स्वतंत्रता सैनानी राजूसिंह रावत का 175वां बलिदान दिवस
बरार चौहरा पर आयोजित समरोह में रावत सेना ने उठाई मांग
जवाजा। भारत में सन् 1857 की क्रांति से पहले ही मगरा क्षेत्र में सन् 1821 के दौरान अंग्रजों द्वारा धर्म परिवर्तन, अत्याचार, अनावष्यक कर लगाकर परेषान करने के विरोध में खुलकर बिगुल बजाने वाले भीम क्षेत्र के बरार गांव निवासी वीर पराक्रमी योद्धा स्वतंत्रता सैनानी राजूसिंह रावत को अंग्रजी हकुमत ने देष के प्रथम स्वतंत्रता सैनानी मंगल पांडे से भी पहले 18 अप्रैल 1843 को ब्यावर षहर में खुली फंसी दी थी। लेकिन, इतिहासकारों की अनदेखी के कारण आज तक राजूसिंह रावत को प्रथम स्वतंत्रता सैनानी होने का दर्ज नही मिल सका। उक्त संबोधन मंगलवार को रावत सेना संस्थापक महेन्द्रसिंह रावत ने स्वतंत्रता सैनानी राजूसिंह के 175वें बलिदान दिवस के मौके पर ब्यावर-भीम राष्ट्रीय राजमार्ग-8 पर स्वतंत्रता सैनानी राजूसिंह रावत स्मारक बरार चौराहा पर आयोजित समारोह में कहते हुए केन्द्र सरकार से राजूसिंह को देष का प्रथम स्वतंत्रता सैनानी घौषित करने की मांग की। रावत सेना प्रदेषाध्यक्ष गोपालसिंह सेदरिया ने राजूसिंह के नाम पर रावत सेना द्वारा हर साल षहीद समारोह का आयोजन करने, डाक टिकट जारी करवाने, ब्यावर, भीम, अजमेर, टॉडगढ, जवाजा आदि जगहों पर राजूसिंह की मूर्ति लगवाने की बात कही। समारोह में रावतसेना राजसमंद जिलाध्यक्ष फतेहसिंह भीम ने राजूसिंह की जीवनी को स्कूली पाठ्यक्रम में षामिल करने की मांग की। समारोह को सरपंच संघ राजसमंद के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरधारीसिंह भीम, टॉडगढ उपखंड अधिकारी दिनेष रॉय, भीम उपखंड अधिकारी नरेन्द्र वर्मा, भीम प्रधान नरेन्द्र बागडी, बरार सरपंच पंकजासिंह रावत, डूंगाजी का गांव सरपंच भूपेन्द्रसिंह रावत, धर्मवीरसिंह टॉडगढ, कोठात समाज अध्यक्ष गोपालसिंह पीटीआई, राजस्थान रावत-राजपूत महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरिसिंह सुजावत, सामुहिक विवाह समिति अध्यक्ष नारायणसिंह पंवार, संपादक भगवानसिंह चौहान, आंदोलन प्रमुख देवीसिंह पंवार, महासभा पूर्व युवा अध्यक्ष परमेष्वरसिंह सीरमा, प्रवक्ता हरिसिंह रावत, अजमेर जिलाध्यक्ष राजकमलसिंह रावत, सरंक्षक सुखदेवसिंह भुणाभाय, महामंत्री वेदप्रकाषसिंह मसूदा, राजस्थानी फिल्मों के हिरो करणसिंह रावत, किषोरसिंह रावत, टिकमसिंह कडीवाल, प्रेमसिंह जवाजा, पवन कोटडा, विधानसभा पुष्कर अध्यक्ष चम्मनसिंह, नसीराबाद विधानसभा अध्यक्ष धर्मेन्द्रसिह लामाना, मसुदा विधानसभा अध्यक्ष युवराजसिंह, भीम तहसील अध्यक्ष डूंगरसिंह, नवलसिंह, अभिमन्युसिंह, धर्मन्द्रसिंह लोटियाना, लेखपालसिंह, प्रतापसिंह, गोविन्दसिंह, बन्नासिंह, भगवानसिंह, केषरसिंह सुजावत आदि ने संबोधित किया। संचालन जिला परिषद सदस्य डाउसिंह मालावत ने किया। समारोह में दूर-दराज क्षेत्र के हजारों समाज बंधुओं ने षिरकत की।
जयकारों से गुंजा आसमां: समारोह में रावतसेना के कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाडों पर नाचते-गाते जोरदार जयकार लगाते हुए राजूसिंह की मूर्ति पर कुमकुम तिलक लगाकर 51 किलों फुलों का हार चढाया, इससे पूर्व सोमवार रात्रि को स्मारक पर आकर्षक रंग-रोगन कर दिपक जलाए, मंगलवार को समारोहपूर्वक श्रृद्धांजली अर्पित की गई।

हमारे देश के प्रथम स्वतन्त्रता सेनानी राजू सिंह रावत को हार्दिक नमन्