विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा राजकीय मोईनिया इस्लामिया विद्यालय ग्राउण्ड पर नित्य प्रातः 5.30 से 7.00 बजे तक चल रहा योग सत्र
आधुनिक योग विज्ञान में चल रहे शोधों से यह पुष्टि हो चुकी है कि अधिकांश रोगों की उत्पत्ति का कारण मन है। मन की वृत्तियों के कारण भावनात्मक कमजोरी उत्पन्न होती है जिसका सीधा प्रभाव प्राणिक तंत्र पर पड़ता है जिसके कारण नाड़ियाँ असंतुलित होकर अस्थिर हो जाती है। इन नाड़ियों के असंतुलन होने से सबसे पहले पाचन तंत्र प्रभावित होता है जिससे शरीर के अन्य तंत्र यथा हृदय, यकृत, किडनी तथा पेन्क्रियाज़ की चयापचय की क्रियाएं प्रभावित होती हैं तथा अंततः यह शारीरिक व्याधि का कारण बन जाता है। बीमारियों के उपचार की अनेक पद्धतियाँ आज विद्यमान हैं किंतु रोग की जड़ केवल योग के माध्यम से ही समाप्त की जा सकती है। उक्त विचार ‘आध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन’ विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की स्थानीय शाखा द्वारा आयोजित किए जा रहे विवेकानन्द योग एवं ध्यान सत्र के द्वितीय दिवस के अवसर पर योग शिक्षक डॉ. स्वतन्त्र कुमार शर्मा ने व्यक्त किए। यह योग सत्र 21 जून तक राजकीय मोईनिया इस्लामिया विद्यालय मैदान पर प्रतिदिन प्रातः 5.30 से 7.00 बजे तक आयोजित किया जा रहा है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि आज के तकनीकी युग में जीवन वेगपूर्ण बन गया है तथा इससे छुटकारा पाना असंभव है किंतु हमारे शरीर के पैरासिंपेथेटिक सिस्टम को योग के माध्यम से जाग्रत करके अपने मन को भौतिक जीवन के तनाव से लड़ने के लिए सशक्त बनाया जा सकता है। विवेकानन्द केन्द्र ने इस संबंध में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हुए शोधों के परिणामस्वरूप स्वामी विवेकानन्द के द्वारा प्रतिपादित राजयोग पर आधारित योग पद्धति को विकसित किया है जिसके अनुसार योग के अभ्यासों का वर्गीकरण करते हुए सकारात्मक परिणाम जन सामान्य को मिल रहे हैं।
नगर प्रमुख महेष शर्मा ने बताया इस योग महोत्सव का समापन 21 जून को 6.45 बजे होगा तथा इसके उपरांत सभी योग साधक वाहन रैली के रूप में पटेल मैदान में आयोजित होने वाले राजकीय योग कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे।
(अखिल शर्मा )
सह नगर प्रमुख
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