सनातन संस्कार ही हमारी पहचान है- महंत ष्यामदास

ईष्टदेव झूलेलाल व जगदगुरू श्रीचन्द्र चालीहो उत्सव का श्री सत्गुरू बालकधाम में आयोजन – संतो द्वारा महाज्योति प्रज्जवलन व पूजन

20170730_183807किषनगढ/अजमेर 30 जुलाई – सनातन संस्कारों से हमारी पहचान है व युवाओं को षिक्षा के साथ संस्कारों को जोडने का अवसर पर चालीहो उत्सव। ऐसे आर्षीवचन सिन्धु समिति की ओर से इच्छापूर्ण झूलेलाल मन्दिर के सहयोग से झूलेलाल चालीहो उत्सव में महंत ष्यामदास जी, महन्त, श्री सत्गुरू बालकधाम व राष्ट्रीय महामंत्री, अखिल भारतीय सिन्धी संत समाज ट्रस्ट बालकधाम, किषनगढ ने धार्मिक आयोजनों के अवसर पर प्रकट किये।
बेडी पार लगाए झूलण…. बाबा बालकदास मुखे पहिंजी चादर में ढकजंई…. भजनों पर मषहूर कलाकार घनष्याम भग्त, इन्द्र कुमार, गोविन्द हरजाणी सहित कई कलाकारों द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
समारोह का भव्य षुभारम्भ संतो के करकमलो से पूज्य बहिराणा साहिब की पंचमहाज्योति प्रज्जवलन से की गई व कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक छेज लगाकर कार्यक्रम को संगीतमय बनाया। पूजा मंिदर सेवाधारी बाली फेरवाणी, मोतीराम, मोहनदास ने करवाई।
कार्यक्रम कें अंत में 151 दीपकों से दीपदान व महाआरती के साथ आम भण्डारे का आयोजन किया गया। उत्सव का समापन 25 अगस्त को अनासागर किनारे जेटी तट पर किया जायेगा।
कार्यक्रम में भारतीय सिन्धु सभा के प्रदेष महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, संभाग प्रभारी नरेन्द्र बसराणी, सिन्धु समिति के भगवान साधवाणी, महेष टेकचंदाणी, पूज्य सिन्धी सेन्ट्रल पंचायत, किषनगढ़ के पदाधिकारी डॉ. किषोर, चेतन दास, हरिकिषन, खेमचन्द, विजय, मुकेष, निखिल, भरत, कपिल, राहुल, नरेष, विष्णु व जेठानन्द नेसेवायें दी।

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