भुत प्रेत से मुक्ति के लिये गया कुण्ड में भरा मेला

sudha baayपुष्कर मंगला चौथ पर मंगलवार को सुधाबाय स्थित गया कुंड में आत्मा शांति और प्रेत बाधा निवारण के लिए श्रद्धालुओं का मेला लगा। ऐसी मान्यता है कि जब भी चौथ और मंगलवार का सहयोग होता है तब गया माता साक्षात् सुधाबाय स्थित गया कुंड में निवास करती है। इसी मान्यता के चलते यहां पर दूर दराज के सैकड़ों श्रद्धालुओं आकर अपनी पीड़ाओ से मुक्ति के लिए गया कुंड में स्नान करते हैं। स्नान करने से उन्हें प्रेत बाधा या पीडाओ से मुक्ति मिलती है। सृष्टि के रचयिता जगत पिता ब्रहमा ने पदमपुराण में कहा है कि यहां पर पिंडदान और श्राद्ध करने से भटकती आत्मा को मुक्ति मिलती हैं भगवान राम ने भी इसी कुंड में अपने पिता दशरथ का श्राद्ध किया था ।ऐसा करने से राजा दशरथ की आत्मा को शांति मिली। तभी से इस पावन कुंड पर लोगों का विश्वास बढ़ गया। जिसके चलते हजारों वर्षों से श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब अपनी पीडाओ की मुक्ति के लिए इस कुंड में स्नान करने के लिए भारी सख्या में भीड़ उमड़ती है। गया कुंड में जो दृश्य दिखाई देते हैं। वह सभी को हैरत में डाल देते हैं। पीड़ित शरीर की तड़प, पंडितों के आह्वान पर अपनी असलियत कबूल की आत्माएं और आत्माओं द्वारा अपने मुक्ति के लिए बताए गए मार्ग ऐसे कडवा सच है जो आज के इस भौतिक युग में भूत प्रेत आत्माओं की उपस्थिति का एहसास कराता है।
ajay Singh sisodiya

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