जैन ने कहा कि मोदी महत्वाकांक्षी हैं और देश के इतिहास में बड़े राजनेता के तौर पर नाम दर्ज कराना चाहते हैं मगर देश के प्रतीकों पर कब्जा जमाना अच्छी बात नहीं है। महात्मा का दर्शन भारतीय दर्शन का अहम हिस्सा है और इस दर्शन को समझने के लिए खादी को समझना बेहद जरूरी है मोदी खादी के जरिए भारतीय दर्शन पर चोट कर रहे हैं।
उन्होने कहा कि खादी और गांधीजी हमारे इतिहास, स्वावलंबन और संघर्ष के प्रतीक हैं। गांधीजी की तस्वीर हटाना पवित्र को अपवित्र करने का पाप है गांधीजी इतने महान हैं कि उनकी जगह कोई नहीं ले सकता। इस तरह महात्मा गांधी के दर्शन, विचारों और आदर्शों को अपनाना प्रधानमंत्री के बस की बात नहीं है।
उन्हाने कहा कि मादी के राज मे तो सबकुछ साफ ही हो गया तस्वीरें भी और गांधीजी की शिक्षाएं भी जिन्होंने आजादी की लड़ाई के दौरान खादी को आम गरीब अवाम के लिए स्वदेशी और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बनाया था। इस बार कैलेंडर और डायरी से गांधीजी गायब ही कर दिए गए हैं सरकार के इस फैसले की जितनी निंदा की जाऐ कम है।
