शिक्षण संस्थाएं अच्छे संस्कार देने की होड़ करे

zzअजमेर, 5 जुलाई। शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि शिक्षक और विद्यार्थी देश के प्रकाश पुंज हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थाएं अच्छे अंकों की ही प्रतिष्पर्धा से विद्यार्थियों को नहीं जोड़ें, वे बालकों को अच्छे संस्कारों से भी युक्त करने की होड़ करें।
श्री देवनानी आज यहां भवानी निकेतन शिक्षण संस्थान प्रांगण में इंडियन एजुकेशनल डेवलपमेंट फाउंडेशन द्वारा आयोजित अति विशिस्ट प्रतिभा सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज का समय कंप्यूटर का है। कंप्यूटर के तीन सी की व्याख्या करते उन्होंने कहा कि पहला सी बच्चों की क्रिएटिविटी, दुसरा कॉन्फिडेंस का और तीसरा करेक्टर का समझें। इसी तरह तीन पी का अर्थ है-प्रफेक्टनेश, पोलायेटनेश और पेशेंस। उन्होंने बच्चों को अच्छे पैकेज के लिए नहीं, देश के लिए अपना योगदान देने वाले तैयार करने की शिक्षा देने का भी आह्वान किया।
समारोह में उत्तरप्रदेश सरकार के खाद्य विभाग मंत्री श्री अनिल राजवन,स्वामी राघवाचार्य, बालमुकुंदाचार्य ने भी विचार रखे। इस अवसर पर जयपुर जिले के शिक्षा क्षेत्र में 10 वीं एवं 12 वीं बोर्ड परीक्षा में 80 प्रतिशत एवं अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों और जिन शिक्षकों ने अपने विषय में 75 प्रतिशत या अधिक औसत अंक प्रति विद्यार्थी प्राप्त कर विशेष योग्यता अर्जित की है, उन राजकीय एवं निजी विद्यालयों के विद्यार्थियों एव शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इंडियन एजुकेशन डेवलपमेंट फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री ताराचंद पारीक ने बताया कि समारोह शिक्षा उन्नयन के लिए हो रहे प्रयासों के प्रोत्साहन के लिए पिछले 4 वर्षों से आयोजित किया जा रहा है।

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