माता-पिता की सेवा प्रभु सेवा समान

शिव विवाह उत्सव में झूमे श्रद्धालु
IMG_2823IMG_2684ब्यावर, 12 मई। वृंदावन के संत शिवम कृष्ण महाराज ने कहा कि माता-पिता धरती पर साक्षात् भगवान का रूप है। मनुष्य मंदिर में जाकर भगवान की पूजा तो करता है मगर घर में परमात्मा के समान माता-पिता का अनादर करता है। मंदिर में जाकर भगवान की पूजा से पूर्व यदि सच्चे मन से माता-पिता की सेवा कर ली जाए तो मनुष्य का जीवन आनंदमय हो जाएगा। संत ने यह बात रिको हाउसिंग कॉलोनी में लक्ष्मीचंद भंसाली परिवार की ओर से आयोजित शिव महापुराण कथा में कही।
कथावाचक ने कहा कि माता-पिता की सेवा प्रभु सेवा के समान है। अनुचित-उचित की चिंता किए बिना जो व्यक्ति माता-पिता की आज्ञा का पालन करता है वह स्वर्ग को प्राप्त करता है। पिता की आज्ञा का पालन करने वाले राम को भगवान कहा जाता है। महाराज ने चिंता जताई कि एक माता-पिता अपने चार बेटों का पालन कर बड़ा करते हैं जबकि उन्हीं माता-पिता के बुजुर्ग हो जाने पर संतानें उनका तिरष्कार करती है। माता-पिता की सेवा नहीं करने वाला राक्षस के समान है। संत ने श्रोताओं को सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश दिया। कथावाचक ने कहा कि भगवान शिव पापनाशक हैं। शिव पूजा से पापों का नाश होता है। सत्य ही सच्चा तप है। सत्य सृष्टि का पालन करता है। सत्य का साथ कभी नहीं छोड़ें। सत्य का पालन करना प्रत्येक मनुष्य का धर्म है। उन्होंने कहा कि आज सनातन संस्कृति पर खतरा मंडरा रहा है। भौतिकता के वशीभूत वैदिक धर्म को भुलाया जा रहा है। हम वैदिक धर्म को अपनाकर रखें। कथा में शिव-पार्वती विवाह उत्सव धूमधाम से मनाया गया। आरती मेहता ने भगवान शिव व मिताली भंसाली ने माता पार्वती का रूप धरकर विवाह की रस्म निभाई। भगवान शिव की बारात में भक्त झूम रहे थे। लक्ष्मीचंद भंसाली, सुशीला भंसाली, पं.मुकुंदशरण दाधीच, गौतम दाधीच, राकेश भंडारी, सुमित सारस्वत, दिनेश शर्मा ने शिव-पार्वती का पूजन किया। कथा में तहसीलदार योगेश अग्रवाल, अर्पित भंसाली, चंद्रशेखर अग्रवाल, पुष्पचंद भंसाली, सीमा दाधीच, मंजू भंसाली, कांता बंसल, शिल्पा जोशी, मोहित, अभिषेक, ऋषभ, पुनीत, निकिता सहित कई श्रद्धालुओं ने धर्मलाभ लिया। शुक्रवार को कथा के पश्चात् रात्रि 8.30 बजे से विशाल भजन संध्या होगी। इसमें गायक भागचंद चौहान, महेंद्र सांखला, राकेश भंडारी की ओर से भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी।

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