भारत में निर्मित सामग्री उपयोग करने से विश्व अर्थव्यवस्था की दिशा तय करेगा भारत

160620171अजमेर 16 जून। तारागढ़ रोड रामगंज थाने के सामने ऑल सेंट बालिका विद्यालय भवन में चल रहे पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर बालिका कौशल विकास शिविर आयोजक एवं महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनिता भदेल के प्रयासों से चल रहा है।
शिविर के पांचवें दिन शुक्रवार को विशेष सत्र में राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रान्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष औकार सिंह लखावत ने कहा कि भारत में निर्मित सामग्री उपयोग करने से भारत विश्व अर्थव्यवस्था एवं बाजार की दिशा तय करेगा।
श्री लखावत ने शिविर में बालिकाओं के मार्गदर्शन के लिए आयोजित विशेष सत्र में कहा कि भारत में निर्मित सामग्री का उपयोग करने से देश सुदृढ़ होगा। अर्थव्यवस्था मंे मजबूती आएगी और बेरोजगारी खत्म होगी। भारत की अर्थव्यवस्था में वह ताकत है कि वह विश्व की अर्थव्यवस्था और बाजार की दिशा तय कर सके। इसका आरम्भ हम सबके द्वारा भारत निर्मित सामग्री का उपयोग करने से होगा। उपस्थित बालिकाओं ने भारत में निर्मित सामग्री उपयोग करने का संकल्प लिया।
उन्होंने कहा कि इस शिविर के माध्यम से बालिकाएं स्वावलम्बी बनने की दिशा में बढ़ेगी। बालिकाओं द्वारा भविष्य में स्वरोजगार आरम्भ किया जाएगा। इनके द्वारा उत्पादित सामग्री हम सबके द्वारा खरीदने से इन्हें कमाई होगी। इसी प्रकार भारत के किसी अन्य उत्पादक द्वारा बनायी गई सामग्री का उपयोग करने से भारतीय कम्पनी एवं नागरिक की आय में वृद्धि होगी। दोनो उत्पादकों की आय देश में ही रहने से भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
उन्होंने कहा कि नयी पीढ़ी को कौशलयुक्त करने से उनमें स्वाभिमान पैदा होगा। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती भदेल ने बालिकाओं को हुनरमंद बनाकर इन्हें अपने पैरो पर खड़ा कर रही है। केन्द्र सरकार ने कौशल प्रशिक्षण के लिए अलग से विभाग बनाया है। पहले से चली आ रही शिक्षा पद्धति से अध्ययन के पश्चात विद्यार्थी बेरोजगारों की श्रेणी में आ जाता था। कौशल विकास से उसे तुरन्त रोजगार प्राप्त हो जाता है। कौशल शिविर के द्वारा प्राप्त प्रशिक्षण को व्यवहार में लाना आवश्यक है। वर्तमान समय में बड़े-बड़े दिग्गज व्यापारिक घरानों ने मॉल में आलू और प्याज बेचकर यह सिद्ध किया है कि कोई काम छोटा नहीं होता है।
शिविर में जनाना अस्पताल की युनिट हेड डॉ. दीपाली जैन ने बालिकाओं को किशोर अवस्था में होने वाले शारीरिक एवं मानसिक परिवर्तन के बारे में जानकारी दी। बालिकाओं को इस उम्र में होने वाले परिवर्तनों के प्रति जागरूक होकर अपनी मां के साथ संवाद करना चाहिए। विशेष दिनों में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। बालिका को खानेपीने की आदतों में भी सुधार लाना चाहिए। रक्त की कमी होने की स्थिति में ऑयरन की गोली स्थानीय आंगनबाड़ी केन्द्र अथवा चिकित्सालय से निःशुल्क प्राप्त की जा सकती है।
मित्तल अस्पताल की डाइटिशियन संगीता सक्सेना ने बालिकाओं को पोषण के विषय में जानकारी प्रदान की। उन्होंने अपने प्रस्तुतिकरण में बताया कि भोजन अच्छा या बुरा नहीं होता है। डाइट अच्छी या बुरी हो सकती है। भोजन करते समय चुनाव करने के स्थान पर विविध प्रकार के खाद्य उपयोग में लेने चाहिए। नियमित तौर पर प्रातकाल 45 मिनट एवं शाम को भोजन के पश्चात 15 मिनट का भ्रमण कई बीमारियों से दूर कर सकता है। भोजन विभिन्न घटको से युक्त संतुलित होना चाहिए।
