राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में देश के लिए रोल मॉडल बनने जा रहा हैै

kiranअजमेर 1 अगस्त। उच्च शिक्षा, तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी ने कहा है कि राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में देश के लिए एक रोल मॉडल बनने जा रहा हैै। प्रदेश में निजी विद्यालयों की तुलना में सरकारी स्कूलों की शिक्षा बेहतर हुई है। स्कूली शिक्षा के शाला दर्पण पॉर्टल की भांति उच्च शिक्षा का भी पॉर्टल आगामी दो-तीन माह में लॉन्च कर दिया जायेगा और इसका लिंक शाला दर्पण से भी होगा।
श्रीमती माहेश्वरी बुधवार को राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 61वें स्थापना दिवस समारोह में बोर्ड कार्मिकों के प्रतिभावान विद्यार्थियों को पारितोषित वितरित कर रही थी। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में प्रदेश के शैक्षिक परिदृश्य में आमूल-चूल सकारात्मक बदलाव आया है। सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम 88 प्रतिशत रहा वहीं निजी विद्यालयों का परीक्षा परिणाम इससे 9 प्रतिशत कम रहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की डिजिटल इण्डिया मुहिम को राजस्थान बोर्ड ने अपने यहां यथार्थ में लागू किया है, चाहे ऑनलाईन आवेदन हो अथवा उत्तरपुस्तिकाओं की प्रति प्राप्त करना या सम्बद्धता प्रदान करना। सभी का कम्प्यूटरीकरण कर उसे ऑनलाईन बनाकर बोर्ड ने अपनी व्यवस्थाओं को पारदर्शी और सभी के लिए सहज-सुलभ बना दिया है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी पंचायत मुख्यालय पर सीनियर सैकण्डरी तक स्कूल और उपखण्ड अधिकारी मुख्यालय पर कॉलेज खोलकर शिक्षा को आमजन के लिए ग्राह्य बनाने के लिए कटिबद्ध है। राजस्थान बोर्ड ने इस वर्ष अपने पाठ्यक्रम में सडक सुरक्षा, जल स्वावलम्बन और स्किल डवलपमेन्ट जैसे विषयों का समावेश कर पाठ्यक्रम को समय, समाज और देश की आवश्यकता के अनुरूप बनाया है। उन्होंने कहा कि मुझे अच्छा लगा कि बोर्ड के तीन सर्वोच्च प्रशासनिक पदों की कमान महिलाओं के हाथ में है और इनके सशक्त नेतृत्व में बोर्ड निरन्तर विद्यार्थी के हित के लिए प्रयासरत है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा एवं पंचायती राजमत्रंी श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य में शिक्षा का स्वरूप ही नहीं बदला अपितु ऐसा लगता है कि शैक्षिक क्रान्ति होने जा रही है। पिछले तीन वर्षों में परीक्षा परिणाम में उत्तीर्ण प्रतिशत साढे़ सौलह प्रतिशत की उत्साहजनक वृद्धि हुई है। अब शत-प्रतिशत परिणाम शिक्षा विभाग का मिशन है। इस वर्ष 50 प्रतिशत विद्यालयों का परिणाम शत-प्रतिशत रहा है। इस शैक्षिक बदलाव के कारण आज पूरे देश की निगाहें राजस्थान की ओर है। उन्होंने कहा कि जयपुर में 5 व 6 अगस्त फेस्टिवल ऑफ एज्युकेशन का आयोजन किया जा रहा है। इसमें इस बात पर चर्चा होगी कि राजस्थान प्रदेश कैसे एज्यूकेशन हब बने। कई अन्तराष्ट्रीय शैक्षिक निकायों से प्रदेश के शैक्षिक उत्थान के लिए एम.ओ.यू. किये जायेंगे।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में सरकार का ध्येय शिक्षा को चलना नहीं अपितु शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करना है। कुछ कठिन कदम भी उठाने पडे़ तो उठाये गये। सरकार ने कदम पीछे नहीं खीचें। अब प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में आमूल-चूल परिवर्तन कर नम्बर वन पर लाना ही लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री डिजिटल योजना का जब भी नाम लिया जाता है तो राजस्थान बोर्ड की हर गतिविधि जेहन में आती है जहां लगभग सभी कार्य ऑनलाईन होते है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के शाला दर्पण पॉर्टल पर 82 लाख स्कूली विद्यार्थियों और 4.50 लाख शिक्षकों से जुड़ी सभी सूचनायें उपलब्ध है। शीघ्र ही निजी स्कूल भी इस पॉर्टल से जुड़ जायेंगे। सरकार का यह भी लक्ष्य है कि कोई भी विद्यार्थी स्कूल से ड्रॉप-आउट न हो, सरकार इस दिशा में भी ठोस कदम उठाने जा रही है।
बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. बी.एल. चौधरी ने कहा कि बोर्ड ने पिछले तीन वर्षों में वि़द्यार्थी हित में अनेक कदम उठाये है, जिनमें परीक्षार्थी के चाहने पर उत्तरपुस्तिका ऑनलाईन प्रदान कराना, छात्रवृत्ति आवेदन पत्र ऑनलाईन प्राप्त करना, विद्यालयों से सत्रांक ऑनलाईन प्राप्त करना, विद्यालयों की सम्बद्धता ऑनलाईन, परीक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया का कम्प्यूटरीकरण करना इत्यादि शामिल है। बोर्ड का नया पाठ्यक्रम शैक्षिक जगत की सभी नई विद्याओं को अंगीकार करते हुए प्रदेश और राष्ट्र की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया गया। उन्होंने कहा कि बोर्ड सभी परीक्षा दस्तावेज ऑनलाईन उपलब्ध कराने जा रहा है, जिससे बोर्ड से सम्बद्ध कोई भी विद्यार्थी विश्व में कहीं भी अपने परीक्षा दस्तावेजों को ऑनलाईन प्राप्त कर सकेगा।
अन्त में बोर्ड सचिव श्रीमती मेघना चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह में संस्कृति स्कूल के संगीत विभागाध्यक्ष डॉ. रजनीश चारण और केन्द्रीय बालिका सीनियर सैकण्डरी स्कूल की बालिकाओं ने अपनी प्रस्तुतियाँ दी। समारोह में बोर्ड कार्मिकों के शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं में विशिष्ठ स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। समारोह का संचालन श्रीमती पूनम पाण्डे ने किया।
इससे पूर्व उच्च शिक्षामंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी, शिक्षा पंचायती राज मंत्री श्री वासुदेव देवनानी, बोर्ड अध्यक्ष प्रो. चौधरी, बोर्ड की सचिव श्रीमती मेघना चौधरी, वित्तीय सलाहकार श्रीमती आनन्द आशुतोष और विशेषाधिकारी श्रीमती प्रिया भार्गव बोर्ड परिसर में वृक्षारोपण किया।
उप निदेशक (जनसम्पर्क)

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