घटना की जानकारी मिलते ही अल सुबह शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के शिशु रोग विभाग पहुंच गऐ और आाईसीयू वार्ड के एचओडी डॉ. डीएस करनावत को घेराव कर जमकर हंगामा मचाया और जिम्मेदार चिकित्सकों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की तो डॉ. डीएस करनावत ने अपनी सफाई मे घटनाक्रम से किनारा करते हुए कहा कि सभी मरने वाले नवजात लो वेट थे और संभवतः डिहाइड्रेशन के शिकार थे। जबकि बच्चों की मौत से गुस्साए एक परिजन का कहना है कि एक साथ सभी बच्चे लो वेट कैसे हो सकते हैं वहीं आईसीयू वार्ड में लगे एसी भी बराबर काम कर रहे थे ऐसे में तेज गर्मी का तो सवाल ही पैदा नहीं होता। परिजनों ने डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए उचित कार्रवाई करने की मांग कांग्रेस अध्यक्ष के समक्ष रखी।
अस्पताल में कांग्रेसियो हंगामे के बाद जिला कलक्टर गौरव गोयल ने एसडीम ओमप्रकाश विश्नोई को स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा है मगर कांग्रेसी इससे संतुष्ट नहीं हुऐ और संगठन के अध्यक्ष विजय जैन ने फोन करके कलेक्टर को अस्पताल आने की मांग रखी। कलेक्टर गोरव गोयल के अस्पताल पहुंचते ही कांग्रेसियो ने मामले के दोषियों को तत्काल निलंबित करने और पूरे घटनाक्रम पर न्यायिक जांच की मांग रखी। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जेएलएन मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में शनिवार रात डॉक्टरों की गंभीर लापरवाही के चलते महज 5 घंटो में एक के बाद 6 नवजात शिशुओं ने दम तोड़ दिया। और तो और रात की ड्यूटी में तैनात जूनियर डॉक्टरों ने इस घनटाक्रम की जानकारी सीनीयर डॉक्टरों से छुपाए रखी और 6 मौत होने के बाद रविवार की सुबह इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन को दी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कलेक्टर गोरव गोयल को बताया कि अस्पताल प्रबंधन इस मामले में लिपापोती करने की कोशिश में लग गया है इसी लिये सभी मृतक नवजात बच्चों के परिजनों को शव देकर रवाना कर दिया गया है ताकी मौत के कारणों का पता नहीं लग सके। उन्होंने कहा कि यह बड़ी विडम्बना है कि पूरी रात एक एक करके बच्चों की मौते होती रही परंतु एक भी सीनियर डाक्टर को अस्पताल नहीं बुलाया गया लापरवाही की इससे बड़ी मिसाल और नहीं मिल सकती। आईसीयू वार्ड के एचओडी डॉ. डीएस करनावत ने खुद कांग्रेसियों से इस बात को स्वीकार किया की उन्हे इस घटना की जानकारी सुबह 8 बजे दी गई है।
कांग्रेस का आरोप है कि संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल प्रषासनिक अव्यवस्थाओं के कारण खुद बिमार नजर आ रहा विगत 12 मई को कमला नेहरू टीबी अस्पताल मे चरमारई व्यवस्थाओं एवं डाक्टरों और नर्सीग स्टाफ की भंयकर लापरवाही के कारण अस्पताल में भर्ती अलवर गेट निवासी रोगी नाथूलाल कोली जिंदा जलकर मर गया और नर्सींग स्टाफ या डियुटी पर मौजूद रात्रिकालीन डाक्टरों को पता तक नहीं चला। उस मामले मे भी प्रथम दृष्टया किसी कार्मिक या डाक्टर की जिम्मेदारी तय करके कार्यवाही नही करना यह जाहिर करता है कि मामले मे लीपा पोती की जा रही है।
दोपहर बाद कांग्रेसियो को जैसे ही यह पता चला की चिकित्सा एवं स्वस्थ्य मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ जे.एल.एन. अस्पताल के दौरे पर आ रहे हैं तो संगठन के अध्यक्ष विजय जैन के नेतृत्व मे वरिष्ठ नेताओं सहित सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता विरोध प्रर्दषन के इरादे से अस्पताल के बाहर इक्ठ्ठा हुऐ कांग्रेसियों को बड़ी संख्या देख पुलिस प्रषासन में हड़कम्प के हालात पैदा हो गऐ कुछ देर बाद सूचना आई की राठौड़ का दौरा रद्द हो गया है इससे गुस्साऐ कांग्रेसी नेताओं और कार्यर्ताओं ने मुख्यमंत्री वसुधरा एवं भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की विरोध प्रर्दषन के बाद सभी नेताओं ने तय किया कि मामले पर सोमवार को सुबह 11 बजे जिला कलेक्टर गोरव गोयल से मुलाकात की जाऐगी।
विरोध प्रदर्षन मे नसीम अख्तर इंसाफ, प्रताप यादव, कुलदीप कपूर, सौरभ बजाड़, शैलेन्द्र अग्रवाल, लोकेष शर्मा, द्विवेन्द्र जादौन, इमरान सिद्दीकी, नरेष सत्यावना, दीपक धानका, अब्दुल रषीद, बिपिन बैसिल, अंकुर त्यागी, दिनेष वासन, शमषुद्दीन, दिनेष शर्मा, वैभव जैन, कमल गंगवाल, मनीष सेठी, यासिर चिष्ती, शैलेष गुप्ता, षिवराज भडाना, सबा खान, अभिलाषा विष्नोई, नौरत गुर्जर, सर्वेष पारिक, चंदनसिंह, निरमल बैरवाल, कैलाष कौमल, सुनिल मोतियानी, दयाषंकर कष्यप, श्याम प्रजापति, दयानन्द चतुर्वेदी, रवि शर्मा, दिनेष के शर्मा, सागर मीणा, सुनिल लारा, सुमित मित्तल, मनोज कंजर, अतुल माहेष्वरी, सलीम पठान, मोहम्मद गुफरान, रजनी कहार, दीनदयाल शर्मा, कपिल सारस्वत, हेमंत ठोमरे, नवीन भाटी, बालमुकूंद टांक, राकेष चौहान, सुषील शर्मा, एस.एम. अकबर, हुमांयु खान, निर्मल पारीक, मुजफ्फर भारती सहित सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।
