अजमेर। दशहरे पर राम-रावण युद्ध का अद्भुत नजारा दिखाई दिया, अशोक नगर भट्टा, नगरा में। हुआ यूं कि दहन से पहले रावन ने जमकर हंगामा मचाया। शराब के नशे में टल्ली रावण रावण ने मरने से इन्कार कर दिया और तलवार लहराते हुए राम के पीछे दौड़ पड़ा। इससे पहले की रावण राम तक पहुंचता नशे में वो खुद ही जमीन पर धाराशाही हो गया। आखिरकार आयोजकों को मंच पर आकर शराबी रावण को उठा कर ले जाना पड़ा। ये दृश्य देख कर दर्शक हंस-हंस कर लोटपोट हो गए। बाल रामायण मंडल के तत्वावधान में आयोजित यह लीला हर साल होती है। इसमें राम, सीता, हनुमान, लखन और भरत, शत्रुघ्न की सवारी टैम्पो में थे, जबकि रावण घोड़े पर सवार होकर लीला स्थल पहुंचा। रावण क्यों नही मरना चाहता है, इसका जवाब खुद रावण ने दिया कि मुझे तो सब में रावण दिखायी देता है, यहां राम कोई नहीं है। अजमेर का यह रावण कई साल से जिन्दा है। हर बार दहन से पहले रावण मरने से मना कर देता है और आयोजक इसी तरह उसे उठा कर मंच से ले जाते हैं। इसके बाद रावण के पुतले को दहन करके ही परम्परा का निर्वाह किया जाता है।