न्यायालय श्रीमान् स्थायी लोक अदालत, अजमेर
स्थायी लोक अदालत प्रकरण संख्या /2016
1. विकास अग्रवाल, एडवाकेट, पुत्र श्री निहालचंद अग्रवाल, जाति अग्रवाल, उम्र 39 वर्ष निवासी पुलिस चैकी के सामने, आर्य समाज मार्ग, केसरगंज, अजमेर।
2. अरविन्द मीणा, एडवोकेट पुत्र श्री रामचन्द्र मीणा, जाति मीणा, उम्र 42 वर्ष निवासी नागफणी, संजय नगर, बोराज रोड, अजमेर ।
3. सुश्री नीलू सेन एडवोकेट पुत्री श्री सत्यनारायण सेन, जाति सेन, निवासी कल्याणीपुरा अजमेर ।
4. प्रेम सिंह जोनवाल एडवोकेट पुत्र श्री राजेन्द्र प्रसाद, जाति जोनवाल, निवासी 843/43, विक्रम मार्ग, धाननाडी, राज्यमंत्री एवं विधायक श्रीमती अनिता भदेल के मकान के पास, अजमेर ।
5.अशोक जांगिड एडवोकेट पुत्र गोपाल जी, जाति जांगिड, निवासी गढी मालियान, अजमेर ।
-प्रार्थीगण
बनाम
1. राजस्थान सरकार जरिये श्रीमान् जिला कलेक्टर अजमेर ।
2. श्रीमान् आयुक्त, अजमेर विकास प्राधिकरण, अजमेर ।
3. श्रीमान् आयुक्त, नगर निगम अजमेर ।
4. श्रीमान् प्रबन्ध निदेशक, अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, अजमेर ।
5. श्रीमान् अधीक्षण अभियन्ता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, अजमेर ।
6. श्रीमान् पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, अजमेर ।
-अप्रार्थीगण
प्रार्थना पत्र अन्तर्गत धारा 22 (बी) विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987
माननीय न्यायालय से प्रार्थीगण की ओर से प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर निम्न निवेदन है कि :-
1.यह कि प्रार्थीगण अजमेर शहर के प्रबुद्ध एवं जाागरुक नागरिक है तथा पेशे से अभिभाषक है अजमेर शहर के हित को अपना हित समझते हैं ।
2. यह कि अजमेर शहर में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे द्वारा 15 अगस्त 2016 को आयोजित राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन में शिरकत कर रही हैं जिसमें मुख्यमंत्री के दो दिवसीय दिनांक 14 व 15 अगस्त 2016 को अजमेर में ही प्रवास का कार्यक्रम प्रस्तावित है । इस कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह जो पटेल मैदान में आयोजित होने वाला है उसमें शामिल होगी इसके साथ ही विभिन्न विभागों व संस्थाओं के द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेगी ।
3. यह कि जनता की गाढी कमाई से निर्मित राजकोष को अजमेर शहर में विकास कार्य के नाम पर आनन फानन में बिना गुणवत्ता के सुरक्षा मापदण्डों को नजरअन्दाज कर 15 अगस्त के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मात्र मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर की जा रही तैयारियों के तहत उक्त कार्य करवाये जा रहे हैं । जिससे व्यथिथ होकर उपरोक्त याचिका अजमेर शहर के जनहित के लिए प्रस्तुत की जा रही है ।
4. यह कि राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए दो दिवसीय कार्यक्रम के लिए आ रही मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी परफोरमेन्स व कार्यक्षमता को बढा चढा कर दिखाने के लिए स्थानीय जन प्रतिनिधि एवं अधिकारीगण शहर में विभिन्न कार्य आनन फानन में पूरे करवा रहे हैं जिसमें ना तो कार्य की गुणवत्ता की ओर ध्यान दिया गया है और ना ही उनकी मॉनिटरिंग की गई है और ना ही सुरक्षा मापदण्डों का कोई ध्यान रखा गया है ।
