मीना बाई को पीड़ा से मिल गई बड़ी राहत

मित्तल हॉस्पिटल में दिल के खराब वाल्व को बदलने से मिला चैन
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में पाया नि:शुल्क स्वास्थ्य लाभ

Mhrc Bhamasha paitents Meena Bai 16-04-16-1अजमेर, 16 अप्रेल। चितौडग़ढ़ जिले के रावतभाटा क्षेत्र की रहने वाली 35 वर्षीय मीना बाई को आज पूरा सुकून है। वह आराम से सांस ले पा रही है और चैन की नींद भी सो लेती है। दिल का वाल्व खराब होने की वजह से वह विगत पंद्रह बरस से बेचैन थी। बिना रुके खांसी उठने और सांस भी ठीक से नहीं ले सकने के कारण उसका जीवन दूभर हो चला था; तिस पर आर्थिक तंगी ने तो उसके तमाम हौंसले ही पस्त कर दिए थे। तीन बच्चों की मां मीना बाई का पुष्कर रोड, अजमेर स्थित मित्तल हॉस्पिटल में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना अन्तर्गत दिल का वाल्व ‘नि:शुल्कÓ बदल जाने से उसे बड़ी राहत मिली है। मानो उसके दिल को चैन आ गया।
मीना बाई बताती है कि वह अपनी बीमारी से इतनी परेशान थी कि अकेले में उसके आंसू निकलते नहीं थमते थे। सांस लेने में तो तकलीफ होती ही थी, जब खांसी उठती तो रुकने का नाम नहीं लेती थी। ऐसे में अनेक बार तो खांसते-खांसते स्वत: ही मूत्र त्याग भी हो जाता था। तीन बच्चे, पति की फुटकर मजदूरी घर का गुजारा ठीक से नहीं हो पाता था, फिर बीमारी के उपचार के लिए अस्पतालों के चक्कर और दवाइयों से निजात नहीं मिल पा रही थी।
मीना बाई के पति मुकेश ने बताया कि वह पढ़ा-लिखा तो है नहीं इसलिए जो भी सलाह देता मीना को उसी डाक्टर के पास ले जाकर दिखाया करता था। रावतभाटा और कोटा में अस्पताल के चक्कर लगाए। शुरू में दवाइयों से ही काम चलाता रहा। आखिर उसकी तबीयत ज्यादा खराब रहने लगी तो डाक्टर ने ह्रदय से जुड़ी जांचें कराई। इससे पता चला कि उसके दिल का वाल्व खराब है। उपचार का खर्च करीब 1 लाख 80 हजार रुपए बताया गया। इतना पैसा उस गरीब के पास कहा से होता? यही सोचकर निराश रहने लगा। आखिर उसके रिश्तेदार ने पिछले दिनों भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में बताया। उनके कहने पर वह ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सूर्य मिश्रा से मिलने अजमेर के मित्तल हॉस्पिटल चले आए। मुकेश ने बताया कि उसके पास भामाशाह कार्ड तो नहीं था किन्तु उसके राशन कार्ड पर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना की सील लगी थी। वे सरकारी उचित मूल्य की दुकान से ही नियमित घर का राशन लिया करते हंै। मित्तल हॉस्पिटल में दिखाने पर बताया गया कि भामाशाह योजना के तहत उनकी पत्नी मीना का नि:शुल्क उपचार संभव है। मुकेश ने बताया कि डॉ. सूर्य की सलाह पर उसने पत्नी को 11 अप्रेल 2016 को मित्तल हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। डॉ. सूर्य, डॉ.विपिन और उनकी टीम ने सफलता से ऑपरेशन कर उसकी पत्नी के दिल का खराब वाल्व बदल दिया। अब वह पूर्णरूप से स्वस्थ है। उसे छुट्टी भी दी जाने वाली है।
