करीब दो हजार विद्यार्थियों ने लिया प्रतियोगिता में भाग

76अजमेर, 11 जनवरी। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि स्मार्ट सिटी अजमेर तभी बनेगी जब यहां के नागरिक स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे। बच्चे और युवा स्वच्छता के सर्वश्रेष्ठ संदेशवाहक हैं। वे अपनी पीढ़ी और बुजुर्गों को स्वच्छता के लिए प्रोत्साहित करें तो शानदार परिणाम हासिल हो सकते हंै। अजमेर में 26 अरब रूपए के विकास कार्यों से तस्वीर बदल जाएगी। ऐसे में सफाई हमारी पहचान बननी चाहिए।
शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो. देवनानी ने आज नगर निगम एवं शिक्षा विभाग द्वारा स्वच्छ भारत-समृद्ध भारत अभियान के तहत आयोजित स्वच्छता के चितेरे कार्यक्रम में आनासागर बारादरी पर उपस्थित करीब दो हजार स्कूली बच्चों से यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे चाहते है कि हमारा देश और प्रदेश स्वच्छ और सुन्दर बनें। इसके लिए हम सभी का दायित्व है कि अपने आसपास सफाई को विशेष महत्व दें।
उन्हांेने कहा कि किसी भी कार्य से अगर बच्चे और युवा पीढी़ मन से जुड़ जाए तो वह कार्य अवश्य सफल होता है। उन्होंने आनासागर बारादरी पर उपस्थित बच्चों और युवाओं का आह्वान किया कि वे अपने कैनवास पर सफाई के लिए कल्पना के रंग तो भरे ही साथ ही अपने परिवार, पडौस और समाज के लोगों को भी सफाई के लिए प्रेरित करें।
शिक्षा राज्यमंत्राी ने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत अजमेर में करीब दो हजार करोड़ रूपए के विकास कार्य कराएं जाएंगे। इसके साथ ही सैंकड़ो करोड़ रूपए भी अन्य योजनाओं में खर्च होंगे। इस तरह करीब 26 अरब रूपए की राशि से शहर का विकास होगा। ऐसा पहली बार हो रहा है कि इतनी बड़ी राशि शहर के विकास के लिए खर्च की जा रही है। आने वाले कुछ सालों में शहर की तस्वीर बदल जाएगी।
महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत ने स्वच्छता का महत्व समझाते हुए कहा कि नगर निगम द्वारा शहर में सफाई के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे है। विभिन्न तरीकों से सफाई नियमित रूप से करवाई जा रही है। इसके बावजूद लोगों को जागरूक किए जाने की आवश्यकता है। पेंटिंग और फोटोग्राफी प्रतियोगिता के माध्यम से युवा वर्ग यह जागरूकता फैलाएगा तो शानदार परिणाम हासिल होंगे।
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत सफाई सबसे महत्वपूर्ण बिन्दु है। किसी भी शहर की प्रसिद्धी में सफाई का सबसे अधिक योगदान होता है। उन्होंने बच्चों और युवाओं का आह्वान किया कि वे सफाई का संदेश घर-घर तक पहुंचाएं। उन्होंने स्मार्ट सिटी योजना की भी जानकारी दी। श्री गोयल ने कहा कि प्रतियोगिता की विजेता पेंटिंग एवं फोटोग्राफी को विकास प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया जाएगा।
इस अवसर पर नगर निगम की उपायुक्त सुश्री ज्योति ककवानी, श्री गजेन्द्र सिंह रलावता, जिला रसद अधिकारी श्रीमती दीप्ति शर्मा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती दर्शना शर्मा, पार्षद श्री रमेश सोनी, श्री सीताराम शर्मा, श्री राजेश शर्मा, श्री धर्मेन्द्र शर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
सधे हाथों ने भी कैनवास पर भरा रंग
स्वच्छता के चितेरे प्रतियोगिता की खासियत यह रही कि आनासागर की पाल पर जमा करीब दो हजार बच्चों और युवाओं को प्रसिद्ध चित्राकारों का भी सानिध्य मिला। बारादरी पर ख्यातनाम चित्राकार श्री राम जैसवाल, अशोक हाजरा, सुरेन्द्र सिंह चुघ, रितु शिल्पी, सचिन सांखलकर , ममता देवड़ा, अलका शर्मा, संजय सेठी, प्रहलाद शर्मा आदि ने भी मौके पर ही पेंटिंग बनायी। बच्चों में इनकी पेंटिंग देखने का खासा उत्साह रहा। इन चित्राकारों को कार्यक्रम में सम्मानित भी किया गया।

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