नाट्यविधा सिखाती है जीने की कला

यूथ एक्टिंग वर्कशॉप शुरू हुई
टीवी कलाकार विशाल भट्ट ने दिया नाट्य प्रशिक्षण

DSC05955अजमेर/ नाट्यवृंद थियेटर एकेडमी द्वारा आयोजित दो दिवसाीय 14 घण्टे की ‘यूथ एक्टिंग वर्कशॉप‘ (युवा अभिनय कार्यशाला) का उद्घाटन सोमवार 27 जून, 2016 को वैशाली नगर स्थित टर्निंग पाइंट स्कूल में हुआ। मुख्य अतिथि जिला प्रमुख वंदना नोंगिया ने इस अवसर पर कहा कि भारत के युवाओं योग्यता तो है बस उसे पुरजोर तरीके से अभिव्यक्त करने की आवश्यकता है। नयी पीढ़ी को वर्तमान चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढ़ना है। नाट्यविधा इसमें महत्वपूर्ण सहयोग करती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्कृति स्कूल के प्राचार्य ले.कर्नल ए.के.त्यागी ने कहा कि नाट्य कला प्रत्येक व्यक्ति का नैसर्गिक गुण है, आवश्यकता इसे पहचानकर व्यवहार में सकारात्मक उपयोग की है। नाट्यविधा जीवन को सही ढंग से जीने की कला सिखाती है। विशिष्ट अतिथि मदस विश्वविद्यालय के लघु उद्यमिता विकास केन्द्र के निदेशक बी.पी.सारस्वत ने कार्यशाला में उपस्थित युवाओं से आव्हान किया कि वे जीवन में चाहे जो बन जाएं पर राष्ट्र, समाज और परिवार के प्रति अपने कर्त्तव्य को सदैव याद रखें और उसके लिए समर्पित भाव से क्षमतानुसार योगदान दें। नाट्यवृंद की नाट्य कार्यशालाएं युवाओं को भारतीय सांस्कृतिक गौरव से परिचित कराते हुए उन्हें जीवन मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा देती हैं। कार्यशाला के निर्देशक उमेश कुमार चौरसिया ने बातया कि इस 14 घण्टे की नाट्य कार्यशाला का उद्देश्य युवाओं को कमजोर पड़ रही नाट्यविधा से जोडना और नाट्य अभ्यासों के द्वारा उनके अभिव्यक्ति कौशल का विकास करना है। ओलंपिक निर्णायक के रूप में चयनित डॉ अतुल दुबे का भी अभिनन्दन किया गया। लायंस क्लब सर्वउमंग सचिव आभा गांधी, नृत्यांगना स्मिता भार्गव, सह संयोजक वर्षा शर्मा, योग शिक्षक डॉ. स्वतंत्र शर्मा, हेतल वर्मा व अंकित शांडिल्य ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन डॉ पूनम पाण्डे ने किया तथा निर्मल सहवाल, इमरान खान, मोहित कौशिक व भवानी कुशवाहा का सहयोग रहा।
विशाल भट्ट ने सिखाये अभिव्यक्ति कौशल के गुण- आज प्रथम दिन टीवी सीरीयल और फिल्मों में अभिनय कर चुके जयपुर तमाशा शैली के विशेषज्ञ अनुभवी थियेटर एक्सपर्ट विशाल भट्ट ‘अभिनय और अभिव्यक्ति कौशल‘ का छ घण्टे का विशेष प्रशिक्षण दिया। उन्होंने अनेक रोचक थियेटर गेम्स के माध्यम से बौद्धिक कुशलता, एकाग्रता, टीमवर्क, रस अभिव्यक्ति, फोटो इमेज, सिचुवेशन प्रस्तुति इत्यादि का प्रशिक्षण दिया। साथ ही सिद्धहस्त संगीतज्ञ डॉ. रजनीश चारण नाट््यविधा में संगीत संयोजन की जानकारी देते हुए करूण, रोद्र, वीर, श्रंगार इत्यादि की अभिव्यक्ति देते समय पार्श्व संगीत के रूप में प्रयुक्त होने वाली रागों का अभ्यास कराया।
आज शाम 5 बजे समापन पर होगीं नाट्य प्रस्तुतियां- दो दिवसीय कार्यशाला का समापन आज मंगलवार 28 जून को शाम 5 बजे टर्निंग पाइंट स्कूल परिसर में होगा। इस अवसर पर कार्यशाला के दौरान युवा कलाकारों द्वारा तैयार की गई 4-5 नाट्य प्रस्तुतियां भी होंगी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एडीए के अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा होंगे तथा अध्यक्षता जिला प्रमुख वंदना नोंगिया करेंगी। विशिष्ट अतिथि समाजसेवी सुनील दत्त जैन होंगे।

-उमेश कुमार चौरसिया
निर्देशक व संयोजक संपर्क-9829482601

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