डॉ. सूर्य ने बताया कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत मित्तल हॉस्पिटल में सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं का निर्धन और जरूरत मंद वंचित वर्ग लाभ उठाने लगा है। उन्होंने बताया कि मित्तल हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी एवं हार्ट एंड वास्कुलर सर्जरी से संबंधित सभी तरह की स्तरीय जांच एवं उपचार सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि रियाबड़ी नागौर के 61 वर्षीय घीसा राम मेहरा की भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत नि:शुल्क बाईपास सर्जरी अगले हफ्ते होनी है। इसी तरह डेगाना निवासी 30 वर्षीय रूपसिंह का भामाशाह योजना के तहत एंजियोप्लास्टी के लिए पंजीयन हुआ है। ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विवेक माथुर उनका उपचार कर रहे हैं। अजमेर के ही फायसागर रोड निवासी 35 वर्षीय बलदेव सिंह ने ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राहुल गुप्ता से एंजियोप्लास्टी कराकर भामाशाह योजना का हाल ही में नि:शुल्क स्वास्थ्य लाभ पाया है।
मित्तल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. दिलीप मित्तल ने बताया कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना अन्तर्गत यूरोलॉजी, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, ओंकोलॉजी, गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी से संबंधित रोगी भी मित्तल हॉस्पिटल की सेवाओं का भरपूर लाभ पाने लगे हैं। उन्होंने बताया कि थांवला नागौर निवासी 47 वर्षीय रामसुख भामाशाह योजना के तहत नि:शुल्क डायलिसिस कराकर नियमित लाभ पा रहे हंै। इसी तरह हरमाड़ा किशनगढ़ निवासी 41 वर्षीय गोकुल सिंह तथा पुष्कर निवासी 46 वर्षीय मनोज कुमार भी नियमित रूप से डायलिसिस करा रहे हैं। मित्तल हॉस्पिटल के गुर्दा रोग विशेषज्ञ डॉ. रणवीरसिंह चौधरी बताते हैं कि ये रोगी किडनी फेलियर रोगियों की श्रेणी में आते हैं। इन्हें भामाशाह योजना में नि:शुल्क और नियमित डायलिसिस का लाभ मिलने से बड़ी राहत है। निदेशक डॉ. दिलीप मित्तल ने बताया कि पिछले दिनों ब्रेस्ट कैंसर से पीडि़त महिला नीमकाथाना, सीकर निवासी भगवानी देवी का मित्तल हॉस्पिटल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत शर्मा ने उपचार कर बड़ी राहत प्रदान की है। भगवानी देवी को भी भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का नि:शुल्क लाभ मिला।
गौरतलब है कि समाज के निर्धन, गरीब और वंचित वर्ग को प्रदेश के सरकारी और निजी चिकित्सालयों में 30 हजार से लेकर 3 लाख रुपए तक के स्तरीय उपचार का नि:शुल्क लाभ दिलवाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने 1 अप्रेल से यह महत्वाकांक्षी भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की है। इस योजना के अन्तर्गत मित्तल हॉस्पिटल को सुपर स्पेशियलिटी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अधिकृत किया हुआ है। इन सेवाओं में मित्तल हॉस्पिटल में करीब 119 पैकेज के तहत वंचित वर्ग को लाभ प्रदान किया जा रहा है। योजना के तहत मरीज को सिर्फ भामाशाह कार्ड दिखाने की जरूरत है। यदि किन्ही कारणों से उसका कार्ड नहीं बना हो तो भी उसका उपचार योजना अंतर्गत संभव है बशर्त है उसके पास उपलब्ध राशन कार्ड में राजस्थान राज्य के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम(एनएफए) अथवा राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आरएसबीआई) की सील लगी हो। जिन लोगों के भामाशाह कार्ड नहीं बने हैं वे अब भी कार्ड बनवा सकते हैं।

सन्तोष गुप्ता
प्रबन्धक जनसंपर्क
मित्तल हॉस्पिटल,पुष्कर रोड, अजमेर

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