पेशाब में खून आने और पेट में दर्द की शिकायत पर हुआ था मरीज भर्ती
डॉ. अभिनव बताते हैं कि 55 वर्षीय, ब्यावर निवासी प्रभूसिंह नामक मरीज के प्रारंभिक जांच में बाएं भाग की किडनी में गांठ होना पाया गया। मरीज की सीटी स्केन कराई गई तो किडनी के ऊपरी एवं मध्य भाग में 8.2 गुणा 8.1 सेंटीमीटर के ट्यूमर का पता चला। इस ट्यूमर के लक्षण किडनी के कैंसर के थे। उन्होंने बताया कि कैंसर प्रारंभिक चरण का होने के कारण मरीज को दूरबीन द्वारा ऑपरेशन की सलाह दी गई।
डॉ. अभिनव ने बताया कि लेप्रोस्कोपिक पद्धति से ऑपरेशन के मरीज को बहुत से फायदे हैं, सबसे बड़ा फायदा तो यही है कि ऑपरेशन के अगले दिन से ही मरीज खाने-पीने, चलने-फिरने लग जाता है। दूसरा ओपन सर्जरी के मुकाबले लेप्रोस्कोपी द्वारा बहुत ही छोटा चीरा आता है, खून भी कम बहता है। मरीज को दर्द कम सहना होता है और सिर्फ छोटा निशान आता है व रिकवरी भी जल्दी होती है। अंतत: मरीज को अस्पताल से डिस्चार्ज भी जल्दी मिल जाता है। उन्होंने बताया कि मित्तल हॉस्पिटल में गुर्दे के कैंसर, गुर्दे एवं नली की पथरी, प्रोस्टेट के बढ़ जाने एवं पेशाब की नली की सिकुडऩ, पेशाब की थैली के कैंसर आदि (टीयूआरपी, पीसीएनएल, यूआरएस, वीआईयू, टीवीआरबीटी) के दूरबीन पद्धति से ऑपरेशन नियमित रूप से किए जाते हैं। बीजे मेडिकल कॉलेज एवं सिविल अस्पताल अहमदाबाद में सेवाएं दे चुके डॉ. अभिनव कुमार को विशेष योग्यता एवं दक्षता के लिए पूर्व में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे अब्दुल कलाम द्वारा गोल्ड मैडल प्रदान कर सम्मानित किया जा चुका है।
निदेशक मनोज मित्तल ने बताया कि क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया ने मित्तल हॉस्पिटल को हाल ही में एन.ए.बी.एच. की मान्यता प्रदान कर दी है। इस प्रमाणीकरण के साथ मित्तल हॉस्पिटल अजमेर संभाग का पहला एन.ए.बी.एच. प्रमाणित चिकित्सा संस्थान बन गया है। मित्तल हॉस्पिटल केंद्र सरकार, राज्य सरकार, रेल कर्मचारियों व इनके पेंशनर्स, भूतपूर्व सैनिकों, ईएसआईसी द्वारा बीमित श्रमिकों, सीआरपीएफ, मुख्यमंत्री सहायता कोष सहित लगभग सभी बीमा कंपनियों/ टी.पी.ए आदि के द्वारा उपचार के लिए अधिकृत है। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं में शामिल करीब 119 पैकेज का तो गरीब व वंचित वर्ग भरपूर नि:शुल्क स्वास्थ्य लाभ पा रहा है।