हरि सुंदर नंद मुकुंदा, नारायण हरिओम..

सुमेरु संध्या में भजनों पर झूमे श्रोता
AOL_01AOL_04AOL_07ब्यावर, 3 अप्रेल। आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से आयोजित सुमेरु संध्या में श्रोता भक्ति रस से सराबोर हो गए। सुरों का सुरीला स्पंदन कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय गायक प्रवीण मेहता ने सुमधुर भजनों की सरिता बहाई। जुगल राजस्थानी, अनुभव जैन, आरएन डाणी, कुलदीप चतुर्वेदी, ऋतु अग्रवाल, विनिता जैन ने श्रीश्री रविशंकर के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सुमित सारस्वत ने आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के सेवा कार्यों की जानकारी दी। सिद्वि विनायक शरणम गणेशा… भजन से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। इसके बाद जगदीश्वरी जगदंबा, परमेश्वरी जय दुर्गा.., शिव शिव शंकरा.., तू माने या ना माने दिलदारा.., सखी मंगल गाओ री, मोरे पिया घर आएंगे.., हरि सुंदर नंद मुकुंदा, नारायण हरिओम.. जैसे भजनों पर श्रोता मंत्रमुग्ध होकर झूम उठे। सुगंधित खुशबु के बीच बरसते फूलों ने वातावतरण को आनंदमय बना दिया। चंद्रा गुप्ता, राजेंद्र कौर, प्रकाश कावड़िया, दिनेश, अर्चना ने गायन में संगत दी। संस्था के डॉ.नरेंद्र आनंदानी, जसपाल हुड़ा, खुुशाल खत्री, राम पंजाबी, अंशुल बाफना, किशोर डेटानी ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में अनिल फतेहपुरिया, राजेंद्र खंडेलवाल, रश्मि जैन, पूनम खंडेलवाल, नमिता जालान, इति अग्रवाल, शिल्पा जोशी, दीक्षा आनंदानी, साधना सारस्वत, श्रीकांत बिहानी, दिलीप बंसल, दिलीप शर्मा, विष्णु चेलानी, अमरचंद सहित कई सदस्यों ने आनंद लिया।

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