महिला एवं बाल विकास मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल ने किया विजेताओं का सम्मान
अजमेर, 15 अप्रेल। जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के श्वास रोग विभाग, चेस्ट सोसायटी अजमेर एवं नेशनल काॅलेज आॅफ चेस्ट फीजिशन के राजस्थान चेम्बर के संयुक्त तत्वावधान में 13 अप्रेल से आरम्भ हुए श्वास रोग विशेषज्ञों के 16 वें राज्य स्तरीय सम्मेलन राजपल्मोकाॅन 2017 के समापन समारोह को संबांेधित करते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि इस सम्मेलन से राजस्थान में श्वास रोगों के उपचार के लिए नवीनतम तकनीक उपलब्ध होगी। इससे मरीजों एवं उनके परिजनों को लाभ प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि श्वास रोग विशेषज्ञों का यह सम्मेलन न्यू माॅलिक्यूल्स -न्यू गाईडलाइन की थीम पर आयोजित किया गया। इससे राजस्थान राज्य के श्वास रोग से ग्रसित व्यक्तियों को नवीन खोजांे, दवाओं एवं तकनीक का लाभ मिलेगा। सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के माध्यम से समाज तथा चिकित्सा व्यवसाय को नई दिशा मिलेगी। प्रतिभागियों को चाहिए कि सम्मेलन के दौरान प्राप्त की गई। नवीन जानकारियांे का उपयोग क्षेत्रा में मरीजों के स्वास्थ्य लाभ के लिए करेंगे।
उन्होंने कहा कि भारत का सामाजिक, सांस्कृतिक एवं कार्यकारी वातावरण विश्व के अन्य क्षेत्रों से भिन्न है। इसलिए उपचार के साथ-साथ रोगों के प्रति जागरूकता पैदा करना भी आवयश्क है। इसके लिए सामाजिक एवं व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास किए जाने चाहिए। टीबी जैसी मृत्युकारक बीमारियां जागरूकता एवं उपचार के कारण साध्य की श्रेणी में आयी है। यह चिकित्सा के क्षेत्रा में हुए विभिन्न कार्यों का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि देश के युवाओं के ऊर्जावाान एवं स्वस्थ होने से उनकी कार्यक्षमता में वृद्धि होगी। देश के विकास को पंख लगेंगे। इसके लिए आवश्यक है कि युवाओं को नशे से दूर रखा जाए तथा उन्हें सही दिशा प्रदान की जाए। सरकार द्वारा चलाए जा रहे इन्द्रधनुष कार्यक्रम के माध्यम से चिकित्सा क्षेत्रा के समस्त भौतिक एवं मानवीय संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा रहा है।
सम्मेलन में 22 छात्रों ने श्वास रोग के विभिन्न विषयों पर अपने शोध पत्रा प्रस्तुत किए। चण्डीगढ़ के स्नात्तकोत्तर चिकित्सा संस्थान के विभागाध्यक्ष डाॅ. डी.बेहरा ने भारत सरकार के द्वारा चलाए जा रहे टीबी मुक्त अभियान के संबंध में विजन 2025 के बारे में चर्चा में कहा कि टीबी केे निदान में उपलब्ध आधुनिकतम जांचे तथा डाॅट्स 99 दवाईयांें के माध्यम से टीबी पर काबू पाया जा सकता है। उदयपुर के डाॅ. एस.के.लुहाड़िया, मुम्बई के डाॅ. निखिल ने न्यूमोनिया व टीबी के वैक्सीन पर चर्चा की। बीकानेर के डाॅ. गुंजन सोनी, जोधपुर के डाॅ. के.सी.अग्रवाल ने श्वास रोग में विटामिन डी के महत्वता पर व्याख्यान दिए। डाॅ. सीतू, डाॅ. निष्ठा, डाॅ.अतुल व डाॅ. नितिन से इंटरवेंशन लपल्मोनोलोजी पर शोध पत्र ाप्रस्तुत किए।
समारोह में डाॅ. हंस कुमार मेमोरियल गोल्ड मेमोरियल अवार्ड उदयपुर के डाॅ. शुुभम गर्ग को प्रदान किया गया। एनसीसीपी अवार्ड सेशन में जयपुर के डाॅ. सत्यजीत आचार्य, अजमेर के डाॅ. दीपेश अग्रवाल तथा राजपल्मोकोन युवा वैज्ञानिक अवार्ड अजमेर के डाॅ. अर्जुन चंद्रन ने जीता। पोस्टर प्रतियोगिता में जयपुर के डाॅ. अदनान हमजा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में डाॅ. जगन्नाथन व डाॅ. अमन आहूजा प्रथम तथा डाॅ. अर्जुन व डाॅ. अभिषेक गुप्ता ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. के.के. सोनी, जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के श्वास रोग विभागाध्यक्ष डाॅ. निरज गुप्ता एवं डाॅ. रमाकांत दीक्षित उपस्थित थे।
