राजकीय महिला अभियांत्रिकी महाविद्यालय, अजमेर में आयोजित साप्ताहिक ‘‘फाईबर ऑप्टिकस एवं ऑप्टिकल कम्यूनिकेषन’’ के द्वितीय दिन की शुरूआत दिनांक 03 मार्च, 2016 को प्रातः 09.30 बजे की गई। कार्यषाला के प्रथम सत्र में प्रो. अजोय घटक ने विज्ञान की श्रोडिंजर एवं मेक्सवल समीकरणों की सहायता से ऑप्टिकल फाईबर की गति को किस प्रकार से प्रभावित किया जा सकता है, के विषय पर व्याख्यान दिया। इसी के साथ ही उन्होनें ने बताया कि इन्टरनेट की गति को किस प्रकार और भी अधिक बढ़ाया जा सकता है। कार्यषाला के द्वितीय सत्र में डॉ. एस.के. भद्रा जो कि वर्तमान में सी.एस.आई.आर., कोलकता में कार्यरत है, उन्होनें ने रमन प्रभाव को समझाते हुऐ प्रकाष के प्रकीरण प्रभाव को भी विस्तार से समझाया।
तृतीय सत्र में प्रो. बी.पी. पाल जो कि वर्तमान में आई.आई.टी. दिल्ली में कार्यरत है इन्होनें भी विद्याार्थियों को ऑप्टिकील फाईबर से संचार करने के लिऐं विभिन्न आवष्यक उपकरणों के बारे में बताया तथा इन उपकरणों की क्षमता को किस प्रकार से बढाया जा सकता है, के विषय पर व्याख्यान दिया। कार्यषाला के चतुर्थ सत्र में प्रो. आर.के. वैष्नय जो कि आई.आई.टी. दिल्ली में कार्यरत है, इन्होनें ऑप्टिकल फाईबर के नेटवर्क में प्रयोग होने वाले सूचना संवेदको के बारे में बताया। कार्यषाला के संयोजक सदस्यों डॉ. विजय शर्मा, डॉ. गौरव सक्सेना, रवीन्द्र सिंह चौहान एवं संजीव यादव ने बताया कि इस कार्यषाला में देषभर के षिक्षकों, एम.टेक तथा बी.टेक के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। प्राचार्य डॉ. अजय सिंह जेठू ने संयोजक समिति के प्रयासों तथा विद्याार्थियों को सराहा।
(श्वेता त्रिपाठी)
मिडिया प्रभारी
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