5. यह कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का अजमेर आगमन पर जो रुट मेप (रास्ता) तैयार किया गया है उस मार्ग पर ही केवल मात्र सडक, डिवाईडर, बिजली के पोल लाईटिंग, चैराहों का सोन्दर्यीकरण जैसे कार्य विकास कार्यों के नाम पर आनन फानन में पूरे करवाये जा रहे हैं । इन कार्यों में भारी मात्रा में राजकोष का जमकर दुरुपयोग किया जा रहा है तथा समस्त कार्य विपरीत परिस्थितियों में मानसून व बरसात के मौसम में बिना सुरक्षा मापदण्डों के बिना गुणवत्ता की जांच किये, बिना कार्य की मॉनिटरिंग किये, किये जा रहे हैं । जो विकास कार्य आमजन के हितार्थ और उनकी सुविधा को मद्देनजर किये जाने चाहिए वे केवल मात्र मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के समक्ष अपनी कार्यक्षमता परिचय देने के लिए आपसी प्रतिस्पर्धा एवं हौड में नियम कायदों को ताक में रख कर मुख्यमंत्री को खुश करने के लिए और उनकी क्षणिक प्रशंसा हासिल करने मात्र के लिए करवाये जा रहे हैं । जिसके परिणाम भविष्य में अजमेर शहर की जनता को भुगतना पडेगा ।
6. यह कि मुख्यमंत्री के अजमेर में दो दिवसीय प्रवास के दौरान तय रूट मेप व आवाजाही के मार्ग पर उपरोक्त कार्य अल्पावधि में ही पूरे कराने का प्रयास किया जा रहा है जिससे साफ है कि इन कार्यों में किसी प्रकार की गुणवत्ता व सुरक्षा मापदण्डों की पूर्ति नहीं की गई है । जो बिजली के पोल लगाये गये हैं उसके लिए बनाये गये आर.सी.सी. के पिलर घटिया निर्माण सामग्री से और बेहद कम समय में तैयार कर लिये गये हैं व उन पर ही बिजली के पोल लगा दिये गये हैं जिनके गिरने की आशंका बराबर बनी हुई है एवं आम जन के लिए यह बडा खतरा साबित हो सकते हैं । इसी तरह जो सडकों के पेवरीकरण का कार्य करवाया गया है उसमें भी सभी प्रकार के सुरक्षा व गुणवत्ता मापदण्डों को नकारते हुए बारिश के पानी से तरबतर हुई गीली सडकों पर ही डामर पोत दिया गया है । इन सडकों का क्या हश्र होगा और कितने दिन चलेगी इसके लिए अधिकारियों की क्या जवाबदेही है इस सम्बन्ध में रिपोर्ट न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत होना बेहद आवश्यक है जिसे जनहित में व पारदर्शिता पूर्ण शासन के मध्य नजर न्यायालय में प्रस्तुत करने के लिए अप्रार्थीगण को कोई गुरेज नहीं होना चाहिए ।
7. यह कि मुख्यमंत्री के अजमेर में दो दिवसीय प्रवास के दौरान प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत आनासागर में बने सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट, पुष्कर घाटी में बने महाराणा प्रताप स्मारक एवं गुलाब बाडी में प्रस्तावित आर.ओ.