स्कूलों को मिलेंगे नये कक्षा-कक्ष, लैब एवं लाईब्रेरी

PROAJMPHOTO(3)अजमेर 08, मई। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज शहर के तीन विद्यालयों में एक करोड़ से अधिक लागत के विकास कार्यों का शुभारम्भ किया। इन स्कूलों में नये निर्माण से कक्षा-कक्ष, लैब एवं लाईबे्ररी सहित अन्य सुविधाएं भी प्राप्त होगी। उन्होंने शिशु वाटिका का भी शुभारम्भ किया।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने आज राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय फाॅयसागर, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय रामनगर एवं राजकीय ओसवाल उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक करोड़ रूपये की लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। यह कार्य राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान एवं सांसद विकास कोष से करवाए जाएंगे।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों को सम्बोधित करते हुए प्रो.देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार सरकारी स्कूलों में भौतिक संसाधन उपलब्ध कराने में कोई कमी नहीं छोड़ रही है। राजस्थान में सभी सरकारी स्कूलों में छात्रा छात्राओं के शौचालय अलग-अलग बनवा दिए गए है। अजमेर जिले में रमसा के तहत करोड़ों रूपये के विकास कार्य करवाए गए है। विकास यह गति आगे भी बरकरार रहेगी।
उन्होंने स्कूल प्रशासन से कहा कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जाए। लैब और लाईबे्ररी का ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी उपयोग करें। शिक्षक उन्हें प्रोत्साहित करें तो राज्य का शैक्षिक वातावरण बदल सकता है।
इस अवसर पर महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, पार्षद श्री ज्ञान सारस्वत, श्री भागीरथ जोशी, जय किशन पारवानी सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

शिक्षक बनें स्कूल के ब्रांड एम्बेसेडर – प्रो. देवनानी
शिक्षा राज्य मंत्राी ने प्रदेश के पहले शिक्षिका सशक्तिकरण सम्मलेन का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्राी महिलाओं के प्रति संवेदनशील, शिक्षा विभाग में दी कई सौगातें

अजमेर 08, मई। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे नेतृत्व में राज्य सरकार महिलाओं के प्रति संवेदनशील है। प्रदेश के शिक्षा विभाग में महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर कई सुविधाएं दी गई है। सरकार शिक्षा के उन्नयन के लिए अथक प्रयास कर रही है। शिक्षक वर्ग इसमें अपना सक्रिय योगदान प्रदान करें। शिक्षक स्कूल के ब्रांड एम्बेसेडर बनें और अपने विद्यालय को एक नई पहचान दिलवाएं।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज मदर्स डे पर सूचना केन्द्र में प्रदेश के पहले शिक्षिका सशक्तिकरण सम्मेलन का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि महिलाएं शिक्षा विभाग की केन्द्र बिन्दु हैं। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने राजस्थान में महिलाओं को बराबरी का अधिकार दिलाने का जो बीड़ा उठा रखा है। वह शिक्षा विभाग में भी जारी है।
प्रो. देवनानी ने कहा कि राजस्थान में कई दशकों के बाद पहली बार राज्य सरकार ने शिक्षा विभाग में हजारों पदों की नियमित पदोन्नति की है। महिलाओं को भी इसमें बराबर का स्थान दिया गया है। आज कई विद्यालयों की मुखिया महिला शिक्षक है। हाल ही में नई नियुक्तियों और पदोन्नति के बाद पोस्टिंग में भी हमने महिलाओं को प्राथमिकता दी है । इससे उन्हें मेरिट के आधार पर मनचाहे स्थान पर पोस्टिंग मिली है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान मंे सरकार ने स्कूलों में महिला शिक्षक एवं छात्राओं की समस्याओं को समझा। राजस्थान देश का पहला राज्य है जहां छात्रा और छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय है। महिला शिक्षकों की गृह जिले में प्रशिक्षण, करवा चैथ की छुट्टी एवं शिक्षक हैल्प लाइन जैसी मांगों पर भी सकारात्मक कार्यवाही की जाएगी।
शिक्षा राज्य मंत्राी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा के उन्नयन के लिए अथक प्रयास कर रही है। हमारा लक्ष्य राजस्थान को शिक्षा के क्षेत्रा में प्रथम पांच राज्यों में लाने का है। शिक्षक वर्ग इसमें पूरे मनोयोग सहयोग करें। पिछले वर्ष शिक्षकों ने पूरी ऊर्जा के साथ कार्य किया। इसका शानदार परिणाम सामने आया। हमने लगातार गिरते नामांकन के बाद पिछले वर्ष 8.5 लाख नामांकन वृद्धि की। गार्गी पुरस्कार लेने वाली छात्राओं की संख्या में भी डेढ़ गुनी वृद्धि हुई ।
प्रो. देवनानी ने कहा कि शिक्षकों को स्कूल का ब्रांड एम्बेसेडर बनकर कार्य करना होगा। शिक्षक विद्यार्थियों के समक्ष आदर्श बनकर कार्य करें। उनके अभिभावकांे से निरन्तर सम्पर्क बनाकर रखे। नामांकन वृद्धि के साथ ही शैक्षिक गुणवता में सुधार एवं परीक्षा परिणाम उन्नयन के लिए सक्रिय योगदान प्रदान करें।
कार्यक्रम को महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत, राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन के प्रदेश अध्यक्ष श्री विजय सोनी, राधाकृष्णन शिक्षिका सेना की प्रदेश संयोजक श्रीमती सुनिता भाटी सहित जनप्रतिनिधि एवं शिक्षक उपस्थित थे।

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