अजमेर 11 जून। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. राजेश पायलट ने दूरसंचार में क्रांतिकारी नीति बनाकर जनता को राहत प्रदान की उन्होने अपना सम्पूर्ण जीवन किसानों और निर्धनों को समर्पित किया इसी लिये वह जन-जन के नेता के साथ किसानों और गरीबों के हितैषी थे यह विचार शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने राजेष पायलट की सोलहवीं पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित विचार गोष्ठी मे व्यक्त किये।
शनिवार को शहर जिला कांग्रेस की ओर से इन्डोर स्टेडियम के कांफ्रेस हाॅल में स्वर्गीय राजेश जी पायलट की सोलहवीं पुण्य तिथि प्रेरणा दिवस के अवसर पर एक श्रद्धांजति सभा और विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुऐ जैन ने कहा कि राजेष पायलट साहब ने अपने राजनीतिक जीवन के अल्प समय मे ही दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ जनता की सेवा करते हुए हर जनमानस के दिल मे अपनी जगह बना ली थी उन्होने कभी भी जाति-धर्म के आधार पर भेदभाव की राजनीति नही की सभी को एक सम्मान समझकर एक साथ लेकर चलते थे। उन्होने पायलट को फर्श से अर्श तक की कामयाब उड़ान भरने वाला जन-जन का मसीहा बताते हुऐ कहा कि उन्होने निष्छल निर्भिक राजनीति ने समाज के हर वर्ग को प्रभावित किया।
विचार गोष्ठी में पूर्व विधायक डा.राजकुमार जयपाल, ललित भाटी, गोपाल बाहेती, महेन्द्र रलावता, हेमंत भाटी, कमल बाकोलिया ने पायलट के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके विचारों को आगे बढाने के लिए जीवन में कार्य करने का आव्हान किया। वक्ताओं ने कहा कि जब तक किसान का बेटा शीर्ष पद पर जाकर देश की नीतियां बनाने वाली समीति में शामिल नहीं होगा तब तक संसदीय प्रणाली पूर्ण नहीं होगी पायलट साहब के मन मे गरीब जनता की सेवा करने की ललक थी और वे गरीबो, वंचितों, किसानों, मजदूरों की सेवा करने के लिए ही अपनी राजकीय सेवा को छोड़कर राजनीति मे आऐ। स्व. पायलट को देश का गौरव बताते हुए किसान मजदूर की दुर्दशा पर भाजपा शासन को जिम्मेदार टहराया।
इससे पूर्व श्रद्धांजलि सभा में सभी कांग्रेसजनों ने स्व. राजेष पायलट की तसवीर पर पुष्पांजलि अर्पीत की इस अवसर पर प्रताप यादव, प्रमिला कौषिक, कैलाष झालीवाल, सूमेर सिंह राजावत, अमोलक छाबड़ा, अजय तैंगौर, ललित भटनागर, विजय नागौरा, अषोक बिंदल, लोकेष शर्मा, प्रमराज सोलंकी, बलराम शर्मा, रवि शर्मा, राजेन्द्र नरचल, गंगा गुर्जर, राजनारायण आसोपा, हरचंद हांकला, आषा तुनवाल, कुलदीप कपूर, डा.एस.डी. मिश्रा, जितेन्द्र खेतावत, कैलाष कौमल, मंजु बलाई, मनीष सेठी, मनोज कंजर, शयाम प्रजापति, अंकुर त्यागी बिपिन बैसिल, सुमित मित्तल, अतुल माहेष्वरी, बाबर खान, वैभव जैन, कमल गंगवाल विकास अग्रवाल, शैलेन्द्र अग्रवाल, हुमांयु, सबा खान, दयाननद चतुर्वेदी, दिनेष शर्मा, रंजीत मलिक, इमरान सिद्दीकी, जोगेन्द्र दुआ, दिनेष वासन, षिवराज भडाना, महेन्द्र जौधा, षिवप्रकाष खटाना, भारती नंदी, श्रवण टोनी, सूनिल केन, हरिप्रसाद जाटव, राजकुमार पाण्डया, जय गोयल, राजेन्द्र वर्मा, नौरत गुर्जर, सर्वेष पारिक, राकेष चैहान, अनुपम शर्मा, निर्मल बैरवाल, कौसर खान, चंदन सिंह, रवि भटनागर, रजनी कहार, अरूणा कच्छावा, मुनव्वर खान, शैलेष गुप्ता, सुनिल मोतियानी, अभिलाषा विष्नोई लक्ष्मण फामड़ा, सुल्तान सिंह, पं दीन दयाल शर्मा सहित कई नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे विचार गोष्टी का संचालन हरिसिंह गुर्जर ने किया।