शिविर प्रभारी एवं पूर्व विधायक श्री हरीश झामनानी ने शनिवार को बालिकाओं को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सर्राफ, सहकारिता मंत्री अजयसिंह किलक, महिला अधिकारिता विभाग जयपुर की सहायक निदेशक विनिता शर्मा एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राकेश गौरा का मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
बालिकाओं ने शिविर में सीखा हुनर
शिविर में बालिकाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिये विविध कोर्स सीखाये जा रहे है। इनमें शुक्रवार को फैशन डिजाइन में मोनिका चौधरी व वर्षा मोनिका सैम्यूल ने कपड़े पर ब्लॉक प्रिंट कर बालिकाओं को कढ़ाई करना सीखाया। शू मैंिकंग में एफ.डी.डी.आई. जोधपुर के राहुल यादव, सुनील चौहान, संजीव कुमार और मनोज वर्मा ने इन शॉल मैकिंग और इन शोल मढाई की जानकारी दी। मसाला एवं खाद्य सामग्री निर्माण के अंतर्गत विनोद शर्मा और नन्दनी जैन ने आम और लहसुन का आचार बनाना प्रशिक्षणार्थीयों को सीखाया। बंधेज एवं गोटा मैकिंग में दुपटे पर डबल और ट्रीपल कलर करना सीखाया। ब्यूटी पार्लर में नीलोफर और ज्योति ने बालों की एडवांस कटिंग का प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान किया।
इसी प्रकार कढ़ाई में पुष्पा शर्मा और निशा ने चादर और पाटेली पर कढ़ाई करना बालिकाओं को सीखाया। बालिकाओं को मेहंदी में किरन द्वारा सीट पर कोन द्वारा ब्राइडल मेहंदी की विभिन्न डिजाईनों को बनाना सीखाया। ज्वैलरी मैकिंग में शांता देवी ने अलग अलग मोतियों से हार और रिंग सेट बनाना सीखाया। बालिकाओं को नृत्य का प्रशिक्षण नीरज दे रही है जिन्होने आज राजस्थानी गानों पर अलग अलग स्टेप सीखायें। बालिकाओं को वेस्ट मैटेरियल से संजय सेठी ने कई प्रकार की फूलों की पत्तीयां और स्टेण्ड बनाना सीखाया। फोटोग्राफी और विडियोग्राफी में दीपक शर्मा ने रोटेड और मॉडलिंग फोटोग्राफी किस प्रकार की जाती है इसके बारे में जानकारी दी। क्ले आर्ट का प्रशिक्षण बनवारी लाल ओझा ने ‘‘बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ’’, ‘‘भ्रूण हत्या’’, ‘‘स्वच्छता’’, ‘‘बाल विवाह’’ और पर्यावरण संरक्षण के साथ जल स्वावलम्बन थीम पर आर्ट सीखायी।
कार्यक्रम में शिविर के सहप्रभारी एवं नगर निगम के उपमहापौर श्री सम्पत सांखला, विमला दादूपंथी विस्तारक जी, बिमला नागरानी, सीमा गोस्वामी, प्रभा शर्मा, हेमलता, मधु रावत, सरोज भाटी, कृष्णा सोनी, आशा कंवर, सुषमा शर्मा, काजल जेठानी, पार्षद रेखा शर्मा, संतोष मौर्य, पिंकी गुर्जर, आयोजन समिति के आनन्द सिंह राजावत, संदीप भार्गव, डॉ. अरविन्द शर्मा, सोहन शर्मा, मुकेश खींची, बलराज कच्छावा, मंजू शर्मा, सुलोचना कच्छावा के साथ कुसुम मिश्रा, ज्येाति मिश्रा, कुमकुम, लोकेश शर्मा, संजय खण्डेलवाल, कृष्णा मंघानी, मालती रावत, मधु शर्मा, सुनीता धवन, सुषमा भाटी, मोईन खान, भगवान राजोरिया, भारती, मधु महावर, गायत्री सोनी, अनिता चौहान, पुष्पा, वीणा, कृष्णा सुचेता, रेणु चौहान, मोनिका, सम्पत भाटी, मंजू शर्मा, लीना विश्वा, तरूणा, पार्षद सहित जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

कंवल प्रकाश किशनानी
प्रचार प्रमुख
मो. 9829070059

error: Content is protected !!