पुष्कर मेला में पांचों दिन हो भक्तिमय भजन संध्या
अजमेर उत्तर विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी ने जिला कलक्टर के सभागार में आयोजित श्री पुष्कर पशु मेला सलाहकार समिति की प्रथम बैठक में यह प्रस्ताव रखा कि जिस प्रकार प्रतिवर्ष अजमेर में भरने वाले उर्स मेले के लिए प्रशासन द्वारा तैयारियां व व्यवस्थाऐं सुनिश्चित की जाती है उसी प्रकार पुष्कर मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों व पशुपालको के लिए आवश्यक प्रबंध किये जाने चाहिए।
उन्होंने पुष्कर मेले हेतु सुव्यवस्थाओं के प्रबंधन हेतु राज्य सरकार से विशेष पैकेज(बजट) दिये जाने की मांग की हैं । उन्होंने कहा कि अजमेर में जिस प्रकार जायरीनों की सुविधार्थ तीन विश्रामस्थलियों का निर्माण सरकार ने करवाया है उसीप्रकार पुष्कर में भी स्थायी व पक्की विश्रामस्थलियों व रैनबसेरो का निर्माण कराया जाना चाहिए। मेला क्षेत्र में पक्के शौचालयों का निर्माण किया जाना चाहिए। उन्होंने मेला क्षेत्र से घाटों व मंदिरों को जोड़ने वाली सड़कों का निर्माण, पुष्कर की अन्दरूनी सड़कों का निर्माण रेलवे स्टेशन से बसस्टेण्ड के मध्य भी लिंक सड़क का निर्माण कराये जाने की मांग की।
उन्होंने उर्स मेले में आयोजित होने वाले कव्वाली-मुशायरे के कार्यक्रमों की भांति विश्वविख्यात तीर्थगुरू ब्रह्मानगरी में आयोजित होने वाले मेले में पांचों दिन तक भक्तिमय भजन संध्या का आयोजन किये जाने की भी मांग की है। उन्होंने सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में स्वच्छ पेयजल के प्रबंध किये जाने के साथ ही पुष्कर के रिहायशी क्षेत्र में भी दिन में दोनो टाइम पेयजल आपूर्ति की जाने की मांग की है जिसप्रकार उर्स मेला क्षेत्र में प्रतिवर्ष की जाती हैं । घाटों पर सफाई व सुरक्षा के इंतजाम करने के साथ ही महिलाओं के कपड़े बदलने हेतु पर्याप्त टेन्ट आदि की व्यवस्था की जाने तथा नहाते समय श्रद्धालुओं के कपड़े व सामान की सुरक्षा हेतु क्लाकरूम की भी व्यवस्था की जाने की मांग की है। रोड़वेज विभाग को भी मेले हेतु पर्याप्त बसों की व्यवस्था की जानी चाहिए।
उन्होंने यातायात के दबाव को नियंत्रित करने के लिए पुष्कर आने-जाने के लिए खरेखड़ी मार्ग का प्रयोग किये जाने का प्रस्ताव रखते हुए इस मार्ग की मरम्मत व इस रूट पर रोशनी हेतु लाईटों की व्यवस्था किये जाने की भी मांग की। उन्होंने पवित्र पुष्कर सरोवर की परिक्रमा हेतु भी मार्ग तैयार किये जाने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने प्रदर्शनियों आदि के माध्यम से मेले का आकर्षण बनाये जाने व मेले में पशुपालकों द्वारा लाये जाने वाले मवेशियों हेतु चारे-पानी के पुख्ता प्रबंध किये जाने का प्रस्ताव भी रखा।
उन्होंने मेले में आने वाले चारपहिया व दोपहिया वाहनों हेतु व्यवस्थित व पर्याप्त पार्किंग स्थलों का निर्माण कराये जाने की मांग की है। उन्होने सरकार से मांग की है कि बाहर से आने वाली प्राईवेट बसों पर वसूले जाने वाले टेक्स से उन्हें मुक्त किया जाना चाहिए जिससे अधिकाधिक संख्या में श्रद्धालु इस धार्मिक मेले में सम्मिलित हो सके तथा उन पर अनावश्यक आर्थिक भार न पड़े।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विशेष बजट आवंटन के अभाव में पुष्कर मेेले का भव्यतापूर्ण, सुरक्षापूर्ण व श्रद्धालुओं के हित में सुविधाजनक आयोजन सम्भव नहीं हो पाएगा।

पुष्कर पशु मेला 19 व कार्तिक स्नान 24 नवंबर से
अजमेर। अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर पशु मेला 21 नवंबर तथा कार्तिक पंचतीर्थ स्नान मेला 24 नवंबर से प्रारंभ होगा जिसमें देश के कोने-कोने से हजारों की तादाद में पशु तथा पूरी दुनिया से विदेशी पर्यटक और लाखों की तादाद में तीर्थ यात्री भाग लेते हैं । इनकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर सभी पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश जिला कलक्टर श्री वैभव गालरिया ने सभी विभागों के अधिकारियों को दिये और कहा कि वे तत्काल अपने कार्य प्रारंभ करें ।
