पाचवां राष्ट्रीय सम्मान हरिशेवा धामए भीलवाडा को

zzzzzअजमेर 16 जून। सिंधुपति महाराजा दाहरसेन के 1305वां बलिदान दिवस के अवसर पर सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक, हरिभाउ उपाध्याय नगर पुष्कर रोड पर पांचवा राष्ट्रीय सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन सम्मान 2017 हरिशेवाधाम रिलीजियस एण्ड चेरिटेबिल ट्रस्ट, भीलवाडा को प्रदान किया गया, सम्मान मंे रूपये 51000 के साथ सम्मान पत्र, शॉल, श्रीफल, दिया गया व देशभक्ति पर आधारित कार्यक्रम, हिंगलाज माता की पूजा-अर्चना व द्ाहरसेन को श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ संत महात्माओं का आर्शीवचन व रंग भरो प्रतियोगिता के विजेताओं को स्मृति चिन्ह व मेडल देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अजमेर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, पर्यटन विभाग, भारतीय सिन्धु सभा व सिंधुपति महाराजा दाहरसेन विकास एवं समारोह समिति का सहयोग रहा।
राजस्थान पुलिस महानिदेशक मनोज भट्ट ने कहा कि महापुरूषों एवं स्वतंत्रता सेनानियों ने जीवन से सभी को प्रेरणा देता है दाहरसेन स्मारक आज इस नाते पहचान देता है। यहां आकर देश और समाज के लिये कुछ करने की प्रेरणा मिलती है। महापुरूषों को हजारों वर्षों के बाद याद किये जाते है जिन्होंने देश के लिये निःस्वार्थ बलिदान दिया था, उन्होंने संस्कृति को बचाया, उनकों यादकर देश को देने का भाव पैदा होता है। लखावत जी ने जो यह स्मारक बनाया जो प्रेरणा का काम कर रहा है।
महंत स्वरूपदास जी ने अपने आर्शीवचन में कहा कि वीर व संत के बिना यह धरती नहीं बच सकती। हमारी भी ऐसी संताने हो जो देश के लिये जिये। इस अवसर पर शातानन्द आश्रम के महंत स्वामी हनुमानराम जी के साथ स्वामी बसंतराम दरबार, अजमेर के सांई ओमप्रकाश शास्त्री व संत महात्माओं का आर्शीवाद प्रदान किया।
राजस्थान सरकार में धरोहर संरक्षण एवं प्रौन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि धरती पर यदि स्वर्ग है तो सिंध है, दाहरसेन के बिना सिंध अधूरा है व आज यह स्मारक बनाना सार्थरक हो गया। सिंध की मोइन जोदड़ों की सभ्यता सबसे पुरानी है। सिंधुमित्र बप्पा रावल का स्मारक के लिये सरकार ने स्वीकृति दी जो शीघ्र पूरा हो रहा है। सिन्ध और हम व हम व सिन्ध एक है।
समारोह में शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, महिला बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल, अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा, उप-महापौर सम्पत सांखला,पुलिस महानिरीक्षक श्रीमति मालिनी अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह, भारतीय सिन्धु सभा के जिलाध्यक्ष मोहनलाल आलवाणी ने विचार प्रकट किये।
कार्यक्रम प्रारम्भ होने पर महाराजा दाहरसेन सर्किल से हरिशेवाधाम रिलीजियस एण्ड चेरिटेबिल ट्रस्ट, भीलवाडा के ट्रस्टी श्री अम्बालाल नानकाणी, श्री लक्षमणदास नोताणी सचिव विद्यालय प्रबन्ध समिति, बडौदा व श्री ईश्वरदास आसनाणी, हरिशेवा धाम शिक्षक प्रशिक्षण केन्द्र, भीलवाडा,, ट्रस्टी, हीरालाल गुरनाणी, अशोक खोताण को बग्घी पर बैठाकर, बैण्ड वादन पुष्पवर्षा के साथ स्मारक के मुख्य द्वार तक हरिभाउ उपाध्याय नगर विस्तार के पदाधिकारियों द्वारा स्वागत किया गया। इसके पश्चात् सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन का पांचवा राष्ट्रीय सम्मान हरिशेवाधाम रिलीजियस एण्ड चेरिटेबिल ट्रस्ट, भीलवाडा का रूपये 51000 का चैक, शॉल, श्रीफल, माला प्रदान किया गया। इसे हरिशेवाधाम रिलीजियस एण्ड चेरिटेबिल ट्रस्ट, भीलवाडा से आये ट्रस्टियों ने 51 हजार रूपये का चैंक दाहरसेन समारोह समिति को स्थायी निधि के रूप में भेंट किया।
हिंगलाज माता व जगदगुरू श्री श्रीचन्द्र जी की पूजा अर्चना, महापुरूषों के चित्रों पर श्रृद्धासुमन अर्पण व महाराजा दाहरसेन के मूर्ति पर श्रृद्धासुमन अर्पित किये गये।
राष्ट्रगीत वन्दे मात्रम कुमारी ममता तुलस्यिाणी ने व देश भक्ति गीत घनश्याम भग्त ने माता हिंगलाज मन्दिर पर भजन प्रस्तुत किये। अलग अलग मन्दिरों से धर्मध्वजा लाकर माता के मन्दिर पर चढाई गई। मुस्कान कोटवाणी, प्रथम एक पहल संस्था ने दशभक्ति गीत प्रस्तुत कर लोगों की वाह वाही लूटी। पण्डित सीताराम शर्मा ने घुघरू पर संगीत पर सबको झुमाया।

