मानसिक अवसाद दूर करता है भस्त्रिका प्राणायाम

IMG_20170523_060705भस्त्रिका प्राणायाम से मस्तिष्क की कार्यप्रणाली सक्रिय होती है जिससे मानसिक स्तर पर चित्त ऊर्जावान तथा मन शांत एवं स्थिर होता है। इस प्रकार प्राण के आयामित आयामित होने से नाड़ियाँ संतुलित होती हैं। आध्यात्मिक लाभों में चेहरे पर तेज बढ़ता है तथा धारणा एवं ध्यान की स्थिति निर्मित होने लगती है। भस्त्रिका प्राणायाम कपालभाति एवं नाड़ीशुद्धि के बीच एक सेतु का कार्य करता है। जिन लोगों का वजन बढ़ा हुआ होता है तथा अवसादग्रस्त या मन में निराशा के शिकार व्यक्तियों के लिए सूर्यानुलोम-विलोम भस्त्रिका प्राणायाम तथा जिनका वजन कम है, गुस्सा अधिक आता है या मन अधिक चंचल है उन्हें चन्द्रानुलोम-विलोम भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास करना चाहिए। ये विचार विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी राजस्थान के प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डॉ0 स्वतन्त्र शर्मा ने शहीद भगत सिंह उद्यान, वैशाली नगर में चल रहे योग प्रशिक्षण सत्र के दौरान व्यक्त किए।
नगर प्रमुख रविन्द्र जैन ने बताया कि योग प्रशिक्षण सत्र में आज बैठकर किए जाने वाले आसनों में दण्डासन, वज्रासन, शशांक आसन एवं ऊष्ट्रासन का अभ्यास कराया गया।

(रविन्द्र जैन)
नगर प्रमुख
9414618062

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