राईजिंग लाईन से अवैध कनेक्शन पाये जाने पर होगी कार्यवाही

गर्मियों में किसी क्षेत्रा में पेयजल की कठिनाई नहीं आने दी जायेगी – जलदाय मंत्राी
zअजमेर, 7 अप्रेल। प्रदेश के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्राी श्री सुरेन्द्र गोयल ने पेयजल विभाग के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि वे आगामी गर्मियों में किसी क्षेत्रा में पानी की कठिनाई नहीं आने दे। जहां भी कोई कठिनाई हो, उसका तत्काल समाधान किया जायें। पेयजल काफी कीमती है उसे बचाने तथा उसका अधिकतम उपयोग के लिए भी पर्याप्त ध्यान रखा जायें।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्राी शुक्रवार को जिला परिषद सभागार में आयोजित अधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राईजिंग लाईन से अवैध कनेक्शन पाये जाने पर संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायें तथा पुलिस में एफ.आई.आर. भी दर्ज करवायी जायें। उन्होंने कहा कि अधिकारी कार्यालयों में नहीं बैठै, वरन् क्षेत्रा में नियमित भ्रमण करें तथा सभी जगह पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। ग्राम स्तर पर जो पेयजल की स्कीम चल रही है, उसका सुदृढ़ीकरण करते हुए उसका अधिकतम उपयोग ग्रामीणों को दिलवायें।
श्री गोयल ने कहा कि डेढ़ सौ की आबादी पर एक पीएचपी लगायी हुई है। वह सही स्थिति में रहे। जिले में हैण्डपम्प अभियान भी चलाया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश भी दिए किसी भी हैण्डपम्प के खराब होने की सूचना मिलते ही उसे तत्काल ठीक किया जाए। उन्होंने कहा कि 4 हजार की आबादी वाले गांवों को पाइप्ड स्कीम से प्राथमिकता से जोड़ा जाएगा। इसके लिए आगामी 2 वर्षों में 100 गांवों को स्कीम से जोड़कर लाभान्वित किया जाएगा। विद्यालयों में पेयजल कनेक्शन के संबंध में उन्होंने बताया की जीन विद्यालयों में पेयजल के डिमांड नोटिस जारी हो चुके है। वहां ग्राम पंचायत के माध्यम से डिमांड नोटिस जमा कराए जाए।
उन्होंने कहा कि गांवों में पशुओं के लिए खेलियां बनी हुई है। यदि वहां पेयजल का स्त्रोत खराब है तो वहां टेंकर के माध्यम से खेलियां में पानी डलवाने की व्यवस्था करवायी जाए। साथ ही ऐसे गांव जहां पेयजल सप्लाई नहीं है। वहां के लिए भी टेंकर के प्रस्ताव तैयार किए जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि पेयजल अधिकारी जिला परिषद /पंचायत समिति की साधारण सभाओं की बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे। अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। जवाजा क्षेत्रा में पेयजल की कठिनाई दूर करने के लिए उन्होंने बताया कि इसके लिए टेण्डर प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है।
श्री गोयल ने जल स्वावलम्बन अभियान के संबंध में कहा कि अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि इस अभियान में रूचि लेकर कार्य करें तथा पानी को बचाने के संबंध में लोगों में जाग्रति पैदा करें। अधिकारी भी पेयजल के लिए अपना कर्तव्य समझकर कार्य करें। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में 50 लाख रूपए तक के कार्य मुख्य अभियंता अपने स्तर पर स्वीकृत कर सकेंगे। उन्होंने पानी की शुद्धता के बारे में भी अधिकारियों को हिदायत दी तथा कहा कि एस्को माॅडल से सिस्टम को प्रभावी बनावें तथा सिस्टम के माध्यम से बिजली बचाने का प्रयास करें। उन्होंने बताया कि अजमेर को स्काॅडा पद्धति से जोड़ा जा रहा है। इससे वितरण व्यवस्था प्रभावी ढंग से हो सकेगी तथा मीटर प्रणाली भी सुढृढ़ होगी।
बैठक में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्राी ने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि वे गत दिनों पंचायत समिति के माध्यम से लगाए गए हैण्डपम्पों की वास्तविक स्थिति की रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करें।
बैठक में शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि अजमेर शहर को 24 घण्टे के अंतराल से पेयजल वितरण कराने के लिए पर्याप्त स्टोरेज बनाने की आवश्यकता है। इसके लिए प्रस्ताव अमृत एवं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से लिया जा सकता है। उन्होंने कई दूर दराज के क्षेत्रों में पेयजल पहुंचाने के लिए वितरण व्यवस्था में को सुढृढ़ करने की जरूरत बतायी। इसके लिए पुरानी एवं छोटे पाइपलाइन को बदलने, माकड़वाली, वैशाली नगर से आतेड़ राईजिंग लाइन एवं मदार क्षेत्रा कर पैण्डिंग योजनाओं पर भी शीघ्र कार्यवाही करने की जरूरत बतायी।
बैठक में पुष्कर विधायक एवं संसदीय सचिव श्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि सभी अधिकारी गर्मियों में मुश्तैद रहे तथा जिन गांवों में पेयजल की कठिनाई है वहां पेयजल की व्यवस्था करें तथा वितरण व्यवस्था का प्रभावी पर्यवेक्षण करते रहे। उन्होंने कहा कि मानपुरा नरवर में पानी की मोटर शीघ्र लगायी जाए।
इस मौके पर केकड़ी विधायक एवं संदीय सचिव श्री शत्राुघ्न गौतम ने कहा कि बीसलपुर लाइन के बार-बार क्षतिग्रस्त होने से लिकेज अधिक रहता है जिससे पानी व्यर्थ बहता रहता है। इस पर नियंत्राण के लिए प्रभावी पर्यवेक्षण किया जाए तथा जहां से भी लिकेज की सूचना मिले उसे तत्काल ठीक करवाया जाए।
बैठक में जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिस क्षेत्रा में शटडाउन लिया जाए उस क्षेत्रा की पेयजल संबंधी समस्त व्यवस्थाएं सृढृढ़ कर ली जाए ताकि गर्मियों में शटडाउन नहीं लेना पड़े। उन्होंने कहा कि पेयजल की चोरी के मामलों में भी सख्ती से कार्यवाही की जा रही है।
बैठक में किशनगढ़ के विधायक श्री भागीरथ चैधरी, एडीए के अध्यक्ष श्री शिव शंकर हेड़ा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। वहीं बैठक में आए पंचायत समिति प्रधानों ने भी अपने-अपने क्षेत्रा की पेयजल की समस्याओं से अवगत कराया। इस मौके पर जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया सहित पेयजल के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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