राजकीय महिला अभियांत्रिकी महाविद्यालय, अजमेर में आयोजित साप्ताहिक ‘‘फाईबर ऑप्टिकस एवं ऑप्टिकल कम्यूनिकेषन’’ के चतुर्थ दिन की शुरूआत दिनांक 05 मार्च, 2016 को प्रातः 09.30 बजे की गई। कार्यषाला के प्रथम सत्र में प्रो. इनाक्षी शर्मा जो कि वर्तमान में दिल्ली यूनिवर्सिटी में इलेक्ट्रोनिक्स साईंस विभाग में कार्यरत है, ने इन्टरनेट की क्षमता को प्रभावित कराने वाली फोटोनिक उपकरणों के विषय पर व्याख्यान दिया तथा यह भी बताया कि फोटोनिक उपकरणों की विषेषाओं में परिवर्तन करके किस प्रकार से इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स को ऑप्टिकल सिग्नलस में अधिक सरलता से परिवर्तित किया जा सकता है।
कार्यषाला के द्वितीय सत्र में प्रो. अनुराग शर्मा ने अपना व्याख्यान दिया जो कि वर्तमान में आई.आई.टी. दिल्ली के भौतिकी विभाग में कार्यरत है। इन्होनें मुख्यतः ऑप्टिकल फाईबर की दो विषेषताओं के बारे में बताया अटरनेषन एवं डिसपर्जन। इन्होनें यह भी बताया कि अटरनेषन की विषेषता ऑप्टिकल फाईबर की संरचना से प्रभावित नही होता है, जबकि डिसपर्जन जिसका मतलब प्रकाष का फैलाव होता है, मुख्यतः फाईबर की संरचना से प्रभावित नहीं होता है। इसके अलावा वर्तमान में तरंग के संचार के लिये उपयोग होने वाली फोटोनिक किस्टलस के विषय पर भी जानकारी प्रदान की।
कार्यषाला के अन्तिम सत्र में एक प्रष्नोत्तरी का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें ऑप्टिकल फाईबर तथा उसकी उपयोगिता के विषय पर प्रष्न किये गये। इस प्रष्नोत्तरी कार्यक्रम में कुल 20 प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
कार्यषाला के संयोजक सदस्यों डॉ. विजय शर्मा, डॉ. गौरव सक्सेना, रवीन्द्र सिंह चौहान एवं संजीव यादव ने बताया कि इस कार्यषाला में देषभर के षिक्षकों, एम.टेक तथा बी.टेक के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
प्राचार्य डॉ. अजय सिंह जेठू ने संयोजक समिति के प्रयासों तथा विद्याार्थियों को सराहा।
(श्वेता त्रिपाठी)
मिडिया प्रभारी