अजमेर। विलुप्त होती लोक संस्कृति को दोबारा से स्थापित करने के लिए लोक संस्कृति संस्थान द्वारा संझा माता का पूजन उत्सव के रूप में परम्परागत रूप मनाई गई। संस्थान की अध्यक्ष योगबाला वैष्णव ने बताया कि कुंवारी कन्याएं अपने भाइयों की दिर्घायु और अच्छे स्वास्थ की कामना के लिए श्राद्ध पक्ष में संझा माता का पूजन करती हैं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि समाजसेवी नवीन सोगानी ने लोक परम्परा को राजस्थान की परम्परा में प्रमुख बताते हुए सरकार से संरक्षण देने की मांग की। कार्यक्रम के अध्यक्षता कल्पना कांसवा ने की। के जी पाराशर, प्रेमलता कांकाणी, सत्यप्रकाश वैष्णव, मोहित कमल रेलन, विमलेश वर्मा, सरिता वैष्णव, शकुन्तला आहुजा सहित अनेक लोग मौजूद थे।