बी. के शिलान्यास का कार्यक्रम भी प्रस्तावित बताया गया है जबकि आनासागर में सीवरेज का ट्रीटमेन्ट प्लांट से अभी तक कोई कनेक्शन ही नहीं हुए हैं एवं स्थानीय जन प्रतिनिधि एवं अधिकारी मुख्यमंत्री को भी गुमराह कर इस सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट को चालू बताते हुए इसका उद्घाटन करवा रहे हैं जबकि इससे पूर्व सीवरेज लाईनों की मरम्मत, फ्लो टेस्टिंग एवं आमजन को सीवरेज कनेक्शन देने का काम पूरा किया जाना चाहिए था । आनासागर ट्रीटमेन्ट प्लांट भी हाईकोर्ट के आदेशों के विपरीत आनासागर के डूब क्षेत्र में बना दिया गया है इस सम्बन्ध में भी अधिकारी व स्थानीय जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री व उच्च स्तर पर गुमराह कर रहे हैं ।
8. यह कि अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने पिछले कई माह से शहर के लगभग सभी सडकों को अण्डग्राउण्ड केबिल डालने के लिए खोदा हुआ है जिसमें भी कोई सुरक्षा मापदण्डों का ध्यान नहीं रखा है ना तो वर्तमान हाई टेक्नोलोजी के दौर में किये जा रहे अण्डरग्राउण्ड केबिल के कार्यों में नवीन तकनीक का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है । यह अण्डरग्राउण्ड केबिल अब चालू की जा रही है । बारिश के मौसम मेें इन अण्डरग्राउण्ड केबिल से बिजली सप्लाई से पूर्व सुरक्षा मापदण्ड के तहत करन्ट प्रवाहित होने की आशंका के संदर्भ में भी कोई पुख्ता कदम नहीं उठाये गये हैं । मुख्यमंत्री के आवागमन के मार्ग को पोल लेस करने के लिए आनन फानन में इन मार्गों पर अण्डरग्राउण्ड केबिल का काम पूरा कर लिया गया है । जबकि शहर के दूसरे बड़े हिस्सों में पिछले कई माह से सडकें खुदी पडी है , केबिलें बाहर पडी हुई है, खड्डों में बारिश का पानी भरा हुआ है ठेकेदारों की टेक्टर ट्रोलियां खुले आम सडकों पर नियम कायदों को दरकिनार कर आतंक मचाये हुए हैं राहगीरों का रोड से निकला ही दूभर हो गया है ।
9. यह कि बेतरतीब तरीके से किये जाने वाले कार्यों से शहर की जनता घण्टों जाम में फंसे रहने को मजबूर है । गड्डों में आमजन के वाहन फंस रहे हैं । बरसात के मौसम में कराये जाने वाले उक्त कार्यों से कई लोग दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं । वहीं इन विभागों द्वारा किये जा रहे कार्यों के कारण कई रास्ते ही बन्द कर दिये जाते हैं ।
10. यह कि मानसून व बारिशकाल में आपदा प्रबन्धन के लिए विशेष प्रावधान किये जाते हैं एवं विशेषकर निचले क्षेत्रों व बस्तियों में बारिश का पानी भरने से होने वाली समस्याओं, सडकों पर बारिश से हो जाने वाले बडे बडे गड्डों से होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव, जर्जर हो चुकी इमारतों को सुरक्षा के मध्यनजर गिराने सम्बन्धी कार्य करवाये जाते हैं लेकिन वर्तमान में प्रशासन व अप्रार्थीगण का इस ओर कतई ध्यान नहीं है और पूरा ध्यान केवल मात्र मुख्यमंत्री के यात्रा मार्ग को चमकाने व तत्कालीक रुप से बेहतर दिखाने पर ही है इससे आमजन के हितों पर विपरीत प्रभाव पड रहा है और उनकी सुरक्षा से खिलवाड किया जा रहा है ।
