इन दिनों शहर के युवाओ में बुलेट मोटरसाइकल का क्रेज अपनी चरम सीमा तक बढ़ने लगा हे । बुलेट का शोक कोई गलत बात नहीं हे, लेकिन कुछ सिरफिरे इसके साइलेंसर के साथ छेड़ छाड़ कर इसको तेज आवाज में शहर की गलियो और बाज़ारो में अंधा धुंध दौड़ा दौड़ा कर इनके चालको द्वारा आम नागरिको की शान्ति भंग की जा रही हे । कभी कभी तो साइलेंसर से फटाको की इतनी तेज आवाज आती हे की दिल काँप जाता हे और साथ ही उनकी तेज गति किसी दिन गंभीर हादसे का कारण बन सकती हे ।
ट्रैफिक पुलिस को चाहिए की इन तेज आवाज में चलने वाली मोटर साइकलो को जब्त कर चालान बनाया जाए और शहर वासियो को एक सकून की जिंदगी जीने दिया जाय ।
परिवहन विभाग भी अपनी ओरसे इस पर कार्यवाई कर दुर्घटना को रोकने का कार्य कर सकती हे ।
*हेमेन्द्र सोनी @ BDN जिला ब्यावर*