अजमेर, 06 जनवरी। राजस्थान लोक सेवा आयोग की किसी परीक्षा से जुड़ा एक अभ्यर्थी आज उस समय अचंभित हो गया जब उसके मोबाईल पर फोन कर बताया कि ‘‘मैं आर.पी.एस.सी. चेयरमेन ललित के.पंवार बोल रहा हूं , आपने अपनी समस्या लिखकर उनके पास भेजी है, वास्तविकता क्या है?‘‘
राजस्थान के बाहर के एक प्रान्त के अभ्यर्थी ने अपनी समस्या के निराकरण के लिए आयोग से अनुरोध किया।
आयोग के अध्यक्ष ने अभ्यर्थी के प्रार्थना पत्रा को पढ़ा और उस पर लिखे मोबाईल नम्बर पर बेसिक फोन से आयोग अधिकारियों के सम्मुख ही फोन पर कहा। मैं आर.पी.एस.सी. चेयर मेन ललित पंवार बोल रहा हूं आपके प्रार्थना पत्रा की समस्या पढ़ी इसके बारे में आपसे सीधे ही बात कर जानकारी लेने के लिए फोन किया जिससे समय पर निदान हो सके।
अभ्यर्थी जिसने सपने में भी उम्मीद नहीं थी कि उसके मोबाईल पर स्वयं आर.पी.एस.सी. अध्यक्ष फोन कर उसकी पीड़ा की जानकारी ले सकते हैं। अभ्यर्थी ने अपनी समस्या के बारे में बताया।
आयोग के अधिकारी भी इस वाकिये से अचंभित रह गए और उन्हें भी लगा कि अध्यक्ष कभी भी किसी समस्या के बारे में सीधे फोन पर बात कर जानकारी ले सकते हैं।