11. यह कि पुष्कर घाटी पर बनाये जा रहे महाराणा प्रताप स्मारक जो कि राष्ट्ीय राजमार्ग से होकर मार्ग गुजरता है उस पर अप्रार्थीगण का दायित्व है कि वे 24 घण्टे स्थायी पुलिस की व्यवस्था करें असामाजिक तत्वों से आम जनता की सुरक्षा के लिए स्थायी पुलिस चैकी का निर्माण करें मात्र मुख्य मंत्री की यात्रा के मध्य नजर व शिलान्यास कराने तक के कार्यक्रम के लिए अस्थायी कार्य कर इतिश्री नहीं करें यह प्रशासन का दायित्व है कि जो निर्माण कार्य अजमेर के इतिहास को गौरान्वित करने के दावे के लिए किया गया है और उसमें जो करोडों रुपये की लागत से जो निर्माण कराना बताया गया है उसकी 24 घण्टे सुरक्षा करवाये जाने की जिम्मेदारी भी सम्बन्धित विभाग व प्राधिकरण की है ताकि निर्मित मूर्ति व निर्माण कार्यों को कोई क्षति नहीं पहॅुचा सके उसकी सुरक्षा के दृष्टिकोण से 24 घण्टे स्थाई सुरक्षाकर्मी की भी व्यवस्था की जानी चाहिए । साथ ही इस मार्ग पर यातायात सुव्यवस्थित रहे एवं घाटी मार्ग होने की वजह से वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित किया जा सके इसके लिए यहां यातायात पुलिसकर्मीयों की स्थाई रूप से 24 घण्टे की तैनाती भी आवश्यक है । वहीं दूसरी ओर पुष्कर बाईपास मार्ग बने होने से भारी वाहन, ट्रक, ट्रेलर इत्यादि का इस मार्ग पर प्रतिबन्धित क्षेत्र घोषित किया जाना आवश्यक है ताकि दुर्घटनाएं नहीं हों।
12. यह कि उपरोक्त समस्त चरणों के परिपेक्ष्य में यह स्पष्ट है कि शहर के आमजन की सुरक्षा, सुविधा के लिए जो विकास कार्य कराये जाने चाहिए और जिनकी गुणवत्ता व सुरक्षा मापदण्डों का पूरा इन्तेजाम होना चाहिए, विभागों के क्वालिटी कन्ट्रोल लैब में जांच के उपरान्त कार्य की आगे स्वीकृति दी जानी चाहिए इस सभी औपचारिकताओं को नकारते हुए अपनी मनमर्जी से नियम कायदों को दरकिनार कर कार्य कराये गये हैं । इन सभी कार्यों की रिपोर्ट एवं अगर इनकी मॉनिटरिंग की गई है तो उसके लिए जिम्मेदार अधिकारी की रिपोर्ट माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत होना बेहद आवश्यक है ताकि आमजन के हितों की सुरक्षा हो । जिन विभागों द्वारा उपरोक्त कार्य करवाये जा रहे हैं उनके पास क्वालिटी कन्ट्रोल लैब ही उपलब्ध नहीं है इसलिए करवाये गये कार्यों की सम्पूर्ण रिपोर्ट मय दस्तावेज मंगवा कर निष्पक्ष विशेषज्ञों से जांच कराया जाना भी न्यायहित में जरूरी है ।
13. यह कि मुख्यमंत्री के राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में आगमन के पूर्व ही उनके दो दिवसीय प्रवास को देखते हुए उनके रुट मार्ग से वेण्डिंग जोन व नॉन वेण्डिंग जोन को आधार बता कर सैंकडों ठेले व थडियों वालों को बैरोजगार कर दिया गया वहीं दूसरी ओर उन्हें कोई वेकल्पिक व्यवस्था रोजगार करने के लिए प्रशासन द्वारा जो पहले मुहैया करवायी जानी चाहिए थी वह मुहैया ही नहीं करवाई गई वहीं मुख्यमंत्री के गुजरने वाले मार्ग को छोड कर नयाबाजार, पुरानी मण्डी, मदारगेट, दरगाह बाजार, देहली गेट, आदि क्षेत्रों में वेण्डिग एवं नॉन वेण्डिंग जोन को लागू ही नहीं किया गया है। ऐसे दोहरे मापदण्ड वर्षों से अपनी आजीविका कमा रहे लोग मुख्यमंत्री के आगमन के पूर्व ही बेरोजगार हो गये । ऐसे में प्रशासन का दायित्व व कर्तव्य है कि सम्पूर्ण शहर में एक समान व्यवस्था लागू करते हुए सभी ठेले थडियां वालों को लाईसेन्स प्रदत करते हुए उचित वेकल्पिक स्थान मुहैया करावें जहां वे अपनी आजीविका व व्यापार कर सके ।
