उन्होंने कहा कि अजमेर जिले को कैशलेस डिजीटल अर्थव्यवस्था की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए बैंक के साथ-साथ आमजन को भी जागरूक किया जाना आवश्यक है। जिले की समस्त बैंको की शाखाएं अपने क्षेत्रा के नागरिकों नगदी रहित अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने के लिए जागरूकता शिविर आयोजित करेगी। प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर कम से कम एक पे पोईन्ट की स्थापना की जानी चाहिए। पुष्कर शहर को डिजीटल पैमेंट सिस्टम का रोल माॅडल बनाने के लिए समस्त स्थानीय बैंकर्स के साथ समन्वय स्थापित किया जाए। पुष्कर नगर पालिका के 20 वार्डों को बैंकों को लक्ष्य आधारित वितरण किए जाए।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के अन्तर्गत अधिकतम व्यक्तियों को लाभान्वित किया जाना चाहिए। सरकारी योजनाओं के प्रति बैंकर्स को गम्भीरता पूर्वक कार्य करना चाहिए। प्रधानमंत्राी रोजगार सृजन कार्यक्रम में अधिकतम बेरोजगारों को ईकाई स्थापना के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। बैंकों के साख जमा अनुपात को सुधार करने के लिए बैंक आॅफ बड़ौदा, स्टेट बैंक आॅफ इण्डिया, स्टेट बैंक आॅफ बीकानेर एण्ड जयपुर, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक तथा आईसीआईसीआई एवं जिला उद्योग केन्द्र की एक कमेटी बनायी जाए। इस कमेटी की साप्ताहिक बैठक सुनिश्चित करके साख जमा अनुपात बढ़ाया जाए। उपखण्ड मजिस्ट्रेट के माध्यम से रोडा एक्ट के प्रकरणों का चार्ज रजिस्ट्रेशन समय पर किया जाए। विभिन्न बैंकों के एटीएम कम डेबिट रूपे कार्ड का वितरण शाखा प्रबंधक द्वारा प्रत्येक माह की 5 एवं 20 तारीख को होने वाली ग्राम सभा में किया जा सकता है।
बैंक आॅफ बड़ौदा के क्षेत्राीय प्रबंधक बी.सी.विजय ने कहा कि अमजेर जिले में साक्षरता तथा स्मार्ट सिटी का कार्य आगे बढ़कर किया है। इसी तर्ज पर कैशलेस डिजीटल अर्थव्यवस्था की स्थापना में भी अजमेर अग्रगामी रहेगा।
इस अवसर पर जिला उद्योग के केन्द्र के महाप्रबंधक सी.बी.नवल, भारतीय रिजर्व बैंक के सहायक महाप्रबंधक आर.एस.रावत, नाबार्ड के जिला विकास अधिकारी बी.बी.खरबंदा, अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक आर.के.जांगिड़, आर सेटी की निदेशक श्रीमती सीमा खन्ना तथा समस्त बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
आर सेटी की बैठक आयोजित
अजमेर, 30 दिसम्बर। अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान की जिला स्तरीय आर सेटी सलाहकार समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक में महिलाओं को निःशुल्क लद्यु अवधि स्वरोजगार प्रशिक्षण दिए जाने पर विचार विमर्श किया गया।
उन्होंने कहा कि संस्थान द्वारा प्रदान किया जाने वाला निःशुल्क ड्रेस डिजाईनिंग, ब्यूटी पार्लर, आर्टिफिशयल ज्वेलरी, बैग मैकिंग, कम्प्यूटर, डेयरी, महेंदी, हैएिडक्राफ्ट का प्रशिक्षण महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध करवाने के साथ ही अन्य महिलाओं को रोजगार दे सकने वाला होना चाहिए। प्रशिक्षण के दौरान अभ्यर्थियों को उत्तम क्वालिटी की आवास एवं भोजन व्यवस्था निःशुल्क उपलब्ध करवायी जाती है।
उन्होंने कहा कि आर सेटी के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अथ्यर्थियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से ऋण उपलब्ध करवाने के लिए बैंकों को आगे आना चाहिए। महात्मा गांधी नरेगा लाईफ प्रोजेक्टर सर्वे के तहत जिले के चयनित नरेगा श्रमिकों को आर सेटी के माध्यम से स्वरोजगार प्रशिक्षण प्रदान किया जाए।
इस अवसर पर जिला उद्योग के केन्द्र के महाप्रबंधक सी.बी.नवल, भारतीय रिजर्व बैंक के सहायक महाप्रबंधक आर.एस.रावत, नाबार्ड के जिला विकास अधिकारी बी.बी.खरबंदा, अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक आर.के.जांगिड़, आर सेटी की निदेशक श्रीमती सीमा खन्ना तथा समस्त बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।