समारोह समिति की ओर से स्वागत भाषण कंवलप्रकाश किशनानी व आभार नवीन सोगानी द्वारा किया गया। मंच का संचालन आभा भारद्वाज व महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने किया। हिंगलाज माता पर पूजा अर्चना ताराचन्द राजपुरोहित व लक्षमणदास दौलताणी ने कराई।

रंगभरो प्रतियोगिता के विजेताओं का होगा सम्मान –
लीलेश्वर महादेव मन्दिर धोलाभाटा शिविर से प्रथम गिन्नी मनवाणी, द्वितीय अक्षज चैनाणी, तृतीय गुजंन तोलाणी। झूलेलाल मन्दिर नाका मदार से प्रथम नीरज जेंठवाणी, द्वितीय दिव्या बच्चाणी, तृतीय रोहित रामचंदाणी । पार्वती उद्यान अजयनगर से प्रथम हर्षिता जैनाणी, द्वितीय उर्विशी रामनाणी, तृतीय लाभेश चेलाणी। ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम अजयनगर से प्रथम टीना मोटवाणी, द्वितीय करण लालवाणी, तृतीय विशाल गुलवाणी। स्वामी बसंतराम सेवा ट्रस्ट देहली गेट से प्रथम रिया वाधवाणी, द्वितीय रिया माखीजा, तृतीय योगिता टिक्याणी। सिन्धुभवन पंचशील नगर से प्रथम देव विधाणी, द्वितीय खुशी मीरचंदाणी, तृतीय शिवम शाहणी व पूज्य सिन्धी पंचायत नसीराबाद के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया।
सम्मानित होने वाली संस्था हरिशेवाधाम भीलवाडा का परिचय व गतिविधियां

जगद्गुरू श्रीचन्द के आर्शीवाद से दुनियाभर में हरिशेवा धाम के माध्यम सनातन धर्म से जोडकर सभी को ज्ञान मार्ग पर साथ लेकर चलने का पवित्र कार्य किया जा रहा है। जीवन मूल्यों के संरक्षण के लिये नियमित दुनियाभर में स्थापित आश्रमों में सत्संग में संतो द्वारा मार्गदर्शन व आर्शीवाद दिये जाते है।
सिन्धु सभ्यता पर किये गये शोध कार्य के लिये विद्यार्थियों को सदैव प्रेरणा का कार्य किया जा रहा है जिसमें सिन्ध व हिन्द के साहित्यकारों का साहित्यिक सहयोग, लेखन कार्य में वरिष्ठ साहित्यकारों को जोडना एवं सिन्धी भाषा, सभ्यता व संस्कृति के सर्वंद्धन हेतु अनेकों किताबों का प्रकाशन करवाया गया है, जो एक मिसाल है। सिन्ध से आये विस्थापितों के परिवारों को सहयोग देना।
इसके अलावा हरीशेवा धाम के देशभर में आश्रमों में भी निरंतर अनेक सेवा कार्य, सभ्यता व संस्कृति का ज्ञान बढाने हेतु युवा पीढी में प्रेरणादायी कार्य किये जा रहे है जिसे देश दुनिया में बहुत अधिक प्रेरणादायी है।
पूर्व में दिये गये राष्ट्रीय सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन सम्मान
उल्लेखनीय है कि प्रथम सम्मान वर्ष 2013 में इण्डियन इंस्ट्यिूट ऑफ सिन्धोलॉजी, आदीपुर, गांधीधाम को एवं द्वितीय सम्मान वर्ष 2014 को शदाणी दरबार, रायपुर (छतीसगढ) के सन्त युधिष्ठरलाल जी को तृतीय सम्मान वर्ष 2015 में सीमा जन कल्याण समिति जोधपुर व चतुर्थ सम्मान श्री प्रेम प्रकाश मण्डल ट्रस्ट, श्री अमरापुर स्थान, जयपुर को प्रदान किया को समारोहपूर्वक कार्यक्रम आयोजित कर प्रदान किया गया था

स्वागत करने वालों में नगर सुधार न्यास के पूर्व अध्यक्ष धर्मेश जैन, महेशचन्द शर्मा(सीकर) अरविन्द यादव, पार्षद प्रकाश मेहरा, बलराम हरलाणी, गिरधर तेजवाणी, कमलेश शर्मा, खेमचन्द नारवाणी, तुलसी सोनी, अध्यक्ष मोहन तुलस्यिाणी, महानगर मंत्री महेश टेकचंदाणी, हरिभाउ उपाध्याय नगर विस्तार के अध्यक्ष संदीप धाबाई, राधाकिशन आहूजा, पूर्व विधायक हरीश झामनाणी, के.जे.ज्ञानी, राम गीता मटाई,सोमरत्न आर्य, कमल पंवार, सवेश्वर अग्रवाल, अनिष कपूर, प्रकाश लाला, अनिल तनेजा, निशा जेसवाणी, गोपी,महेश सावलाणी, रमेश मेंघाणी, पूनम मुकश वैष्णव कैलाश लखवाणी, नरेन्द्र बसराणी प्रकाश जेठरा, मुकेश आहूजा, एम.टी. वाधवाणी, सुन्दर पारवाणी दिलीप भूराणी, सहित विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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