राज्य में कोल्ड स्टोरेज संबंधी माकूल प्रबन्धन के लिए होंगे प्रयास : श्री जनार्दनसिंह गहलोत
राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम के ब्यावर भण्डार गृह निरीक्षण के संबंध में उन्होंने पाया कि इस भण्डार की 6300 मैट्रिक टन भण्डारण क्षमता है। इस भण्डार में 80 प्रतिशत का उपभोग हो रहा है तथा 20 प्रतिशत खाली है। ब्यावर के भण्डार गृह में खाद व कपास के अलावा मूंग, उड़द, राई, ज्वार, मैथी का भी भण्डार मौजूद है। यहां किये जाने सामग्री स्टोरेज को अच्छी तरह से रखरखाव संबंधी समुचित प्रबन्ध हैं, भण्डार में रखी जा रही सामग्री को कीड़ों, चूहों, वर्षा आदि से पूरी तरह सुरक्षित रखे जाने की पुख्ता व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं, जिससे भण्डार में रखरखाव के लिए जमा कराने वाले कृषकों, व्यापारियों, सरकारी संस्थाओं व सहकारी संस्थाओं को उनकी सामग्री के किसी प्रकार से क्षति अथवा नष्ट होने की चिन्ता अथवा गुंजायश ही नहीं रहती है अर्थात् भण्डार में सामग्र्री की सुरक्षा एवं रखरखाव श्रेष्ठ तरीके किये जाने की पर्याप्त व पुख्ता व्यवस्थाएं मौजूद है। अतः जरूरतमंद कृषकों, व्यापारियों, सरकारी संस्थाओं व सहकारी संस्थाओं को चाहिए कि वे उचित किराये पर अपनी उपज व सामग्री को राज्य भण्डार गृह में सुरक्षित रूपसे संग्रहित रखते हुए उचित समय पर आने पर सामग्री व उपज का विक्रय करके से अच्छा मुनाफा प्राप्त करें।
भण्डार किराये में मिलती है इन्हें रियायत :
राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम के अध्यक्ष ने बताया कि व्यापारियों की भांति को भी सामग्री भण्डार/ संग्रहित करने की सुविधाएं दी जाती है। उन्होंने बताया कि भण्डार में उपज / सामग्री संग्रहित कराने पर सामान्य कृषकों को राज्य सरकार की ओर से किराये में 60 प्रतिशत की रियायत दी जाती है जबकि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग के लोगों को भण्डार किराये में 70 प्रतिशत की रियायत दी जाती है तथा सहकारी समितियों को 10 प्रतिशत की रियायत देय है।
राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम के अध्यक्ष श्री गहलोत ने जानकारी दी कि कल ही मुख्यमंत्रा श्रीमती वसुन्धरा राजे के साथ मीटिंग करके किसानों के हित में राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम में रखे जाने वाले किसानों की पैदावार बाबत् गारण्टी के बारे में चर्चा की गई। इस बारे में राज्य भण्डार व्यवस्था निगम द्वारा विभिन्न बैंकों की जल्द ही मीटिंग ली जाएगी ताकि भण्डार में जमा करायीगई कृषि पैदावार के बदले में किसानों द्वारा चाहने पर कि उसकी पैदावार राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम भण्डार में जमा है, के बदले में भण्डार के गारंटी पत्रा के आधार पर बैंकिंग संस्थान से आर्थिक ऋण सहायता प्राप्त हो जाएं।
राज्यभर में कोल्ड स्टोरेज संबंधी माकूल प्रबन्धन के लिए होंगे प्रयास
राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम के अध्यक्ष श्री जनार्दन सिंह गलोत ने अपने ब्यावर दौरे के दौरान बताया कि राजस्थान की मुख्यमंत्रा श्रीमती वसुन्धरा राजे की यह मंशा है कि राज्यभर में राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम के माध्यम से शीतभण्डारण गृह (कोल्ड स्टोरेज) शुरू हों। राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगमीय व्यवस्थान्तर्गत अभी तक राज्य में कोल्ड-स्टोरेज की व्यवस्था नहीं है। इस दृष्टि से निकट भविष्य में हर जिले में शीतभण्डार गृह (कोल्ड स्टोरेज) कालीन भण्डार बनाने के प्रयास करने होंगे, अतः बाबत् समुचित रूपसे आर्थिक व बजटीय प्रावधान की आवश्यकता महसूस की जा रही है। –00–