अजमेर, 27 अगस्त। डिस्काॅम्स अध्यक्ष श्री श्रीमत पाण्डे ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे निगम का घाटा कम करने एवं शत प्रतिशत राजस्व वसूली के लिए पुख्ता प्रयास करें। इसके लिए फील्ड़ में प्रभावी पर्यवेक्षण करें तथा खामियों को दूर करें।
डिस्काॅम्स अध्यक्ष शनिवार को अजमेर में पंचशील स्थित काॅरपोरेट कार्यालय सभागार में आयोजित निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस मौके पर ऊर्जा विभाग के सलाहकार श्री आर.जी. गुप्ता भी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि निगम के घाटे को कम करने के लिए कोई ठोस उपाय सुनिश्चित किए जाने चाहिए। इसके लिए बिजली चोरी रोकने के लिए सतर्कता जांच प्रभावी ढंग से की जाए। शहरी एवं औद्योगिक क्षेत्रों पर अधिशाषी अभियंता विशेष ध्यान दें। इस क्षेत्रा पर उसकी जिम्मेदारी रहेगी। इसके लिए लक्ष्य निर्धारित कर विशेष जांच अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं में इस प्रकार का सोच पैदा करें कि बिजली चोरी होने पर उन्हीं का नुकसान होगा। उन्हंे कम बिजली उपलब्ध हो सकेंगी। जहां बिजली चोरी पकड़ी जाती है वहां पुख्ता सबूत भी रखें, उस स्थान की विडियाग्राफी / फोटोग्राफी भी करवा ली जाएं। यदि बड़ा मामला हो तो मामला दर्ज कर गिरफ्तारी भी करवाई जाएं।
डिस्काॅम्स अध्यक्ष ने कहा कि कृषि के लोड़ विस्तार के मामलों में उपभोक्ताओं को पहले समझाईस की जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि राजस्व वसूली पर भी पूरा ध्यान दिया जाएं। कलेक्शन एफीसिएन्सी भी बढ़ाई जाएं। बकाया राजस्व के मामलों में कार्य योजना बनाकर पीडीसी की कार्यवाही की जाएं। उन्होंने खराब एवं बंद पड़े मीटरों को भी तत्काल बदलने पर जोर दिया।
बैठक में ऊर्जा विभाग के सलाहकार श्री आर.जी. गुप्ता ने कहा कि निगम में व्यय के अनुरूप वापस आय भी होनी जरूरी है। इसके लिए निगम के खर्चे कम किए जाएं तथा आय बढ़ाने के प्रयास हों। उन्होंने लोस रिडक्शन प्रोग्राम के तहत प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने नागौर, सीकर, झुंझुनूं सर्किलों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फीडर सुधार कार्यक्रम पर संबंधित कनिष्ठ अभियंता एवं फीडर इंचार्ज को विशेष जिम्मेदारी दी गई हैं। वे आपस में समन्वय बनाएं रखें तथा प्रभावी कार्य करें। फीडर रिनोवेशन कार्य करवाने के पश्चात जो कमियां सामने आई हैं उसे दूर करने का प्रयास करें। निगम का घाटा बढ़ना नहीं चाहिए। शहरी क्षेत्रा में अधिशाषी अभियंता इस ओर ध्यान दें।
श्री गुप्ता ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में माॅडल सब डिवीजन तथा माॅडल फीडर बनाया जाएं। इसके लिए सब डिवीजन में उपभोक्ता की शिकायतें शून्य की जाएं वहीं खराब एवं बंद मीटर नहीं रहे तथा एटी एण्ड सी लोसेज दस प्रतिशत से कम हो। इसी प्रकार फीडर पर भी शिकायतें कम हो तथा ट्रिपिंग नहीं हों, ट्रांसफार्मर जलते ही तत्काल बदलने की कार्यवाई हो तथा लोसेज कम से कम हो।
बैठक में निगम के प्रबंध निदेशक श्री एम.आर. विश्नोई ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आपसी समन्वय से कार्य करें। खराब एवं बंद पड़े मीटर तत्काल बदले जाएं यह कार्य इनपुट एडवाईस होने तक पूर्ण किया जाएं। बिलिंग का कार्य समय पर हो तथा शत प्रतिशत राजस्व की वसूली सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएं। उन्होंने कहा कि निगम की सब डिवीजन की कड़ी जितनी मजबूत होगी , कार्य उतना ही अच्छा होगा। इसके लिए सब डिवीजन पर प्रभावी पर्यवेक्षण अधिकारी करें। अधिकारी सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता एवं एआरओ को उनके दायित्वों की जानकारी दें। उनकी प्रशिक्षण की व्यवस्था करें तभी सार्थक परिणाम सामने आएंगे तथा वातावरण भी अच्छा होगा।
प्रबंध निदेशक ने कहा कि फील्ड़ के समस्त खाली पड़े पदों को भर दिया जाएगा। तत्पश्चात बकाया राजस्व वसूली पर जोर दिया जाएगा। अधिशाषी अभियंता स्वयं व्यक्तिगत सम्पर्क कर बकाया वसली पर ध्यान दें। इस कार्य की प्रतिदिन की मोनिटरिंग की जाएंगी। उन्होंने खराब एवं बंद पड़े मीटरों को भी नियत समय में बदलने की हिदायत दी। इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर समयबद्धता के साथ मीटर बदलने होगें। उन्होंने सतर्कता जांच को मजबूत बनाने तथा पचास हजार से अधिक की बकाया के लिए नोटिस जारी करने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए । ताकि इस कार्य को सतर्कता विंग के पुलिस अधिकारियों एवं कनिष्ठ अभियंता से वसूली का कार्य करवाया जा सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि बकाया वसूली कार्य के लिए कार्य योजना बनाकर उसे क्रियान्वित किया जाएं।
प्रबंध निदेशक ने कहा कि 33 केवी सब स्टेशन पर प्रतिदिन उपभोग हो रही बिजली की खपत की जानकारी भी संबंधित अभियंता रखें। उन्होंने निगम क्षेत्रा के बिजली कनेक्शन विहिन विद्यालयों में बिजली कनेक्शन आरजीजीवीवाई के तहत देने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना कार्य की भी समीक्षा की तथा कार्य में गति लाने के निर्देश भी दिए।
बैठक में निदेशक (वित्त) श्री एस.एम. माथुर, संभागीय मुख्य अभियंता श्री बी. एस. रत्नू (अजमेर जोन), श्री एन. एस. सहवाल (उदयपुर जोन), श्री के.पी. वर्मा (झुंझुनूं जोन), मुख्य लेखाधिकारी श्री बी. एल. शर्मा (एटीबी), श्री एम.के. जैन (राजस्व), श्री एम.के. गोंयल (आई ए), मुख्य अभियंता श्री आर. पी. सुखवाल, बी.एम. भामू, सचिव (प्रशासन) श्री आर.के. अरोड़ा, कम्पनी सचिव श्रीमती नेहा शर्मा, टीए टू एमडी श्री मुकेश बालदी सहित समस्त अधीक्षण अभियंता एवं संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।
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