जिला कलक्टर ने कलेक्ट्रेट के समिति कक्ष में आयोजित पुष्कर पशु मेला सलाहकार समिति की बैठक में कहा कि वे नवंबर माह के प्रथम सप्ताह में सभी विभागों के अधिकारियों के साथ कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे और लगातार विभागवार मोनिटरिंग करेंगे । उन्होंने साफतौर पर कहा कि ख्याति प्राप्त इस पशु एवं धार्मिक मेले का पूरी दुनिया में महत्व है और उसी के अनुरूप व्यवस्थाओं को अंजाम दिया जाना है।
जिला कलक्टर ने पुष्कर पशु मेले के सुव्यवस्थित तरीके से आयोजन हेतु नौ उपसमितियों का गठन किया और इनके अध्यक्ष व सचिव को निर्देश दिये कि चालू अक्टूबर माह में दो बार उप समितियों की बैठक आयोजित कर आज बैठक में लिये गये निर्णयों पर हुए कार्यों की प्रगति को देखें और पुष्कर में मौके पर जाकर व्यवस्थाओं को अंजाम दें ।
जिला कलक्टर ने पशु मेले में आने वाले सभी पशुओं के लिए मेला मैदान में चारा, पानी, रोशनी व पशुपालकों के ठहरने व सुरक्षा के सभी इंतजाम करने के निर्देश पशुपालन विभाग,नगरपालिका को दिये वहीं तीर्थयात्रियों तथा पर्यटकों को सभी प्रकार के साधन सुविधायें उपलब्ध कराने के निर्देश पानी, बिजली, पर्यटन,नगरपालिका के अधिकारियों को दिये । उन्होंने पुष्कर नगर सहित मेला क्षेत्र सहित सरोवर के सभी घाटों की मेले के दौरान 24 घंटे सफाई करने तथा आवारा पशुओं को पकडऩे के लिए अभियान चलाने के निर्देश नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी को दिये । मेला प्रारंभ होने से पूर्व ही मेला मैदान पर बाहर से आने वाले पशुओं की सुरक्षा व ठहरने , पानी आदि के इंतजाम के लिए भी उन्होंने अधिकारियों के साथ चर्चा की ।
जिला कलक्टर ने मेले के दौरान बढ़ते हुए यातायात तथा भारी वाहनों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करने के लिए उपखंड अधिकारी निशु अग्निहोत्री, उपपुलिस अधीक्षक यातायात जयसिंह तथा उपपुलिस अधीक्षक ग्रामीण अरूण माच्छा को कार्य योजना बनाने को कहा । उन्होंने मेलावघि में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों, पशु व विकास प्रदर्शनी के आयोजन के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की ।
नगर सुधार न्यास के अध्यक्ष नरेन शाहनी भगत ने बताया कि मेले में यात्रियो, पर्यटकों की सुविधाओं के लिए न्यास द्वारा पर्याप्त सहयोग दिया जायेगा और प्रतिवर्ष की भांति समुचित इंतजाम किये जायेंगे।
नगरपालिका पुष्कर की अध्यक्ष श्रीमती मंजू कुर्डिया ने पुष्कर मेले की व्यवस्थाओं के लिए नगरपालिका को वित्तीय संसाधन राज्य सरकार से उपलब्ध कराने का अनुरोध किया और नगरपालिका द्वारा किये जाने वाले इंतजामों के बारे में बताया ।
उपनिदेशक पशुपालन डॉ. रोशन देव ने बताया कि पुष्कर पशु मेला 21 से 30 नवंबर तक आयोजित होगा । 19 नवंबर को 13 पशु चौकियां स्थापित होंगी। मेला मैदान में 21 नवंबर को झंडारोहण होगा, 23 को रवन्ना चिट्ठी कटेगी और 24 नवंबर से पशुओं के लिए रवन्ना शुरू हो जायेगा । 24 नवंबर को ही विकास व गीर प्रदर्शनी का शुभारंभ होगा और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रारंभ होंगे । 25 से 27 नवंबर तक पशु प्रतियोगितायें आयोजित होंगी । कार्तिक पूर्णिमा स्नान एवं पुरस्कार वितरण व समापन समारोह 28 नवंबर को होगा।
बैठक में अतिरिक्त कलकटर मौहम्मद हनीफ, नगर सुधार न्यास सचिव के.सी.वर्मा, जिला आबकारी अधिकारी श्रीमती मेघना चौधरी सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे। उपखंड अधिकारी निशु अग्निहोत्री ने मेले के दौरान किये जाने वाले सभी प्रशासनिक इंतजामों की जानकारी दी । उपपुलिस अधीक्षक श्री अरूण माच्छा ने मेले के दौरान किये जाने वाले सुरक्षा इंतजामों के बारे में बताया।