स्प्रिरिट आॅफ इंडिया रन किशनगढ़ के लिंक रोड़ से होगी प्रातः 5 बजे रवाना
मेरे पद चिन्ह भारत की विविधता में एकता स्थापित करंेगे – पेट्रिक फारमर
अजमेर, 3 मार्च। स्प्रिरिट आॅफ इण्डिया रन का गुरूवार को अजमेर में पड़ाव के अवसर पर अन्तरर्राष्ट्रीय आस्ट्रेलियाई लम्बी दूरी के धावक पेट्रिक फारमर ने मीडिया कर्मियों के साथ वार्तालाप में कहा कि मेरी दौड़ के पदचिन्ह भारत की विविधता को एकता के सूत्रा में बाधने का कार्य करेंगे। इस अवसर पर उनकी पत्नी तानिया फारमर जो कि सिडनी में शिक्षिका है ने कहा कि वी फाॅल इन लव विथ इण्डिया ।
पेट फारमर ने कहा कि भारत में शांति, सद्भाव, एकता, भाईचारा, बालिका शिक्षा तथा मित्राता का संदेश देने के लिए 26 जनवरी को कन्याकुमारी से शुरू हुई स्प्रिरिट आॅफ इण्डिया रन 31 मार्च तक श्रीनगर पहंुचेगी। आस्टेªलिया में भारत के उच्चायुक्त के परामर्श पर भारत के लिए आस्टेªलिया से पर्यटन को बढ़ावा देने का कार्य भी इस दौड़ द्वारा किया जाएगा। इसमें भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय, राज्य सरकार के पर्यटन विभाग तथा भारतीय टूर आॅपरेटर एसोसिएशन सक्रिय भागीदारी निभा रहे है। श्रीनगर तक पहुंचने तक यह दौड़ 65 दिनों में लगभग 4 हजार 700 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। पेट फारमर के साथ उनकी पत्नी तथा दल प्रतिदिन 80 किलोमीटर की दूरी तय करते है। इस दौरान स्थानीय संस्कृति की छलक अपने साथ लेकर जाते है। इसको आस्ट्रेलिया के टी.वी. चैनलों पर धारावाहिक के रूप में प्रसारित किया जाएगा। उन्होंने इस दौड़ में आने वाली चुनौतियों के बारे में भी चर्चा की। उनको भारत में बहुत रेस्पोन्स मिला। अनेक स्थानों पर हजारों की संख्या में स्थानीय व्यक्तियों ने इनके साथ दौड़ भी की। उन्होंने कहा कि बालिका का शिक्षित होना भविष्य की माता का शिक्षित होना है। माॅ के शिक्षित होने से परिवार शिक्षित होगे और परिवार से देश शिक्षित होगा।
पयर्टन मंत्रालय के एस.एस. देवबर्मन ने कहा कि इस दौड़ से भारत की विदेशों में सकारात्मक छवि बनेगी साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। पेट फारमर आगामी 14 मार्च को 54 वर्ष के हो जाएगे। इस उम्र में उनका नियमित 80 किलोमीटर दौड़ना स्वयं ही एक पैगाम है।
पयर्टन विभाग के उपनिदेशक श्री संजय जौहरी ने कहा कि शुक्रवार को प्रातः 5 बजे किशनगढ़ के लिंक रोड़ से दौड़ अगले पड़ाव के लिए रवाना होगी। वहां से तिलोनिया, जयपुर, दौसा तथा भरतपुर होते हुए उत्तरप्रदेश की सीमा में प्रवेश करेगी। वहां से पंजाब और हरियाणा होते हुए जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर तक जाएगे। दौड़ के समापन अवसर पर नई दिल्ली में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। पत्राकार वार्ता में इनके सहायक जाॅय और केप्री भी उपस्थित थे। इससे पहले श्री फारमर ने गुरूवार को ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में जियारत भी की।