14. यह कि मुख्यमंत्री के आगमन के पूर्व ही मुख्यमंत्री को दो दिन रोशनी दिखाने के लिए महिनों से शहर की लाईटें एक दिन में कई मर्तबा बन्द कर अजमेर शहर की जनताा को अन्धेरे में रखा जा रहा है । ऐसे में तमाम विभागों की स्थिति एक अनार सो बीमार की भांति हो गई है । ऐसे में अजमेर की जनता को परेशान कर खाली मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जो तैयारियों के नाम पर विकास कार्य करवाये जाने का दावा किया जा रहा है वह दावा पूरी तरह खोखला होकर जनता की परेशानी का सबब बन गया है । उससे ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री महोदया को चंद घण्टों की चकाचैंध दिखा कर ना केवल उन्हें गुमराह किया जा रहा है बल्कि इसके परिणाम लम्बे समय तक अजमेर शहर की जनता को भुगतना पडेगा । जिसके लिए प्रशासन का नैतिक दायित्व है कि वे विगत तीन माह में किये गये तमाम कार्यों की रिपोर्ट गुणवत्ता मापदण्डों सहित माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करें ।
15. यह कि विकास कार्यों के नाम पर आनन फानन में बिना गुणवत्ता, बिना मापदण्ड कराये गये कार्यों से ना केवल आकस्मिक भीषण दुर्घटनाओं की सम्भावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है । बरसात के मौसम में बनायी गई सडकों के ढसने का खतरा है और बरसात के पानी में किया गया डामरीकरणञ्चपैवरीकरण होने वाली बारिश से ही बह रहा है सडकों पर गढ्ढे पड रहे हैं वहीं बिना उचित समय प्रदान किये आनन फानन में लगाये गये विद्युत पोल के गिरने से होने वाली दुर्घटनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है । बिना मापदण्डों के व बिना सुरक्षा को ध्यान में रखे हुए बिछाई गई अण्डरग्राउण्ड विद्युत केबिल लोगों की जान का जोखिम बन सकती है । सबसे बडी बात यह है कि पुष्कर रोड जैसे व्यस्तम मार्ग पर सडकों का काम अधूरा छोड मुख्यमंत्री का रुट ही वैशाली नगर होकर, कर दिया गया है । जनता की जान की जोखिम पर मुख्यमंत्री की यात्रा के लिए किये गये कार्य किसी बडी दुर्घटना को अंजाम दे सकते है जिसके लिए प्रशासन का जवाबदेह होना आवश्यक है ।
16. यह कि पुष्कर घाटी में 365 दिन घाटी में रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं है वहीं वी.आई.पी के आगमन पर घाटी को चकाचैंध रोशनी से चमका दिया जाता है जिससे प्रतीत होता है कि अप्रार्थीगण आम जनता की जिन्दगी को कोई महत्व नहीं देते हैं इस परिपेक्ष्य में पुष्कर घाटी में 365 दिन स्थायी रुप से रात्रिकालीन रोड लाईटें निरन्तर चालू रखने के आदेश पारित करने की कृपा करें ताकि जनता दुर्घटनाओं का शिकार नहीं हो। ऐसी समग्र स्थिति में अजमेर हादसों का शहर बनता जा रहा है जिसे रोके जाने की प्रार्थना है ।
17. यह कि प्रकरण जनता की मूलभूत सुविधाओं से जुडा हुआ मामला है तथा जनउपयोगी सेवाओं से सम्बन्धित है । सडक , बिजली, पानी जैसी आधारभूति सुविधाओं से जुडा हुआ मसला है जिसकी सुनवाई का अधिकार माननीय न्यायलय को प्राप्त है । माननीय न्यायालय के श्रवणाधिकार में प्रकरण नियत न्यायशुल्क पर प्रस्तुत किया जा रहा है ।
