके निर्वाचन क्षेत्रा में बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाए। गांवों को खुले में शौच से मुक्त होने के पश्चात् ग्रामीणों के स्वास्थ्य में वृद्धि होगी एवं चिकित्सा व्यय में कमी आएगी।
प्रो. देवनानी ने सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले के समस्त विद्यालयों में छात्रा-छात्राओं के लिए पृथक शौचालयों की व्यवस्था हो उनमें पानी तथा सफाई की समुचित व्यवस्था रखी जाए। जिले के सभी विद्यालयों के शौचालयों की पर्यवेक्षण रिपोर्ट तैयार की जाए जिसमें उनके कार्यशील होने, नियमित साफ-सफाई करने एवं सफाई की राशि के सदुपयोग के बारे में स्पष्ट धरातलीय सूचना अंकित हो। इसी प्रकार महिला एवं बाल विकास विभाग के भवनों में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर शौचालय निर्मित करने की कार्ययोजना बनाने के लिए भी निर्देशित किया।
जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया ने कहा कि अधिकारियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवास से पूर्व स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं क्षेत्राीय कार्मिकों को सूचित किया जाना चाहिए जिससे की प्रवास सार्थक हो सके। इसी प्रकार जिला परिषद के मुख्यकार्यकारी अधिकारी ने बताया कि जिले को खुले मे ंशौच
से मुक्त करने की पंचायत समितिवार कार्ययोजना का कलैण्डर जिला स्तर पर प्रस्तुत करें जिससे ग्राम पंचायतों का फोलोअप आसानी से किया जा सके।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक श्रीमती विजय लक्ष्मी गौड़, स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक श्री दिनेश कुमार एवं श्री विजेन्द्र सिंह सहित पंचायत समितियों के विकास अधिकारी तथा स्वच्छ भारत मिशन के ब्लाॅक समन्वयक सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।