शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो. देवनानी ने आज सम्राट पृथ्वीराज चैहान राजकीय महाविद्यालय में महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय की सिंधु शोध पीठ द्वारा आयोजित सिंधी भाषा स्वर्ण जयन्ती समारोह में विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सिंधी समाज शुरूआत से राष्ट्रवादी एवं देशभक्त रहा है। देश के विकास में सिंधी समाज का भी बड़ा योगदान है। सिंधी युवाओं को अपने इतिहास, संस्कृति एवं भाषा पर गर्व करना चाहिए। हमें अपने अन्दर सिंधियत का भाव रखना होगा।
उन्होंने कहा कि सिंधी युवा अपना खानपान, भाषा, संस्कृति को आत्मसात करें। सिंधी भाषा स्वर्ण जयन्ती समारोह के कार्यक्रम पूरे साल आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सिंधी समाज के लोगों से आग्रह किया कि वे समाज में सिंधियत की जोत जगाए।
प्रो. देवनानी ने कहा कि सिंधी भाषा के संवर्द्धन के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। राजस्थान में भी ओपन स्कूल परीक्षा में अब सिंधी भाषा को वैकल्पिक विषय के रूप में लिया जा सकेगा। सिंधी समाज के महापुरूषों को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोढ़ानी, सम्राट पृथ्वीराज चैहान राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ.एस.के.देव एवं सिंधु शोध पीठ की निदेशक प्रो. लक्ष्मी ठाकुर ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सिंधी समाज के विद्वान उपस्थित थे।