अत: माननीय स्थाई लोक अदालत से निवेदन है कि समग्र न्यायहित में प्रार्थना पत्र स्वीकार किया जाकर निम्न लिखित अनुतोष पारित किये जाने की कृपा करें :-
(अ) यह कि अप्रार्थीगण को निर्देश जारी करें कि वे तमाम किये जा रहे सडक, विद्युत पोल, अण्डरग्राण्ड बिजली की लाईनों, सोन्दर्यीकरण के कार्यों की गुणवत्ता की जांच करा कर ही निर्माण कार्य करावें तथा निर्धारित सुरक्षा मापदण्डों की पूर्ति करते हुए कार्य करायें तथा उन कार्यों की रिपोर्ट माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए बिना गुणवत्ता व सुरक्षा मापदण्डों के किये गये कार्यों का भुगतान सम्बन्धित ठेकेदारों/फर्म को नहीं करें तथा जिम्मेदार अधिकारियों के दोषी पाये जाने पर उनके विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही के उचित निर्देश पारित करें।
(ब) यह कि मुख्यमंत्री की प्रस्तावित अजमेर यात्रा दिनांक 14 व 15 अगस्त 2016 के पूर्व शहर के विभिन्न मुख्य मार्गों, बाजारों पर अधूरे छोडे गये सडक, विद्युत पोल व विकास कार्य व अन्य सोन्दर्यीकरण के अधूरे कार्यों को भी प्राथमिकता देते हुए उन्हें शीध्र पूर्ण करें तथा आवारा जानवरों को शहर के मुख्य मार्गों, बाजारों से शहर के बाहर स्थापित कर सुनियोजित व्यवस्था करने की भी अप्रार्थीगण की जिम्मेदारी है जबकि वर्तमान में मुख्यमंत्री के मार्ग से आवारा जानवरों को हटा कर अन्य स्थानों पर खदेडा जा रहा है जिससे उन मार्गों पर दुर्घटना की सम्भावनाएं बढ गई है जो स्थायी समाधान कभी नहीं हो सकता ।
(स) यह कि पुष्कर घाटी पर स्थित नौसरा माता मन्दिर के पास बनाये गये महाराणा प्रताप स्मारक के मुख्य मार्ग पर 24 घण्टे यातायात पुलिस व्यवस्था स्थाई रुप से लगाये जाने की व्यवस्था करने हेतु अप्रार्थीगण को पाबन्द करें साथ ही मूर्ति व स्मारक की सुरक्षा के साथ असामाजिक तत्वों से आमजन की सुरक्षा के लिए स्थायी पुलिस चैकी स्थापित किये जाने हेतु पाबन्द करें साथ ही पुष्कर घाटी में साल के 365 दिन रोड लाईटें रात्रिकालीन चालू रखने के लिए अप्रार्थीगण को पाबन्द करें ताकि किन्हीं दुर्घटनाओं का सामना न करना पडे साथ ही उक्त मार्ग पर भारी वाहनों ट्रेक्टर, ट्रेलर, ट्रक इत्यादि वाहनों को गुजरने से रोकने के लिए इस मार्ग को प्रतिबन्धित क्षेत्र घोषित करें तथा इन वाहनों को पुष्कर बाईपास होकर गुजरने हेतु व्यवस्था करने के निर्देश भी अप्रार्थीगण को प्रदान करें ।
(द) यह कि शहर में वाहनों की पार्किंग व आवारा जानवरों की रोकथाम के लिए समुचित समयबद्ध व्यवस्था करने के लिए अप्रार्थीगण को पाबन्द फरमाया जावे तथा उपरोक्त परिस्थितियों में माननीय स्थायी लोक अदालत व्यापक जनहित में जो उचित अनुतोष उपयुक्त समझे वह अनुतोष अप्रार्थीगण से तथ्यों व परिस्थितियों के मध्य नजर दिलवाये जाने हेतु भी समग्र जनहित में पारित किये जाने की कृपा करें ।
(य) अन्य अनुतोष जो माननीय न्यायालय उचित समझे वे भी जनहित में दिलवाये जाने के आदेश भी पारित करें ।
अजमेर ।
दिनांक:- 03-08-2016