(संस्कृति द स्कूल का दो दिवसीय सांस्कृतिक समारोह संम्पन्न )
अजमेर 5 अक्टूबर जीवन में विविध रंगो का अति महत्वपूर्ण स्थान है। रंग हमारे जीवन के सुख-दंुख , आषा – निराषा खुषी उल्लास प्रेम ,क्रोध आदि सभी पक्षों के परिचायक होते है। जीवन के इन्हीं भावों को रंगों से जोड़ते हुए संस्कृति द स्कूल के सीनियर वर्ग का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया । वार्षिक प्रदर्षनी को प्रातः 9ः00 से 6ः00 अवलोकननार्थ प्रदर्षित किया गया था । जिसे पंजाब नेषनल बैंक के फील्ड मैनेजर श्रीमती कल्पना गुप्ता स्वम् जोधपुर क्षेत्र के वृताधिकारी श्री यू. एस. शेखावत ने अवलोकन किया एवम् सभी विभागो की प्रदर्षनी को सराहा ।
इन्द्रधनुष के सात रंगो को पैलेट थीम में सांस्कृतिक कड़ियों में पिरोया गया । कक्षा छह से बारहवीं के विद्यार्थियों द्वारा तैयार किये गए कार्यक्रम दक्ष का आगाज मुख्य अतिथि मालिनी अग्रवाल (आई.पी.एस ,आईजी अजमेर ) एवम् कमल पाठक (सी.बी.एस.ई. क्षेत्राधिकारी, अजमेर रीजन)के कर कमलों से माँ सरस्वती का दीप प्रज्जवलन द्वारा किया गया । भारतीय संस्कृति के अनुरूप विद्यार्थियों ने संस्कृत के ष्लोकों का मंगलाचरण करके आध्यात्मिक रंग बिखेरा । कार्यक्रम की विधिवत षुरूआत विद्यालय के षिक्षकों द्वारा गाए ’ये कौन चित्रकार है’ गीत के द्वारा की गई जिसमें कक्षा बारह के वेदान्त षर्मा ने ग्रेफिटी द्वारा पैलेट में रंग भरें।
इसके बाद सूफियाना रंग बिखेरती इबादत की प्रस्तुति पेष की गई जिसमें विद्यार्थियों ने छापेतिलक सब लीनी पर सेमी क्लासिकल नृत्य प्रस्तुत किया । अंग्रेजी नाटक जूलियस सीज़र के मंचन में सीज़र के राजनैतिक कत्ल , धोखा जैसे नकारात्मक भाव को प्रभावी अभिनय प्रस्तुत किया गया । बौद्ध संस्कृति को जन -जन तक पहंचाने के लिए ज्ीवनेंदक भ्ंदके नृत्य पेष किया गया । हिन्दी नाटक याज्ञसेनी में द्रोपदी के मान , अभिमान , झूठे दम्भ ,प्रतिषोध अष्वत्थामा के अधर्म को प्रभावी अभिनय के साथ प्रस्तुत करते हुए नाटक मे महाभारत युगीन सभ्यता का सुन्दर चित्र प्रस्तुत किया गया । राजस्थानी संस्कृति का प्रतीक चरी डांस में नन्ही – नन्हीं छात्राओं ने खूबसूरत नृत्य प्रस्तुत किया और फायर षो से सभी को दंग कर दिया । मंँुह और चरी में आग के साथ हैरतअंगेज़ करतब करते हुए राजस्थान की षान बढाई तो भारतीय ष्षास्त्रीय संगीत तथा पाष्चात्य संगीत का अदभुत फ्यूज़न संगम – तरंग को उपस्थित सभी लोगो नेे सराहा । विभिन्न वाद्य यंत्रों पर करीब 40 विद्यार्थियों ने लय व ताल का सुन्दर तालमेल बैठाते हुए सबकी दाद बटोरी । कार्यक्रम की अन्तिम प्रस्तुति और बहुप्रतिक्षित आकर्षण था । इन्द्रधनुष के सात रंगों से सजा वेस्टर्न डांस जिसमें हर रंग ने नृत्य के माध्यम से अपनी छटा बिखेरी । कार्यक्रम का समापन ग्रैंड फिनाले केे ‘गीत जिन्दगी आ रहा हॅू मैं’ में सभी ने आगामी दीपोत्सव तथा खुषियों का दिलखोल कर स्वागत किया । इससे पूर्व मुख्य मुख्य अतिथि ने वर्ष भर षैक्षिक व सहषैक्षिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्षन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया ।
विद्यालय की प्रधानध्यापिका श्रीमती अल्पना सिंह परमार ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया । विद्यालय प्राचार्य ले.कर्नल. ए .के. त्यागी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए आगामी सत्र की नवीन योजनाओं की जानकारी दी । हैेडगर्ल रिद्धिमा ठाकुर ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।
