अजमेर। उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय प्रबंध केन्द्र, महर्षि दयानन्द सरस्वती विष्वविद्यालय, अजमेर में आज एक ‘अभिप्रेरणा सेमिनार‘ का आयोजन किया गया । सेमिनार का शुभारम्भ सेमिनार के मुख्य वक्ता श्री वेद माथुर जनरल मेनेजर पंजाब नेषनल बैंक, दिल्ली, केन्द्र के निदेषक प्रो. बी.पी. सारस्वत, सह निदेषिका डॉ. दीपिका उपाध्याय ने किया ।
श्री आर.एस. माथुर ने केन्द्र का परिचय देते हुए श्री वेद माथुर का भी परिचय दिया । केन्द्र के निदेषक प्रो. सारस्वतने श्री वेद माथुर का स्वागत किया ।
श्री वेद माथुर ने मुख्य वक्ता के रूप में अपना उद्बोधन युवा छात्रों से वार्तालाप कर प्रारम्भ किया । उन्होने अपने जीवन के अनुभवों के माध्यम से छात्रों का उत्साहवर्द्धन करते हुए उन्हे अपनी मंज़िल तक पहुॅंचने के सहज मार्ग से अवगत कराया । साथ ही उन्होने कुछ ज्वलंत उदाहरण देते हुए छात्रों को सफलता के लिए प्ररित किया ।
उन्होने अपनी किताब सामने है सफलता के कुछ तथ्य छात्रों के सामने प्रस्तुत कर सफलता प्राप्त करने के तीन मंत्र बताये – पहला खुद को पहचाने, दूसरा खुद को संवारें और तीसरा सर्वश्रेष्ठ बनो । साथ ही उन्होने अपना कार्य उत्साह और उमंग के साथ करने पर ज़ोर दिया । उन्होने प्रतिस्पर्द्धा के संदर्भ में कहा कि आधुनिक युग में डार्विन का सिद्धान्त ‘‘सर्वाइवल ऑफ दि फिटेस्ट‘‘ चरितार्थ होता है इसलिए प्रत्येक युवा कौषल विकास कर ही अस्तित्त्व में रह सकता है ।
सेमिनार के अन्त में श्री आर.एस. माथुर ने धन्यवाद दिया । कार्यक्रम का संचालन सुश्री गज़ल शर्मा ने किया ।
